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डॉ. बिष्‍ट इस तरह से संवार रहे बच्‍चों का भविष्‍य, गरीबों का भी करते हैं मुफ्त इलाज

मेधावी बच्चों की पीड़ा को समझते हुए समाजसेवी व पेशे से डॉक्टर कुलदीप बिष्ट ने क्षेत्र के इन बच्चों को जीवन में आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 09 Dec 2018 08:09 PM (IST)
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डॉ. बिष्‍ट इस तरह से संवार रहे बच्‍चों का भविष्‍य, गरीबों का भी करते हैं मुफ्त इलाज
रानीखेत, जेएनएन : असहाय व निर्धन मेधावी बच्चों को समय पर सही दिशा व मदद न मिलने के कारण अक्सर वे अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाते हैं। ऐसे मेधावी बच्चों की पीड़ा को समझते हुए समाजसेवी व पेशे से डॉक्टर कुलदीप बिष्ट ने क्षेत्र के इन बच्चों को जीवन में आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए उन्होंने तमाम व्यवस्थाएं जुटाकर यहां मां अगनेरी मंदिर सभागार कक्ष में व्यक्तित्व विकास पाठशाला खोला है। जहां अवकाश के दिन विषय विशेषज्ञ टीचरों द्वारा बच्चों को अंग्रेजी, गणित व विज्ञान विषयों का ज्ञान दिया जा रहा है।

प्रेरणादायी हैं डॉ. बिष्‍ट के काम

एक तरफ जहां चिकित्‍सक मोटी-मोटी फीस लेकर चिकित्‍सा को पेशा के तौर पर अपना लिए वहीं डॉ. कुलदीप बिष्ट बीते करीब 25 वर्षों से चौखुटिया बाजार में चिकित्सा सेवा केंद्र चला रहे हैं, जिसमें गरीब मरीजों को निश्शुल्क उपचार करते है। वे समय समय पर असहाय लोगों की मदद भी करते आए हैं।

रामगंगा के लिए भी चलाय स्‍वच्‍छता अभियान

शुरू से ही समाज सेवा का जुनून होने से क्षेत्र के समाजसेवियों की मदद से उन्होंने रामगंगा बचाओ व स्वच्छता अभियान भी चलाया। इस दौरान ऐसे मेधावी बच्चों को देखा, जो उचित शिक्षा व मदद के अभाव में पीछे रह गए, तो उनके मन में उन्हें आगे बढ़ाने का भाव जागा। उनके जुनून और प्रतिबद्धता को देखकर और लोग भी उनके साथ जुड़ने लगे हैं।

80 बच्‍चों को याेग्‍य शिक्षक देते हैं कोचिंग

अक्टूबर आखिर में शिक्षाविदों के सहयोग से ऐसे बच्चों के लिए अगनेरी मंदिर सभागार कक्ष में व्यक्तित्व विकास पाठशाला खोल डाला। इसमें कक्षा-9 व 10 के करीब 80 से अधिक बच्चों का हर रविवार व सामूहिक अवकाश के दौरान योग्य शिक्षकों द्वारा विषय बोध कराया जा रहा है। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जा रही है।

खुद उठा रहे पाठशाला का खर्च

डॉ. कुलदीप बिष्ट मां अगनेरी माता मंदिर समिति के बैनर तले इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। जो विकास पाठशाला का खर्च अपनी कमाई से स्वयं उठा रहे हैं। उनका कहना है कि गरीब मेधावी बच्चों को पठन-पाठन के साथ ही करियर काउंसलिंग का ज्ञान भी कराया जा रहा है। भविष्य में रोजगारपरक शिक्षा से जोडऩे का कार्यक्रम भी है।

ये विषय विशेषज्ञ दे रहे सहयोग

बीरेंद्र बिष्ट, डॉ. लता बिष्ट, ललित मोहन माझेला, बबीता बिष्ट, हेम छुपका, देव आर्य, बबीता गयाल, हेमलता नेगी, व्योम बिष्ट, डॉ श्यामचरण गंगवार आदि।

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