लोकतंत्र के प्रति दिव्यांग पार्वती की दिखी सच्ची आस्था, तीन किमी पैदल हुए पहुंची वोट देने
देश के लोकतंत्र के प्रति सच्ची आस्था व सरकारी मशीनरी की तैयारियों की हकीकत देखनी है तो पाटी ब्लॉक की धरसो निवासी दिव्यांग पार्वती को देखिए।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 12 Apr 2019 10:28 AM (IST)
चम्पावत, जेएनएन : देश के लोकतंत्र के प्रति सच्ची आस्था व सरकारी मशीनरी की तैयारियों की हकीकत देखनी है तो पाटी ब्लॉक की धरसो निवासी दिव्यांग पार्वती को देखिए। वह अपने हिम्मत और जुनून के जरिये तीन किमी रेंगते हुए बूथ पर वोट देने पहुंची। साथ ही डोली उपलब्ध न करा पाने की प्रशासन की नाकामी पर आइना भी दिखाया।
60 वर्षीय पार्वती देवी पत्नी स्व. भगदेव जोशी के एक बेटी व एक बेटा है। उन्होंने दोनों की ही शादी कर दी है। पार्वती दोनों पैरों से दिव्यांग हैं और खड़ी नहीं हो सकती। वह वर्तमान में दिव्यांग पेंशन भी लेती हैं। लोकतंत्र के महापर्व में प्रतिभाग की गुरुवार को जब बारी आई तो वह पीछे नहीं हटी। अन्य लोगों की तरह वह भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने के लिए घुटने व हाथ से घसीटते हुए तीन किमी दूर स्थित परेवा बूथ पर वोट डालने पहुंची। जिसे देख हर कोई आचंभित हो गया। पार्वती ने मतदान केंद्र पर लगे कर्मचारियों को डोली की व्यवस्था न होने पर नाराजगी जताते हुए अपनी समस्या भी बताई। उन्होंने कहा कि पूर्व चुनाव में भी डोली की व्यवस्था के लिए प्रशासन को लिखा था। तब भी उन्हें डोली नहीं मिल सकी और इस बार भी। बावजूद इसके पार्वती ने वोट देकर मिसाल कायम की है। पार्वती ने कहा कि वोट देने के बाद ही तो हम अपने हक की बात कर सकते हैं। यह हक भी तो हमें इस लोकतंत्र से ही मिला है। इसका विरोध नहीं करना चाहिए। जो भी जीतेगा मैं उससे क्षेत्र के विकास के साथ पलायन रोकने की बात कहूंगी।
एसडीएम चित्रा जोशी का कहना है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक डोली की व्यवस्था की गई थी। हो सकता कि डोली किसी अन्य दिव्यांग या वृद्ध मतदाता को लेकर गई हो। जांच कर पता लगाया जाएगा।
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