धामी सरकार ने तोड़ा खनन से राजस्व प्राप्ति का रिकॉर्ड, उप खनिज नियमावली में सरलीकरण बना मददगार
उत्तराखंड में खनन उद्योग आय का प्रमुख श्रोत है। धामी सरकार ने उपखनिज खनन नियमावली में सरलीकरण किया है। इसके बाद से ही खनन से राजस्व वसूली का रिकॉर्ड टूटने लगा है। सरकार ने वर्ष 2022-23 व 2023-24 में खनन से 875 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा था। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 173.17 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया।
2022 से 2024 तक 875 करोड़ रुपये का लक्ष्य
आय बढ़ाने में सहायक बन रहे ये कदम
आमजन को भी सस्ता मिल रहा है निर्माण सामग्री
वर्षवार खनन से राजस्व वसूली
वर्ष | वसूली |
वर्ष 2020 - 21 | 396 करोड़ |
वर्ष 2021 - 22 | 570 करोड़ |
वर्ष 2022 - 23 | 472 करोड़ |
वर्ष 2023 - 24 | 645 करोड़ |
वर्ष 2024 - 25 | 333 करोड़ (पहले चार महीनों में) |
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खनन नीति में सरलीकरण व पारदर्शिता लाई गई है। जिससे जहां आमजन व कार्यदाई संस्थाओं को सस्ता निर्माण सामग्री मिल सकेगी। वहीं सरकार का राजस्व भी बढ़ेगर। वित्तीय वर्ष 2024-25 में खनन से एक हजार करोड़ के राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा गया है।
- राजपाल लेघा, निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय, देहरादून