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Ragging in Haldwani Medical College: पुरानी रैगिंग की घटना अभी निपटी नहीं कि दोबारा मचा बवाल

मेडिकल कालेज में छात्रों की अराजकता थम नहीं रही है। चार मार्च 2022 को वायरल हुई वीडियो के बाद रैगिंग को लेकर मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा है। अब एक बार फिर हास्टल में मारपीट व कथित रैगिंग प्रकरण ने हायतौबा मचा दी है।

By Prashant MishraEdited By: Updated: Sat, 30 Apr 2022 08:03 PM (IST)
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रैगिंग को लेकर कालेज प्रशासन की अनुशासन संबंधी व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी जहां डाक्टरों की कमी और मशीनें खराब होने को लेकर सुर्खियों में हैं। वहीं रैगिंग व मारपीट संबंधी विवाद भी पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। चार मार्च, 2022 को वायरल हुई वीडियो के बाद रैगिंग को लेकर मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा है। अब एक बार फिर हास्टल में मारपीट व कथित रैगिंग प्रकरण ने हायतौबा मचा दी है। इसे लेकर कालेज प्रशासन की अनुशासन संबंधी व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।

मेडिकल कालेज में छात्रों की अराजकता थम नहीं रही है। कालेज प्रशासन के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। परिसर में बाइक चलाना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद फर्राटा भरते हैं। हास्टल में शराब की बोतलें मिलती हैं। हीटर आदि भी प्रयोग कर रहे हैं, जबकि इसका प्रयोग प्रतिबंधित है।

दो महीने से पहले ही दूसरी घटना

राजकीय मेडिकल कालेज में चार मार्च को एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें 27 छात्र सिर मुंडवाए हुए थे और परिसर में सिर झुकाकर चल रहे थे। मामला सुर्खियों में आने के बाद हाई कोर्ट भी पहुंचा। इसके बाद 14 मार्च को सीधे कमिश्नर व डीआइजी ने मामले की जांच की। रैगिंग की पुष्टि हुई।

123 से अधिक छात्रों के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई हुई। पांच-पांच हजार रुपये अर्थदंड लगाया गया और 19 मार्च को अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

कालेज पर रैगिंग का दाग पहले भी लगे

- सितंबर, 2018 को भी प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को झुककर चलने, मारपीट करने और परेशान करने की शिकायत की थी।

- अक्टूबर, 2018 में भी एमबीबीएस तीसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने दूसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों से मारपीट की थी। तब तीन छात्रों को हास्टल से निकाल दिया था।

- जुलाई, 2019 को एमबीबीएस के तृतीय वर्ष के छात्रों ने द्वितीय वर्ष के छात्रों के साथ मारपीट की थी। इसमें एक छात्र का कान का परदा फट गया था। तब सात छात्रों को तीन महीने के लिए हॉस्टल से निष्कासित किया था और 10-10 हजार रुपये जुर्माना लगाया था।

- चार मार्च, 2022 को वीडियो वायरल हुआ था। एमबीबीएस प्रथम वर्ष के 43 छात्रों के सिर मुंडवाए थे वे सिर झुकाकर परिसर में चल रहे थे।

रात में मारपीट और कमेटी के सामने गले मिलकर रोए

हास्टल में देर रात मारपीट के बाद दोनों छात्र सहमे हुए थे। सीनियर छात्र यानी इंटर्न ने अपनी गलती मानते हुए माफी मांगी। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न करने का वादा किया। अपनी गलती पर वह पछता रहा था और रोने लगा। कमेटी ने दोनों को आपस में बैठाया। इस बीच दोनों ने आपस में बातचीत की। सीनियर छात्र ने माफी मांगी। दोनों ने हाथ मिलाया और गले मिले।

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