कुविवि के छात्र रहे डॉ एनके जोशी अब वहीं के कुलपति बने, जागरण से बाेले- वन रैंकिंग पर लाऊंगा
बागेश्वर जिले के कौसानी के पास ढोलरा गांव निवासी डॉ एनके जोशी कुमाऊं विवि के नए कुलपति नियुक्त हुए हैं।
डीएसबी से ही भौतिकी से एमएससी
डॉ जोशी पिछले तीन साल से उत्तरांचल विवि के कुलपति हैं। जागरण से बातचीत में उन्होंने अपनी प्राथमिकता गिनाईं। कहा कि लॉकडाउन में कोर्स बाधित हुआ है। वार्षिक परीक्षा भी बची हैं, ऐसे में कोशिश होगी कि जल्द से जल्द कोर्स पूरा हो। यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार छात्रों को अवसर मिले और पढ़ाई के साथ शोध को बढ़ावा दिया जाएगा। यहां बता दें कि डॉ जोशी ने 1983 में कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर से ही भौतिकी से एमएससी किया है। उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में छह साल तक उपनिदेशक रहे हैं। एरीज नैनीताल में भी काम किया है।
एकेडमिक कॅरियर भी जान लीजिए
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT),बोस्टन, U.S.A के पूर्व छात्र हैं। वाइस चांसलर के रूप में उत्तरांचल विश्वविद्यालय में आने से पहले डॉ जोशी डीन रहे। उत्तराखंड विश्वविद्यालय देहरादून में अकादमिक मामले, निदेशक और प्रोफेसर, तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय, मुरादाबाद में प्रोफेसर और निदेशक, बाणस्थली विश्वविद्यालय, प्रोफेसर और निदेशक, विभाग के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष मस्कट में संयुक्त राज्य अमेरिका के मिसौरी विश्वविद्यालय के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, रोला, यूएसए; इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (आईएमटी), गाजियाबाद में प्रोफेसर; प्रबंधन विकास संस्थान (एमडीआई), गुड़गांव में एसोसिएट प्रोफेसर; राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान (NIFM),फरीदाबाद में एसोसिएट प्रोफेसर (कंप्यूटर साइंस); भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (IIFM), भोपाल में संकाय, आईआईएम, लखनऊ के संकाय रहे।
अनुसंधान और प्रशासन में 36 वर्षों का अनुभव
डॉ जोशी को शिक्षण, कॉर्पोरेट प्रशिक्षण, संकाय विकास, परामर्श, अनुसंधान और प्रशासन में 36 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं और सम्मेलनों में कई पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन और प्रस्तुतीकरण किया है और तीन पुस्तकें लिखी हैं। उन्होंने कई पीएचडी की देखरेख की है। क्षेत्र में विद्वानों कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग। उन्होंने एफएओ, एफटीपीपी, रोम जैसे प्रसिद्ध संगठनों के लिए सफलतापूर्वक परामर्श कार्य पूरा किया है; वर्ड बैंक और एशियाई विकास बैंक। उन्होंने एनटीपीसी, जीई कैपिटल, हीरो ग्रुप, मारुति, डाबर, जेनपैक्ट एरिक्सन, इलेक्ट्रोलक्स, एलआईसी, गेल, सेल, ओएनजीसी, एचएएल आदि उद्योगों के लिए भारत और विदेश में 250 से अधिक प्रबंधन विकास कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
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