कोसी नदी के सरंक्षण के लिए हरेले पर देंगे पूरा एक दिन : सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत nainital news
सीएम ने कहा इस वर्ष हरेला पर्व पर एक दिन कोसी पुनर्जनन महाअभियान के तहत पौधरोपण को दिया जाएगा। साथ ही वन क्षेत्रों में वन्यजीवों के भोजन से जुड़ी प्रजातियों के पौधे लगाने को भी कहा।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 04 Jan 2020 08:18 AM (IST)
अल्मोड़ा, जेएनएन : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, नदी व जल संरक्षण को जो भी काम करें, अच्छा परिणाम मिलना चाहिए। जनभावनाओं से जुड़ी वृक्ष प्रजातियों पर जोर देते हुए सीएम ने कहा, इस वर्ष हरेला पर्व पर एक दिन कोसी पुनर्जनन महाअभियान के तहत पौधरोपण को दिया जाएगा। साथ ही वन क्षेत्रों में वन्यजीवों के भोजन से जुड़ी प्रजातियों के पौधे लगाने को भी कहा। उन्होंने कोसी जलागम के साथ ही अन्य नदियों के कैचमेंट एरिया पर भी पौधरोपण के साथ यांत्रिक व जैविक उपचार की जरूरत बताई। साथ ही तड़ागताल के विकास को तेजी से कदम बढ़ाने को कहा। सीएम त्रिवेंद्र शुक्रवार को अल्मोड़ा स्थित विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस) सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा को पहुंचे। उन्होंने कोसी पुनर्जनन के तहत लगाए गए पौधों की सुरक्षा पर खास जोर देते हुए उन्होंने आस्था व भावनाओं से जुड़े पौधे मसलन पीपल, तिमिल आदि ज्यादा लगाने तथा आमदनी के लिहाज से हिमाचल की भांति दाडि़म को महत्व देने को कहा।
अर्बन नक्सल ही कर रहे नागकिता कानून का विरोध
अल्मोड़ा : सीएम त्रिवेंद्र ने पत्रकार वार्ता में कहा कि अर्बन नक्सलवाद की संज्ञा देते हुए कहा कि तमाम ऐसी राजनीतिक शक्तियां भाजपा का विरोध कर रही। लगातार सत्ता से बाहर रहने के कारण आज हताशा निराशा में है और देश में अस्थिरता का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे। ये वही अर्बन नक्सल हैं जो इस तरह का प्रयास कर रहे। वह चाहते हैं कि समाज में अस्थिरता खड़ी हो। विरोध करने वाले कुछ खास लोग ही हैं। कहा कि यहूदियों व बांग्लादेशियों को तक भारत ने शरण दी। नागरिकता कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही ला सकते थे। इससे पूर्व कमजोर प्रधानमंत्री रहे जो इस पर ठोस निर्णय न ले सके। सवाल किया कि कांग्रेस बताए कि नागरिकता दी जाए या नहीं दी जाए। वह तो यह भी स्पष्टï नहीं कर पा रही।
मडवा, भट व मक्के की नई प्रजातियों का विमोचन सीएम त्रिवेंद्र ने विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान की विवेक कृषि संदेश सेवा का श्रीगणेश किया। इससे पंजीकृत किसानों को वॉयस मैसज से फसल प्रबंधन आदि की सटीक जानकारी मिल सकेगी। वहीं वैज्ञानिकों द्वारा तैयार वीएल मडवा, भट व मक्के की नई प्रजातियों का विमोचन भी किया। बाद में 13 किसानों को मडवा थ्रेशर, 37 जनजाती किसानों को कीटनाशक स्प्रे मशीनें व चमोली से पहुंची महिला किसानों को लघु कृषि यंत्र बांटे गए। संग्रहालय का जायजा भी लिया।
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