पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के कारण उत्तराखंड में सूखी नदी ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। रविवार को यह नदी उफान पर आ गई। इस दौरान कई महिलाएं व पुरुष उफनाती नदी को पार करते हुए नजर आए। इस गांव के नजदीक विजयपुर गांव है जहां पर 90 परिवार कई दशक से रह रहे हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। सूखी नदी ने फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। रविवार को नदी उफान पर आ गई। इस दौरान महिलाएं व पुरुष उफनाती नदी को पार करते हुए नजर आए। नदी पार करते समय लोगों की जान हथेली पर आ गई। आसपास के लोगों ने बमुश्किल उन्हें नदी के पार पहुंचाया।
सूखी नदी के पार विजयपुर गांव है।
ग्रामीण पंकज कोटलिया ने बताया कि गांव में 90 परिवार कई दशक से रह रहे हैं। गांव में पढ़ाई के लिए पांचवीं तक स्कूल हैं। इसके बाद बच्चों को पढ़ने के लिए हल्द्वानी या फिर कुंवरपुर गौलापार जाना पड़ता है। बीमार होने पर ग्रामीण हल्द्वानी अस्पताल आते हैं। बरसात में नदी पर बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है।
उन्होंने बताया कि रविवार को गांव के हरीश सिंह व उनकी पत्नी खिमुली देवी हल्द्वानी अस्पताल में भर्ती अपने परिचित से मिलने आए थे। वापसी में सूखी नदी उफान पर आ गई। दंपती को कई घंटे इंतजार करना पड़ा। बाढ़ का पानी हल्का कम होने पर दंपती को नदी के पार पहुंचाया। इनके अलावा भी कई लोगों को ग्रामीणों की मदद से नदी के पार पहुंचाया गया।
रेलवे लाइन की ओर हुआ गौला का बहाव, उपखनिज बहा
गौला नदी के उफान पर आने से रेलवे लाइन को फिर से खतरा हो गया है। रविवार को गौला नदी की बाढ़ का बहाव रेलवे लाइन की ओर से हो गया था, जहां पर काम करने के लिए टिनशेड बनाया है। वहां पर उपखनिज एकत्र किया गया है।
पानी का बहाव अधिक होने पर उपखनिज बह गया। बाढ़ और बारिश के कारण कंपनी ने रविवार को भी काम जारी रखा। एक बुलडोजर नदी में उतारा गया था। हालांकि अन्य दिनों के अनुसार कर्मचारी नहीं दिखे।
हीरानगर में जर्ज फार्म के पास धसी सड़क
बारिश से सड़कें कमजोर हो गई हैं। जगह-जगह भू-धसाव हो रहा है। तिकोनिया व रेलवे स्टेशन के बाद अब हीरानगर में जर्ज फार्म के पास पुलिया पर सड़क धस गई है। बारिश अधिक हुई तो नाले से सड़क बहने का खतरा है। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से यहां पर पुलिस का बैरिकेड रखा गया है।
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