हल्द्वानी व हरिद्वार से पकड़े पांच पैंगोलिन तस्कर, 13 किलो से ज्यादा शल्क बरामद
Smuggler Arrested with Pangolin वन विभाग को वन्यजीव तस्करों को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है। हल्द्वानी से गिरफ्तार तस्करों की पूछताछ में हरिद्वार के तस्करों की भी जानकारी मिलने पर उन्हें भी पकड़ लिया। भारी मात्रा शल्क समेत पांच तस्कर पकड़े गए।
By Prashant MishraEdited By: Updated: Sat, 20 Aug 2022 04:37 PM (IST)
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: Smuggler Arrested with Pangolin वन विभाग ने पैंगोलिन की शल्क के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। दो आरोपित हल्द्वानी और तीन हरिद्वार जिले से पकड़े गए। इनके कब्जे से 13 किलो से ज्यादा शल्क (खाल) बरामद हुई है। काल डिटेल के आधार पर कुछ संदिग्धों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
तराई केंद्रीय डिवीजन के एसओजी प्रभारी कैलाश चंद्र तिवारी ने बताया कि गुरुवार रात हल्द्वानी में भाखड़ा पुल के पास से जसपुर निवासी गनपत सिंह और बिजनौर निवासी राधाकृष्ण को गिरफ्तार कर लिया। इनसे ढाई किलो शल्क मिली।
हरिद्वार से भी दबोचा
पूछताछ के दौरान हरिद्वार के दादूबाड़ा निवासी ओमप्रकाश के बारे में सूचना मिली। जिसके बाद हल्द्वानी से रवाना हुई टीम ने शुक्रवार शाम हरिद्वार रोडवेज स्टेशन के पास से उसे पकड़ लिया।बाद में टीम ओमप्रकाश को लेकर कलियर के पास पहुंची। जहां दो अन्य तस्कर पवन और सतबीर को गिरफ्तार कर साढ़े दस किलो शल्क बरामद कर ली। आरोपितों को हल्द्वानी लाया गया है। दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।
रुड़की रेंज में हुआ शिकार
वन विभाग की पूछताछ में पता चला कि वन विभाग की रुड़की रेंज के काकड़बारा में पैंगोलिन का शिकार किया गया था। शल्क का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है। जिस वजह से तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है।शर्मीला होता है पैंगोलिन
सबसे बड़ी हैरानी की बात ये भी है कि इस जानवर से किसी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। ये जानवर बेहद शर्मिला होता है और इंसानों की नजरों में आने से पहले ही भाग लेता है।
पैंगोलिन अपना आशियाना ज्यादातर जमीन के नीचे बिल बनाकर या फिर सूखे और खोखले हो चुके पेड़ों में बनाता है। लेकिन पैसों के लालच में तस्कर इसकी जान को नहीं बख्शते हैं।
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