अमान्य प्रमाणपत्रों पर पालिका में पांच लोगों को नौकरी, दो को प्रमोशन तो वहीं अन्य दो रिटायर भी हो चुके nainital news
अल्मोड़ा नगर पालिका में पांच कर्मचारी अमान्य प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी करते मिले हैैं। इनमें दो कर्मी प्रोन्नति पा चुके हैैं तो दो ही सेवानिवृत भी हो चुके हैैं।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 18 Jan 2020 06:57 PM (IST)
अल्मोड़ा, जेएनएन : बहुचर्चित वित्तीय घोटाले से सुर्खियों में आई अल्मोड़ा पालिका में अब एक और धोखाधड़ी का जिन्न बाहर आया है। यहां पांच कर्मचारी अमान्य प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी करते मिले हैैं। इनमें दो कर्मी प्रोन्नति पा चुके हैैं तो दो ही सेवानिवृत भी हो चुके हैैं। आरटीआइ से खुलासा होने के बाद निदेशक शहरी विकास विभाग ने प्रमाणपत्रों को अमान्य करार देते हुए अल्मोड़ा पालिकाध्यक्ष व ईओ से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। ईओ ने कहा है कि कार्मिकों की प्रोन्नति वापस ली जाएगी।
मामला वर्ष 2005 का है। पालिका परिषद ने हिंदी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद (उप्र) की ओर से संचालित प्रथमा, मध्यमा व अन्य उच्चतर परीक्षा परिषद के प्रमाणपत्रों को माध्यमिक शिक्षा परिषद के समकक्ष मानते हुए कर्मचारियों को नियुक्ति दे दी। किसी व्यक्ति ने बीते वर्ष शहरी विकास निदेशालय देहरादून में आरटीआइ के जरिये सभी निकायों की सूचना मांगी। इस पर मामला पकड़ में आ गया। पता लगा कि अल्मोड़ा पालिका में हिंदी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद (उप्र) की प्रथमा, मध्यमा व अन्य उच्चतर परीक्षा परिषद के प्रमाणपत्रों के आधार पर पांच लोग हरीश चंद्र आर्या (माली पद पर), प्रकाश चंद्र पंत (सहायक लिपिक) व दीप चंद्र (सहायक लिपिक) पद पर नौकरी कर रहे हैैं। इनमें दो कर्मी प्रकाश चंद्र पंत और दीप चंद्र प्रोन्नति पा चुके हैैं, बाकी दो सेवानिवृत हो चुके हैैं। इनका नाम और डिटेल जुटाई जा रही है।
चार माह पूर्व जांच के आदेश को दबा गया पालिका प्रशासन निदेशक शहरी विकास विनोद कुमार सुमन ने 26 सितंबर को पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी व ईओ श्याम सुंदर को पत्र लिख धोखाधड़ी से नौकरी व पदोन्नति हासिल करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। करीब चार माह बाद हलकान पालिका प्रशासन अब जांच में जुट गई है।
प्रदेश के सभी निकायों में होगी प्रमाणपत्रों की जांच अल्मोड़ा नगर पालिका में अमान्य प्रमाणपत्रों के आधार पर लंबे समय से नौकरी कर रहे पांच लोगों का खुलासा होने के बाद निदेशक शहरी विकास विभाग विनोद कुमार सुमन ने प्रदेश के सभी निकायों में कार्यरत कार्मिकों के प्रमाणपत्रों की जांच करने के निर्देश जारी किए हैैं। ताकि ऐसे अमान्य प्रमाण पत्रों पर नौकरी करने वालों को चिन्हित किया जा सके। पत्र में निदेशक ने स्पष्ट किया है कि हिंदी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद की ओर से संचालित प्रथमा, मध्यमा अथवा उच्चतर परीक्षा परिषद को हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के समकक्ष माध्यमिक शिक्षा परिषद में न तो पूर्व में मान्यता थी, ना ही वर्तमान में मान्य है। उन्होंने सभी निकायों से ऐसे अमान्य प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी या प्रोन्नति पाने वाले कार्मिकों की रिपोर्ट मांगी है। कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। ईओ अल्मोड़ा श्याम सुंदर ने बताया कि पालिका निदेशक शहरी विकास का पत्र आया है। इस पर पांच कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं। जिनमें दो कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। शेष तीन अल्मोड़ा पालिका में कार्यरत हैं। अमान्य प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी या प्रोन्नति पाए तीनों कर्मचारियों की प्रोन्नति वापस ले ली जाएगी। अन्य वित्तीय लाभ की भी वसूली कराएंगे।
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