Move to Jagran APP

कार्बेट पार्क में गश्‍त कर लौट रहे डायरेक्टर और एसडीओ को हाथी ने डेढ़ किमी तक दौड़ाया

कॉर्बेट पार्क में जगह-जगह पर वन्य जीवों का खतरा है। इसकी ए‍क झलक सोमवार को भी देखने के लिए मिली। गश्त करके लौट रहे पार्क अधिकारियों व कर्मियों की जान पर बन आई।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Tue, 26 Feb 2019 08:04 PM (IST)
Hero Image
कार्बेट पार्क में गश्‍त कर लौट रहे डायरेक्टर और एसडीओ को हाथी ने डेढ़ किमी तक दौड़ाया
रामनगर, जेएनएन : कॉर्बेट पार्क में जगह-जगह पर वन्य जीवों का खतरा है। इसकी ए‍क झलक सोमवार को भी देखने के लिए मिली। गश्त करके लौट रहे पार्क अधिकारियों व कर्मियों की जान पर बन आई। टस्कर हाथी ने अधिकारियों के दो वाहनों को डेढ़ किलोमीटर तक दौड़ा दिया। टस्कर के हमलावर रूख से अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। वन चौकी में पहुंचकर उन्होंने अपनी जान बचाई।

कॉर्बेट पार्क के डायरेक्टर राहुल, एसडीओ कालागढ़ आरके तिवारी विभागीय वाहन से झिरना से रामनगर लौट रहे थे। उनके पीछे की सरकारी गाड़ी में झिरना के रेंजर प्रशांत हिंदवान व कालागढ़ के रेंजर राकेश भट्ट एवं उनका स्टाफ बैठा था। झिरना के अंतर्गत कठपुरिया चौकीपर अचानक टस्कर सामने सड़क पर आ गया। गनीमत रही कि अचानक डायरेक्टर के चालक ने बे्रक लगा दिए। हाथी आक्रामक रूप में वाहन की ओर बढऩे लगा। इससे अधिकारियों को अपने वाहन मोडऩे का समय भी नहीं मिला। हाथी को आता देखकर अधिकारियों ने वाहन बैक गियर में पीछे को भगाना शुरू कर दिया। इसके बाद टस्कर वाहनों को पीछे को दौड़ाता चला गया। करीब डेढ़ किलोमीटर हाथी द्वारा पीछा करने के बाद अधिकारियों ने बंबू स्रोत के समीप वन चौकी में पहुंचकर अपनी जान बचाई।

कंडी मार्ग पर भी है खतरा

टस्कर हाथी की सक्रियता से कंडी मार्ग से जाने वाले कांवडिय़ों की सुरक्षा पर भी खतरा बना है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि झिरना क्षेत्र में टस्कर हाथी स्टाफ को कई बार दिख जा रहा है। ऐसे में वह आक्रामक भी हो रहा है। सोमवार को पार्क निदेशक ने ग्रामीणों से वार्ता के दौरान कांवडिय़ों की सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई।

यह भी पढ़ें : हल्‍द्वानी में बुजुर्ग किसान की हत्‍या, शव अंडरग्राउंड बने पानी की टंकी में छिपाया

यह भी पढ़ें : टाइमपास के ये एप बच्‍चों के लिए हैं खतरनाक, अश्‍लीलता व साइबर बुलिंग काे दे रहे बढ़ावा

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।