Move to Jagran APP

रात में नॉर्मल पैदा हुए नवजात की सुबह मौत, अस्पताल प्रबंध के खिलाफ परिजनों ने किया हंगामा

नवजात की की मौत पर जिला अस्पताल में परिजनों ने जमकर हंगामा काटा और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। सीएमएस ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 05 Dec 2019 11:35 AM (IST)
Hero Image
रात में नॉर्मल पैदा हुए नवजात की सुबह मौत, अस्पताल प्रबंध के खिलाफ परिजनों ने किया हंगामा
बागेश्वर, जेएनएन : नवजात की की मौत पर जिला अस्पताल में परिजनों ने जमकर हंगामा काटा और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। सीएमएस ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। जिससे अस्पताल में सुबह से ही हड़कंप मचा रहा। 

बागेश्‍वर जिले के तुपेड़ गांव निवासी दरवान सिंह की पत्नी भावना देवी गत मंगलवार को सुबह जिला अस्पताल में एडमिट हुई और करीब 11.30 बजे उसने स्वस्थ्य नवजात को जन्म दिया। डॉक्टरों के अनुसार भी नवजात नार्मल था और बुधवार की सुबह करीब नौ बजे उसने अंतिम सांस ली। जिस पर परिजनों का आक्रोश भड़क गया और उन्होंने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया। तुपेड़ गांव से आए बुजुर्ग हयात सिंह खेतवाल ने कहा कि जिला अस्पताल की लापरवाही से उन्होंने पोता खोया है। उसकी रात में तबीयत खराब थी, सिस्टरों से डॉक्टर को बुलाने का आग्रह किया गया, लेकिन रात में कोई भी डॉक्टर नहीं आया और बच्चे को तेज बुखार था। तिमारदार रेखा लुमियाल ने कहा कि वह रातभर अस्पताल में थीं। बच्चा सो नहीं रहा था और वह काफी परेशान था। करीब रात 12 बजे से उसे तेज बुखार होने लगा और किसी ने भी उनकी मदद नहीं की और सुबह करीब नौ बजे उसने दम तोड़ दिया।

कहा कि भारी-भरकम वेतन लेने वाले डॉक्टर और अन्य स्टाफ इसके लिए पूरा जिम्मेदार है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि दूसरे के साथ ऐसा न हो। विशन लुमियाल ने कहा कि जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं ठीक नहीं हैं और आए दिन इस तरह की घटनाएं होती हैं। लोग किस्मत को कोसते हैं, लेकिन डॉक्टरों की अनदेखी के चलते ऐसा हो रहा है। जिला अस्पताल प्रशासन को ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।

अस्पताल प्रशासन को जमकर कोसा

जिला अस्पताल में नवजात की मौत के बाद परिजन फूट-फूट कर रोए और जिला अस्पताल प्रशासन को जमकर कोसा और आरोप लगाया कि डिलीवरी के बाद उनसे पैसे भी मांगे गए और उन्होंने यह रकम दी भी। उसके बावजूद भी उनके बच्चे को नहीं देखा गया। 

डॉक्‍टर ने बताया मौत का कारण

डॉक्टर बोले डॉ. गायत्री पांगती ने कहा कि मंगलवार को जिला अस्पताल में सात डिलीवरी हुई जिसमें पांच डिलीवरी उन्होंने कराईं। जिस बच्चे की मौत हुई है वह नार्मल पैदा हुआ। 11.30 बजे उनका जन्म हुआ और वह 3.5 किलो का था। शाम को राउंड पर थी और तब उसे देखा गया, लेकिन वह तब नार्मल था। सुबह राउंड पर आने पर उन्हें घटना की जानकारी मिली। नवजात की मौत हो सकता है दूध अधिक पीने से हो गई हो और उसकी छाती चोक हो सकती है।

घटना की जांच के दिए निर्देश

एसपी त्रिपाठी, प्रभारी, सीएमएस ने बताया कि घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं और तैनात कर्मचारियों को नोटिस भी दिया जा रहा है। प्रकरण की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

यह भी पढ़ें : छात्रवृत्ति घोटाला मामले में संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल को हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत

यह भी पढ़ें : दिसंबर पहले सप्ताह से ही हाड़कंपाने वाली सर्दी शुरू, हिल स्‍टेशनों का रुख कर रहे पर्यटक

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।