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lockdown in uttarakhand : लाकडाउन के कारण घर में रहने वालों इन विशेषज्ञों की बात मानें

लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में ही हैं। ऐसे में खुद की सेहत को दुरुस्त रखने पर भी ध्यान देना होगा। ऐसा न हो कि बहुत अधिक खाएं या कम खाएं बाद में इसका नुकसान न उठाना पड़े।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 23 Mar 2020 12:14 PM (IST)
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lockdown in uttarakhand : लाकडाउन के कारण घर में रहने वालों इन विशेषज्ञों की बात मानें
नैनीताल, जेएनएन : लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में ही हैं। ऐसे में खुद की सेहत को दुरुस्त रखने पर भी ध्यान देना होगा। ऐसा न हो कि बहुत अधिक खाएं या कम खाएं, बाद में इसका नुकसान न उठाना पड़े। खुद को फिट रखना है तो समय-समय पर थोड़ा-थोड़ा खाते रहें। जहां तक संभव हो, नेचुरल फूड का ही सेवन करें। नेचुरल फूड ताजगी देता है और मोटापा भी नहीं बढ़ाता। पानी पीने में किसी तरह की कंजूसी न बरतें। समय-समय पर पानी पीतें रहें। वैसे भी अब गर्मी होने को है, ऐसे में भी शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। अगर डायबिटिक हैं तो आपको भोजन पर खास ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है। इस समय बाहर भीड़भाड़ में जाना नहीं है, लेकिन आप घर पर ही व्यायाम करें। छत पर टहलें। ऐसे लोगों के लिए भी थोड़ा-थोड़ा भोजन समय-समय पर लेना ही बेहतर होता है। हाई फाइबर डायट अनिवार्य रूप से अपने भोजन में शामिल करना चाहिए। व्रत से दूर रहें। ऐसे लोगों के लहसुन और प्याज भी फायदेमंद होता है। अगर किसी तरह की दिक्कत हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह समय महामारी को रोकने का है। जितना आप इससे दूर रहेंगे, उतना ही बेहतर होगा।  यह बातें डायटिशियन, केएचआरसी प्रेरणा कल्याणी ने बताईं हैं।

योग आधारित जीवनशैली से खुद को रखें स्वस्थ

डॉ. विनय खुल्लर, आयुर्वेद विशेषज्ञ ने बताया कि कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है। खुद को अलग कर लेना ही इससे बचने का बेहतरीन तरीका है। जिस तरह कोरोना वायरस विश्व भर में महामारी का रूप लेते जा रहा है, ऐसे में हमें खुद को स्वस्थ रखने के साथ ही औरों को भी स्वस्थ रखने के तरीके अपनाने होंगे। वैसे भी पांच हजार साल पहले चरक संहिता में इस तरह की बीमारियों को जनपदोध्वसंक कहा जाता था। उसमें रोकथाम के लिए भी तमाम उपाय बताए गए थे। जैसे कि रसायन औषधियों का प्रयोग करें, जो जीवन के लिए उपयोगी हो। वैसे इस समय हमें पूरी तरह जीवनशैली बदलनी होगी। खुद को अलग करना होगा। दूसरों के संपर्क में आने से बचना होगा। इस तरह की पहल से घातक वायरस के संक्रमण से बचा जा सकेगा। योग विज्ञान निर्देशित जीवनशैली अपनानी होगी। प्रतिदिन नित्यकर्म के बाद घर की छत पर ही व्यायाम किया जाए। योग, प्राणायम समेत तमाम तरह के आसन किए जा सकते हैं। इसके बाद गिलोय, अदरक, हल्दी, काली मिर्च, क्वाथ, तुलसी, आंवला आदि को उबालकर कर नियमित पीने से लाभ मिलेगा। अगर आप बाहर से आ रहे हैं तो तत्काल कपड़े बदल लें। इसके बाद अंदर प्रवेश करें।

घर रहकर भी आप किसी से दूर नहीं

डॉ. पराग मधुकर धकाते, वन संरक्षक पश्चिमी वृत ने कहा कि रोजमर्रा की जिंदगी में हम सुबह से शाम तक दौड़ते रहते हैं, मगर अब कोरोना के डर से हमें घरों में रहना पड़ रहा है। रविवार को जनता कफ्र्यू का प्रयोग सफल होने के बाद यह सिलसिला आगे भी चलेगा। ऐसे में हम यह बिलकुल भी न सोचें कि घर पर रहकर लोगों से दूर हो जाएंगे। इंटरनेट के इस दौर में जेब में रखा मोबाइल हमें पूरी दुनिया से जोड़ सकता है। मात्र मनोरंजन ही नहीं बल्कि दफ्तर के काम भी इंटरनेट की मदद से पूरे कर सकते हैं। इसके अलावा परिवार के प्रति अपने दायित्व को निभाने के लिए भी वक्त मिलेगा। वहीं, ऐसे वक्त में तनाव को दूर कर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का मौका भी मिलेगा। ऑनलाइन योग कलाओं का ज्ञान प्राप्त करने के साथ व्ययाम के जरिये लोग मानसिक तनाव को दूर कर खुद को फिट रख सकते हैं। यह वक्त खुद को किताबों से जोडऩे का भी है। अगर घर पर पढऩे को ज्यादा किताबें नहीं हैं तो ऑनलाइन तरीके से भी अपनी जानकारी और ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। इस समय हमारा फोकस पूरी तरह से जागरूकता पर होना चाहिए। किसी भी तरह के भ्रम और उसके प्रचार से बचना होगा।

खुद को सकारात्मक सोच के साथ तैयार करें

जनता कर्फ्यू के दौरान खुद को सकारात्मक सोच के साथ तैयार रखना चाहिए। पूर्व कमिश्नर अवनेंद्र सिंह नयाल ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि सरकार ने 31 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया है। ऐसे में घर में ही रहकर हमें महामारी से बचाव करने होंगे। इस स्थिति में हमें ध्यान लगाना चाहिए। इससे मन को शांति मिलती है। किताबों को पढऩे से ऊर्जा भी मिलेगी, समय भी कटेगा। उन्होंने कहा कि महामारी से निपटने के लिए त्याग करने होंगे। सरकार द्वारा उठाए गए कदम जनता की भलाई के लिए हैं, उनका अनुपालन होना चाहिए। जनता कफ्र्यू पर दिनभर की दिनचर्या के बारे में उन्होंने बताया कि उन्होंने सुबह घर को सेनिटाइज किया, फिर किताबों का अध्ययन किया। लेखक हारून खालिद की गुरुनानक पर लिखी गई तथा रमन महर्षि की किताबें भी पढ़ीं।

स्वास्थ्य विभाग ने हल्द्वानी में बनाया कोरोना वार रूम

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शहर में वार रूम तैयार कर दिया है। इसमें आप स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकेंगे। सीएमओ डॉ. भारती राणा के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना वार रूम बनाया है। इसका संपर्क नंबर 05946281234 है। इस नंबर पर 24 घंटे कोरोना संक्रमण से संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। साथ ही जानकारी दी भी जा सकेगी।

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