आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हैवी पिक एंड ड्राप ड्रोन से पहुंचाए जा सकेंगे दवा और खाने
राज्य में विगत वर्षों की आपदा को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग प्रदेश के प्रत्येक जनपद के लिए जल्द ही हैवी पिक एंड ड्राप ड्रोन की व्यवस्था करने जा रहा है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 17 Apr 2019 04:41 PM (IST)
अल्मोड़ा, रमेश जड़ौत : राज्य में विगत वर्षों की आपदा को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग प्रदेश के प्रत्येक जनपद के लिए जल्द ही हैवी पिक एंड ड्राप ड्रोन की व्यवस्था करने जा रहा है। यह ड्रोन सामान्य ड्रोन से ज्यादा भारी होगा जो आपदाग्रस्त दूरस्थ क्षेत्रों में भी आसानी से राहत सामग्री पहुंचाने में मददगार साबित होगा।
हैवी पिक एंड ड्राप ड्रोन दो से पांच किलो तक का वजन उठाने में सक्षम है। यह ड्रोन आपदाग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावित लोगों के लिए दवाइयां और खाना पहुंचाने में सहायक होगा। राज्य में कई ऐसे दुर्गम स्थल हैं जहां न तो चौपहिया वाहन जा सकते हैं और न ही मोबाइल कनेक्टिविटी ही मिल पाती है। मानसून के दौरान तेज वर्षा या भूस्खलन में ऐसे स्थानों में रेस्क्यू आपरेशन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते अब आपदा प्रबंधन विभाग ने ऐसे जल्द ऐसे ड्रोन की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। जबकि आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य के प्रत्येक जिले में सामान्य ड्रोन पहले ही उपलब्ध कराए है। सामान्य ड्रोन आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में मात्र चित्रों को लेने के लिए ही सक्षम है। एक वर्ष पूर्व आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी मैक्सिको गए थे वहां उन्होंने हैवी पिक एंड ड्राप ड्रोन की तकनीकि का प्रयोग होते हुए देखा। जिसके बाद विभाग ने राज्य के लिए पिक एंड ड्राप ड्रोन खरीदने का निर्णय लिया है।
आचार संहिता खत्म होने के बाद शुरू होगी प्रक्रिया
सविन बंसल, अपर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुर्नवास उत्तराखंड ने बताया कि डिजॉस्टर मैनेजमेंट विभाग द्वारा पिक एंड ड्राप ड्रोन लेने की प्रक्रिया आचार संहिता खत्म होने के बाद शुरू कर दी जाएगी। जल्द ही राज्य के सभी जिलों के लिए पिक एंड ड्राप ड्रोन उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
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