पहाड़ों पर हिमपात, ठंड से ठिठुरा मैदान, सप्ताह भर मौसम खराब रहने की आशंका
मौसम विभाग की भविष्यवाणी बुधवार को सच साबित हुई। दोपहर तक कुमाऊं के सभी जिलों में चटख धूप खिली, पर शाम ढलते ही मौसम ने करवट ली और आसमान बादलों से ढक गया।
By Edited By: Updated: Thu, 31 Jan 2019 07:50 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : मौसम विभाग की भविष्यवाणी गुरुवार सच साबित हुई। जहां बुधवार दोपहर तक कुमाऊं के सभी जिलों में चटख धूप खिली, वहीं शाम ढलते ही मौसम ने करवट ली और आसमान बादलों से ढक गया। देर शाम 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर हल्की बारिश के साथ ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ। गुरुवार को सुबह भी आसमान बादलों से घिरा होने के कारण ठंड से लोग कांपते रहे। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले एक सप्ताह तक तराई-भाबर सहित पर्वतीय क्षेत्रों में धूप छांव वाला मौसम रहेगा। बारिश होने की संभावना भी जताई जा रही है।
मुक्तेश्वर में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में इजाफा होने से लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिली। यहां अधिकतम तापमान 12.4 व न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि बीते मंगलवार को अधिकतम तापमान आठ डिग्री के आसपास रहा। अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ व बागेश्वर के आसपास की ऊंची चोटियों पर हिमपात होने से लगातार ठंड का असर बना हुआ है। अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान अभी पांच डिग्री से कम है। तराई-भाबर में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 20.6 व न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री दर्ज किया गया है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के अनेक इलाकों में गुरुवार की दोपहर तक गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने हैं।
मुक्तेश्वर में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में इजाफा होने से लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिली। यहां अधिकतम तापमान 12.4 व न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि बीते मंगलवार को अधिकतम तापमान आठ डिग्री के आसपास रहा। अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ व बागेश्वर के आसपास की ऊंची चोटियों पर हिमपात होने से लगातार ठंड का असर बना हुआ है। अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान अभी पांच डिग्री से कम है। तराई-भाबर में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 20.6 व न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री दर्ज किया गया है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के अनेक इलाकों में गुरुवार की दोपहर तक गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने हैं।
चार माह में 69 मिमी ही बारिश
शीतकाल की बारिश इस बार रूठी हुई नजर आ रही है। अक्टूबर से अभी तक 60 मिमी ही वर्षा रिकार्ड की गई। जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इस बार दिसंबर व जनवरी के शुरुआत में सूखी ठंड का अधिक असर रहा। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में वर्षा होगी, जिससे जाड़े की बारिश की मात्रा में बढ़ोतरी होगी। सुबह धूप खिलने से मिली राहत, दोपहर बाद फिर बढ़ी ठंड
सरोवर नगरी में बीते दिनों हुई ओलावृष्टि व हिमपात के बाद बुधवार की सुबह खिली धूप से लोगों ने राहत महसूस की। हालांकि दोपहर बाद घने बादलों ने पुन: आसमान को अपने आगोश में ले लिया और फिर से कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई। जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अधिकतम तापमान 11 डिग्री व न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि अधिकतम आर्द्रता 61 व न्यूनतम 47 रिकॉर्ड की गई।
शीतकाल की बारिश इस बार रूठी हुई नजर आ रही है। अक्टूबर से अभी तक 60 मिमी ही वर्षा रिकार्ड की गई। जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इस बार दिसंबर व जनवरी के शुरुआत में सूखी ठंड का अधिक असर रहा। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में वर्षा होगी, जिससे जाड़े की बारिश की मात्रा में बढ़ोतरी होगी। सुबह धूप खिलने से मिली राहत, दोपहर बाद फिर बढ़ी ठंड
सरोवर नगरी में बीते दिनों हुई ओलावृष्टि व हिमपात के बाद बुधवार की सुबह खिली धूप से लोगों ने राहत महसूस की। हालांकि दोपहर बाद घने बादलों ने पुन: आसमान को अपने आगोश में ले लिया और फिर से कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई। जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अधिकतम तापमान 11 डिग्री व न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि अधिकतम आर्द्रता 61 व न्यूनतम 47 रिकॉर्ड की गई।
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