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हल्‍द्वानी के महिला चिकित्‍सालय में न चिकित्‍सक हैं न ही बुनियादी सुविधाएं

महिला चिकित्‍सालय में न चिकित्‍सक हैं न ही सुविधाएं। नए भवन का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हाथों इसका उद्घाटन होने के बाद भी अस्‍पताल बुनियादी सुविधाओं से महरूम है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Tue, 29 Jan 2019 07:22 PM (IST)
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हल्‍द्वानी के महिला चिकित्‍सालय में न चिकित्‍सक हैं न ही बुनियादी सुविधाएं
हल्द्वानी, जेएनएन : हल्‍द्वानी के महिला चिकित्‍सालय में न चिकित्‍सक हैं न ही सुविधाएं। नए भवन का निर्माण और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हाथों इसका उद्घाटन होने के बाद भी अस्‍पताल बुनियादी सुविधाओं से महरूम है। ऐसे में परेशान होना पड़ रहा है मरीजों को।

सरकारी महकमों में सबसे अधिक बेरूखी सरकार की हैं। यहां योजनाओं का खाका तो खींच दिया जाता है मगर उन पर मुहर नहीं लग पाती। महिला चिकित्सालय का भी कुछ ऐसा ही हाल है। देखने को तो दीवारों पर सरकार के जगाने वाले स्लोगन लगे हैं मगर हकीकत कुछ और ही है। पांच साल पहले बनी सात मंजिला महिला चिकित्सालय की इमारत का निर्माण हुआ और हाल ही में 28 नवंबर 2018 को सरकारी महिला चिकित्सालय की नई सात मंजिल की इमारत खड़ी कर दी गई, लेकिन उसके संचालन अब तक सरकार की ताल में ताल नहीं मिल सकी। मसलन, दो माह गुजरने के बावजूद चिकित्सालय संचालित नहीं हो सका। यहां प्रवेश करते ही पसरा सन्नाटा साफ जताता है। पर्ची काउंटर पर जड़ा ताला इसका सुबूत देता है और तीमारदारों का भटकना अब तक जारी है। खास बात यह है कि अब तक चिकित्सकों की तैनाती भी नहीं हो सकी। पुराने बने अस्पताल के चिकित्सकों से ही काम लिया जा रहा है। कंधों पर अतिरिक्त बोझ से वह भी कन्नी काटते दिखाई देते हैं। मगर, सीएमएस भागीरथी ही चिकित्सालय की बागडोर संभाल रही हैं।

सुनसान है करोड़ों की इमारत

हल्द्वानी : करोड़ों की लागत से निर्माण हुई यह बिल्डिंग चिकित्सकों के अभाव में सुनसान पड़ी है। नाम के लिए कुछ नर्से और एक चिकित्सक की तैनाती कर दी गई है। जिसके चलते चहल-पहल दिखाई दे रही है।

चंद कर्मियों की कर दी तैनाती

हल्द्वानी : महिला अस्पताल की सात करोड़ से बनी इमारत में दबाव पडऩे पर एक संविदा पर एक चिकित्सक और 10 सिस्टर को अटैच किया है मगर पर्याप्त डॉक्टर के व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है।

इन पदों पर है आवश्यकता

पद                                    जरूरत          कार्यरत

स्त्री रोग विशेषज्ञ                  4               1

ईएमओ                               8               5

एनेस्थेटिस्ट                         2               1

रेडियोलाजिस्ट                      1                0

पैथालाजिस्ट                        1                0

बालरोग                              1               2

गाइनोकालाजिस्ट                 2              0

चीफ फार्मालाजिस्ट               2              2

फार्मासिस्ट                          2              1

सिस्टर                               5              3

स्टाफ नर्स                         30             9

लैब सहायक                       3              0

ओटी सहायक                     2              0

सरकार उदघाटन करने के बाद नहीं देख रही है। जो पद स्वीकृत है उनके लिए दोबारा से सूची भेजी गई है। इसके अलावा अभी कुछ संविदा पर चिकित्सक और नर्स लगाए हैँ। सरकार चिकित्सकों को भेजेगी तभी भरपाई हो सकती है।

- डॉ. भागीरथी जोशी, सीएमएस

हमने कुछ डॉॅक्टरों को तैनात किया है। इससे कुछ राहत मिल रही है। पद सृजित करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। जैसे ही पद सृजित हो जाएंगे, अन्य डॉक्टरों को तैनात कर दिया जाएगा।

- डॉ. आरके पांडे, निदेशक प्रशासन, स्वास्थ्य 

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