नेपाल बॉर्डर पर बाघ की हड्डियों के संग तस्कर के पकड़े जाने के बाद महकमा अलर्ट
नेपाल बॉर्डर पर बाघ की हड्डियां पकड़े जाने के बाद वन महकमा भी सतर्क हो चुका है। रेंजर के नेतृत्व में गुरुवार को वनकर्मियों ने नंधौर व जौलासाल का जंगल छान मारा।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 22 Feb 2019 12:55 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : नेपाल बॉर्डर पर बाघ की हड्डियां पकड़े जाने के बाद वन महकमा भी सतर्क हो चुका है। रेंजर के नेतृत्व में गुरुवार को वनकर्मियों ने नंधौर व जौलासाल का जंगल छान मारा। कुछ एरिया में खास चेकिंग की गई। गश्त के दौरान पैदल मार्ग पर मिले हर व्यक्ति को रोककर सख्ती से पूछताछ भी की गई।
बनबसा से गढ़ीकोट मार्ग पर मंगलवार देर रात वन विभाग व एसओजी की टीम ने सितारगंज निवासी रईस अहमद को गिरफ्तार कर उसके पास से 11 किलो 600 ग्राम बाघ की हड्डियां बरामद की थीं। पूछताछ में तस्कर ने हंसपुर खत्ता चोरगलिया निवासी गूजर निक्का व विक्की का नाम उगला था। इसके बाद टीम ने दोनों को आमखेड़ा से गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों की निशानदेही पर वन विभाग ने ठंडपानी से बाघ के अवशेष भी बरामद किए थे। गुरुवार सुबह से रेंजर ललित कुमार के नेतृत्व में वन्यजीवों की सुरक्षा व संदिग्धों को पता लगाने के लिए नंधौर व जौलासाल के घने जंगल में चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान संवदेनशील एरिया हसंपुर खत्ता, कलेगा, जौलासाल व काराकोट का चप्पा-चप्पा छाना गया। टीम में डिप्टी रेंजर प्रमोद बिष्ट, वन दारोगा पनीराम, गणेश सिंह, ललित चंद्र जोशी, ममता गोस्वामी, ज्योति गोस्वामी, आनंद अधिकारी, मथुरा दत्त जोशी, यशपाल गौनिया, हरीश सिंह आदि मौजूद रहे।
परमिशन के बिना गूजरों को एंट्री नहीं
चेकिंग अभियान के दौरान मिले सभी लोगों की तलाशी लेने के बाद उन्हें दोबारा जंगल में नहीं दिखने की हिदायत दी गई। वहीं आसपास रहने वाले गूजर परिवारों से रेंजर ललित कुमार ने साफ कहा कि बगैर अनुमति रिजर्व फॉरेस्ट में कोई नहीं घुसेगा। नियम का पालन नहीं करने पर कार्रवाई होगी।
यह भी पढ़ें : निजी अस्पताल संचालकों की हड़ताल : इमरजेंसी में स्ट्रेचर पर मरीजों का उपचार
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।