नंदा देवी ईस्ट में लापता विदेशी ट्रैकर्स मामले में आई बड़ी खबर, रेस्क्यू टीम को दिखे पांच शव
सोमवार सुबह रेस्क्यू अभियान पर हेलिकॉप्टर से निकले वायु सेना के जवानों को पांच बॉडी दिखाई दी है। डीएम वीके जोगडंडे ने इस बात की पुष्टि की है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Tue, 04 Jun 2019 09:17 AM (IST)
पिथौरागढ़, जेएनएन : नंदा देवी चाेटी फतह करने गए दल के आठ सदस्यों के लापता होने के मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। सोमवार सुबह रेस्क्यू अभियान पर हेलिकॉप्टर से निकले वायु सेना के जवानों को पांच शव और कुछ इक्यूपमेंट्स दिखाई दिए हैं। डीएम वीके जोगडंडे ने इस बात की पुष्टि की है। नंदा देवी ईस्ट में बीते दिनों आए एवलांच में ब्रिटिश, अमेरिकन और ऑस्ट्रेलिया के सात और एक भारतीय लाइजनर आॅफिसर लापता हैं।
हिमालयन रन एंड ट्रैक प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली द्वारा संचालित नंदा देवी ईस्ट अभियान दस मई को नई दिल्ली से रवाना हुआ। इस दल में 12 सदस्य शामिल थे। जिसमें तीन यूके, तीन यूएसए, एक आस्ट्रेलिया का पर्वतारोही, एक भारतीय लाइजन ऑफिसर और चार पोर्टर शामिल थे। मुनस्यारी से भी 16 पोर्टर्स और मजदूर दल का सामान पहुंचाने बेस कैंप तक गए थे। दल 13 मई को मुनस्यारी से नंदा देवी बेस कैंप को रवाना हुआ। 31 मई की शाम साढ़े पांच बजे अभियान प्रायोजित कर रही नई दिल्ली की संस्था ने जिला प्रशासन को विदेशी पर्वतारोहियों और भारतीय लाइजनर ऑफिसर के लापता होने की सूचना दी। सूचना मिलते ही डीएम डॉ. वीके जोगदंडे ने आइटीबीपी, एसडीआरएफ आदि से सम्पर्क कर खोज एवं बचाव कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
हिमालयन रन एंड ट्रैक प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली द्वारा संचालित नंदा देवी ईस्ट अभियान दस मई को नई दिल्ली से रवाना हुआ। इस दल में 12 सदस्य शामिल थे। जिसमें तीन यूके, तीन यूएसए, एक आस्ट्रेलिया का पर्वतारोही, एक भारतीय लाइजन ऑफिसर और चार पोर्टर शामिल थे। मुनस्यारी से भी 16 पोर्टर्स और मजदूर दल का सामान पहुंचाने बेस कैंप तक गए थे। दल 13 मई को मुनस्यारी से नंदा देवी बेस कैंप को रवाना हुआ। 31 मई की शाम साढ़े पांच बजे अभियान प्रायोजित कर रही नई दिल्ली की संस्था ने जिला प्रशासन को विदेशी पर्वतारोहियों और भारतीय लाइजनर ऑफिसर के लापता होने की सूचना दी। सूचना मिलते ही डीएम डॉ. वीके जोगदंडे ने आइटीबीपी, एसडीआरएफ आदि से सम्पर्क कर खोज एवं बचाव कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
चार टैकर्स को पहले ही निकाला जा चुका है
नंदा देवी अभियान के दौरान बेस कैंप में फंसे इंग्लैंड निवासी चार ट्रैकर्स को हैलीकॉप्टर से सेना ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया है। जिसके बाद उन्हें सेना के ही हॉस्पीटल में पहुंचा दिया गया। चारों ट्रैकर्स नंदा देवी आरोहण दल में शामिल थे परंतु चोटी आरोहण में नहीं गए थे। जिसमें एक महिला ट्रैकर्स भी शामिल है। बेस कैम्प से जरचे क्वैन 32 वर्ष पुत्र मिशेल क्वैन निवासी यूके, केट आर्मस्टान 39 वर्ष पत्नी मैथ्यू आर्मस्ट्रांग निवासी यूके, इयान बडे 45 वर्ष पुत्र एंथोनी बडे निवासी यूके और मार्क थॉमस 44 वर्ष पुत्र विलिसन निवासी यूके को बेस कैम्प से पिथौरागढ़ के सेना अस्पताल पहुंचा दिया गया है।
