जानिए उस गांव के बारे में जहां अब शराब पीने पर होगा सामूहिक बहिष्कार nainital news
मुनस्यारी के धापा गांव में नए वर्ष के पहले दिन से किसी भी प्रकार के नशे पर पूर्ण प्रतिबंध लग गया है। महिलाओं ने दस दिन तक जागरू कता अभियान चलाने के बाद यह निर्णय लिया है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 01 Jan 2020 06:20 PM (IST)
मुनस्यारी, जेएनएन : उत्तराखंड का हर वर्ग नशे की गिरफ्त में है। तमाम जागरूकता अभियान और कोशिशों के बावजूद इस पर नियंत्रण लगने की बजाए इसका असर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में पिथाैरागढ़ जिले के मुनस्यारी तहसील की महिलाओं ने नशा उन्मूलन के लिए कुछ अलग कोशिश की। इस गांव की महिलाओं ने लगातार दस दिन तक नशे के खिलाफ अभियान चलाकर नव वर्ष पर संकल्प लिया। संकल्प ये कि अब यदि गांव का कोई व्यक्ति नशे में मिला तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
साल के पहले दिन गांव में खुली बैठक का आयोजन मुनस्यारी के धापा गांव में ग्राम सभा, महिला मंगल दल, पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों ने 21 दिसंबर से पूरे गांव में नशे के खिलाफ जागरू कता अभियान चलाया। गांव के प्रत्येक घर में बैठक कर लोगों को नशे के दुष्परिणाम समझाए गए। सभी ग्रामीणों ने मांगलिक कार्यों सहित किसी भी आयोजन में शराब न परोसे जाने का संकल्प व्यक्त किया। जनजागरूकता अभियान की समाप्ति के बाद साल के पहले दिन गांव में खुली बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें सभी ग्रामीण शामिल हुए। सर्वसम्मति से गांव में नशे पर पूर्ण प्रतिबंध का फैसला लिया गया। बैठक में तय हुआ कि प्रतिबंध के बावजूद कोई व्यक्ति नशे में मिलता है या कोई परिवार अपने आयोजनों में शराब परोसता है तो उसे सामाजिक बहिष्कार झेलना होगा। गांव के बुुजुर्गों ने महिलाओं की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि उनका गांव सीमांत तहसील सहित पूरे राज्य के लिए नजीर बनकर दिखाएगा।
ग्राम पंचायतों को दिया जाए विशेष पैकेज नशे से पीडि़त पहाड़ के लोग अब इसके खिलाफ मुखर होने लगे हैं। सरमोली क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा है कि गांवों से नशा उन्मूलन की शुरू आत संभव है। बशर्ते प्रशासन इसमें मदद करे। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी वंदना को लिखे पत्र में कहा है कि नशे का उन्मूलन करने वाली ग्राम पंचायतों को विकास के लिए विशेष पैकेज जिला पंचायत के माध्यम से दिया जाए। नशा उन्मूलन का दावा करने वाली ग्राम पंचायतों में पहले सामाजिक सर्वे कराया जाए उसके बाद ग्राम सभा को नशा मुक्त गांव का दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि विकास खंड के माध्यम से ग्राम सभाओं की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव लाए जाए। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 25 ग्राम सभाओं में एक जनवरी से नशा उन्मूलन अभियान शुरू हो रहा है।
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