गिरिजा देवी मंदिर बंद होने के आदेश के बावजूद श्रद्धालुओं का आना नहीं थम रहा है। हालांकि उन्हें गिरिजा देवी के दर्शन तो नहीं हो पा रहे हैं लेकिन श्रद्धालुओं की आवाजाही से कई लोग मंदिर के पूर्णतया आदेश का पालन न होने को लेकर सवाल भी उठा रहे हैं। गिरिजा देवी मंदिर के मिट्टी के टीले में सुरक्षा संबंधी कार्य होना है।
जागरण संवाददाता, रामनगर। गिरिजा देवी मंदिर बंद होने के आदेश के बावजूद श्रद्धालुओं का आना नहीं थम रहा है। हालांकि उन्हें गिरिजा देवी के दर्शन तो नहीं हो पा रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की आवाजाही से कई लोग मंदिर के पूर्णतया आदेश का पालन न होने को लेकर सवाल भी उठा रहे हैं।
गिरिजा देवी मंदिर के मिट्टी के टीले में सुरक्षा संबंधी कार्य होना है।
सिंचाई विभाग ने मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए पूर्णतया बंद रखने को कहा है। ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही से काम प्रभावित न हो पाए। दस मई से मंदिर को बंद रखा गया है। सिंचाई विभाग ने 30 जून तक का समय मांगा है। लेकिन कार्य जल्दी होने पर मंदिर को पहले भी खोल दिया जाएगा। मंदिर में ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य की कार्रवाई शुरू कर दी है।
कोसी नदी में स्नान कर रहे श्रद्धालु
अब मशीनें व आवश्यक संसाधन मौके पर लाया जाना है। मंदिर में श्रद्धालुओं के वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए हाईवे किनारे बाहर मुख्य गेट पर बैरिकेडिंग लगाई गई है। लेकिन श्रद्धालु गेट पर ही वाहन खड़े कर मंदिर परिसर तक पहुंच जा रहे हैं। इतना ही नहीं श्रद्धालु कोसी नदी में भी स्नान के लिए पहुंच जा रहे हैं। लेकिन गिरिजा देवी मंदिर बंद होने से वह बिना दर्शन किए वापस लौट जा रहे हैं।
मंदिर पूर्णतया बंद होने के आदेश के बाद भी श्रद्धालुओं की आवाजाही से कुछ लोग नाराज है। उनका कहना है कि आदेश के बाद भी श्रद्धालु मंदिर परिसर तक पहुंच रहे हैं। उधर प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि अभी निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। कार्य में तेजी आते ही श्रद्धालुओं को बाहर गेट पर ही रोक दिया जाएगा।
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