नंदा देवी अभियान के दौरान बेस कैंप में फंसे इंग्लैंड निवासी चार ट्रैकर्स को हैलीकॉप्टर से सेना ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया है। जिसके बाद उन्हें सेना के ही हॉस्पीटल में पहुंचा दिया गया। चारों ट्रैकर्स नंदा देवी आरोहण दल में शामिल थे परंतु चोटी आरोहण में नहीं गए थे। जिसमें एक महिला ट्रैकर्स भी शामिल है। बेस कैम्प से जरचे क्वैन 32 वर्ष पुत्र मिशेल क्वैन निवासी यूके, केट आर्मस्टान 39 वर्ष पत्नी मैथ्यू आर्मस्ट्रांग निवासी यूके, इयान बडे 45 वर्ष पुत्र एंथोनी बडे निवासी यूके और मार्क थॉमस 44 वर्ष पुत्र विलिसन निवासी यूके को बेस कैम्प से पिथौरागढ़ के सेना अस्पताल पहुंचा दिया गया है।
दल में शामिल पर्वतारोही
1. मार्टिन मोरेन-यूके टीम लीडर
2.जॉन मेकलर्न-यूके
3: रुपेर्ट ह्वेवेल-यूके
4. रिचर्ड प्याने -यूके
5. रूथ मैक्केन-आस्ट्रेलिया
6. एंथनी सूडेकम-यूएसए
7. रोलाल्ड बैमेल-यूएसए
8. आइएमए के लाइजन आफीसर चेतन पांडेय-अल्मोड़ा
2.जॉन मेकलर्न-यूके
3: रुपेर्ट ह्वेवेल-यूके
4. रिचर्ड प्याने -यूके
5. रूथ मैक्केन-आस्ट्रेलिया
6. एंथनी सूडेकम-यूएसए
7. रोलाल्ड बैमेल-यूएसए
8. आइएमए के लाइजन आफीसर चेतन पांडेय-अल्मोड़ा
22 मई को मार्टिन ने फेसबुक पर की थी पोस्ट
नंदा देवी आरोहण में गए पर्वतारोहण दल के टीम लीडर मार्टिन मोरेन ने 22 मई को सायं 5:39 बजे फेसबुक पर पोस्ट डाली थी। इसके बाद फिर पोस्ट आनी बंद हो गई। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पर्वतारोही 22 की रात से ही लापता हैं। टीम लीडर मार्टिन मोरेन ने 22 मई को फेसबुक में जो पोस्ट डाली है उसमें लिखा है कि टीम नंदा देवी के दूसरे बेस कैंप में पहुंची है। बेस कैंप की ऊंचाई 4870 मीटर है। उन्होंने लिखा है कि इसके बाद अगले कदम की तैयारी हो रही है। 1939 से चल रहे हैं नंदा देवी अभियान
नंदा देवी आरोहण अभियान वर्ष 1939 से चल रहे हैं। प्रथम एवरेस्ट विजेता तेनजिंग नोर्के भी नंदा देवी आरोहण किए हैं। नंदा देवी चोटी पर दुनिया के कई देशों के पर्वतारोही चढ़े हैं। 1967-68 में तो अमेरिका और भारत के संयुक्त अभियान में यहां पर रडार लगाने के लिए उपकरण भी ले जाए गए थे। उपकरण चोटी तक नहीं पहुंच पाए थे। नंदा देवी आरोहण के अभियान 1. 1939 - पोलैंड के पर्वतारोही चढ़े
2. 1951 - फ्रांस के दल का अभियान, जिसमें एवरेस्ट विजेता तेनजिंग नोर्के भी शामिल थे।
3. 1975 - भारत और फ्रांस के पर्वतारोहियों का संयुक्त अभियान
4. 1976 - भारत और जापान के पर्वतारोहियों का संयुक्त अभियान
5. 1991 - भारत और रू स के पर्वतारोहियों का संयुक्त अभियान
6. 1992 - सीमा सुरक्षा बल के पर्वतारोहियों का अभियान
7.1994- स्पेनिश पर्वतारोहियों का अभियान
8.1995- भारत - अमेरिका का संयुक्त अभियान2017 में लापता हुए थे सात जवान
वर्ष 2017 में चले नंदा देवी अभियान में सात जवान लापता हुए थे। जबकि इससे पहले पंचाचूली अभियान में भी आइटीबीपी के सात पर्वतारोही लापता हुए हैं। पर्वतारोहण के क्षेत्र के कार्य करने वाली आइस संस्था के पर्वतारोही वासु पांडेय बताते हैं कि नंदा देवी में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जो एवलांच के लिहाज से संवेदनशील हैं। इस साल अधिक हिमपात के चलते इस बार एवलांच के अधिक आसार भी हैं। नंदा देवी क्षेत्र काफी सुंदर है। पर्वतारोही मार्टिन को यह खूब भाता है।यह भी पढ़ें : यात्री कृपया ध्यान दें : दिल्ली-पंतनगर-देहरादून के बीच अब हफ्तेभर संचालित होगी हवाई सेवा
यह भी पढ़ें : नंदा देवी ट्रैकिंग को गए लापता विदेशी पर्वतारोहियों की खोजबीन के लिए रेस्क्यू टीमें रवानालोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।नंदा देवी आरोहण में गए पर्वतारोहण दल के टीम लीडर मार्टिन मोरेन ने 22 मई को सायं 5:39 बजे फेसबुक पर पोस्ट डाली थी। इसके बाद फिर पोस्ट आनी बंद हो गई। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पर्वतारोही 22 की रात से ही लापता हैं। टीम लीडर मार्टिन मोरेन ने 22 मई को फेसबुक में जो पोस्ट डाली है उसमें लिखा है कि टीम नंदा देवी के दूसरे बेस कैंप में पहुंची है। बेस कैंप की ऊंचाई 4870 मीटर है। उन्होंने लिखा है कि इसके बाद अगले कदम की तैयारी हो रही है। 1939 से चल रहे हैं नंदा देवी अभियान
नंदा देवी आरोहण अभियान वर्ष 1939 से चल रहे हैं। प्रथम एवरेस्ट विजेता तेनजिंग नोर्के भी नंदा देवी आरोहण किए हैं। नंदा देवी चोटी पर दुनिया के कई देशों के पर्वतारोही चढ़े हैं। 1967-68 में तो अमेरिका और भारत के संयुक्त अभियान में यहां पर रडार लगाने के लिए उपकरण भी ले जाए गए थे। उपकरण चोटी तक नहीं पहुंच पाए थे। नंदा देवी आरोहण के अभियान 1. 1939 - पोलैंड के पर्वतारोही चढ़े
2. 1951 - फ्रांस के दल का अभियान, जिसमें एवरेस्ट विजेता तेनजिंग नोर्के भी शामिल थे।
3. 1975 - भारत और फ्रांस के पर्वतारोहियों का संयुक्त अभियान
4. 1976 - भारत और जापान के पर्वतारोहियों का संयुक्त अभियान
5. 1991 - भारत और रू स के पर्वतारोहियों का संयुक्त अभियान
6. 1992 - सीमा सुरक्षा बल के पर्वतारोहियों का अभियान
7.1994- स्पेनिश पर्वतारोहियों का अभियान
8.1995- भारत - अमेरिका का संयुक्त अभियान2017 में लापता हुए थे सात जवान
वर्ष 2017 में चले नंदा देवी अभियान में सात जवान लापता हुए थे। जबकि इससे पहले पंचाचूली अभियान में भी आइटीबीपी के सात पर्वतारोही लापता हुए हैं। पर्वतारोहण के क्षेत्र के कार्य करने वाली आइस संस्था के पर्वतारोही वासु पांडेय बताते हैं कि नंदा देवी में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जो एवलांच के लिहाज से संवेदनशील हैं। इस साल अधिक हिमपात के चलते इस बार एवलांच के अधिक आसार भी हैं। नंदा देवी क्षेत्र काफी सुंदर है। पर्वतारोही मार्टिन को यह खूब भाता है।यह भी पढ़ें : यात्री कृपया ध्यान दें : दिल्ली-पंतनगर-देहरादून के बीच अब हफ्तेभर संचालित होगी हवाई सेवा
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