आरपीएफ की परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थी को गार्डों ने बेरहमी से पीटा, जानिए कारण
नैनीताल रोड स्थित एक स्कूल में एग्जाम देने आए नानकमत्ता के युवक को गार्डों ने जमकर पीटा। विवाद प्रवेश पत्र की पुरानी फ़ोटो के लेकर हुआ था।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 04 Feb 2019 12:11 PM (IST)
नैनीताल, जेएनएन : नानकमत्ता से हल्द्वानी रेलवे पुलिस फोर्स की परीक्षा देने आए एक युवक को निजी स्कूल के स्टॉफ ने बेरहमी से पीट दिया। विवाद युवक की फोटो को लेकर उपजा था। जो कि प्रवेश पत्र से नहीं मिल रही थी। घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं। वहीं पुलिस ने भी स्कूल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई। बाद में रेलवे ने युवक को तीसरी पाली में परीक्षा दिलवाई। इससे पूर्व दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
आरपीएफ में सिपाही पद पर नियुक्ति को लेकर रविवार को हल्द्वानी में लिखित परीक्षा आयोजित थी। टुकड़ी बिचला नानकमत्ता जिला यूएसनगर निवासी बलविंदर सिंह (21) भी पेपर देने आया था। सुबह नौ बजे पहली शिफ्ट में उसका पेपर था। बलविंदर के मुताबिक साढ़े आठ बजे करीब वह क्वींस स्कूल के गेट पर पहुंचा। वहां मौजूद स्टॉफ से फोटो को लेकर उसकी बहस हो गई। दरअसल, पूर्व में उसने पगड़ी बांधी फोटो आवेदन फार्म में चस्पा की थी, जबकि रविवार सुबह वह बगैर पगड़ी के आया था। बलविंदर ने बताया कि स्टॉफ ने उसे पगड़ी वाली फोटो लेकर आने को कहा। जिसके बाद वह एक स्टूडियो में जाकर दोबारा फोटो खींचकर ले आया। आरोप है कि उसके बावजूद एंट्री नहीं दी गई।
विवाद बढऩे पर उसके साथ दोबारा हाथापाई शुरू कर दी गई। गेट के बाहर खड़े बलविंदर को आधा दर्जन लोग खींचकर अंदर ले गए और जमीन पर गिराकर उसे मारा गया। इस बीच वहां खड़े कुछ अन्य परीक्षार्थी उसे छोडऩे को कहते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। किसी तरह उनके चंगुल से पीछा छुड़ाकर वह कोतवाली पहुंच गया। यहां उसने एसएसआइ विजय सिंह मेहता को घटना से अवगत कराया, जिसके बाद स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोग भी पहुंच गए। जहां उन्होंने पुलिस से कहा कि युवक ने स्टॉफ के साथ पहले अभद्रता की थी, जिस पर एसएसआइ मेहता ने फटकार लगाते हुए कहा कि मामले की शिकायत पुलिस से करते। पीटने का अधिकारी स्टॉफ को नहीं है। वहीं सूचना पर आरपीएफ इंस्पेक्टर रंदीप कुमार भी कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों में आपसी रजामंदी से समझौता हो गया था। इंस्पेक्टर रंदीप ने बताया कि उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद युवक को तीसरी पाली (चार से साढ़े पांच) में पेपर दिलवाया गया।
आरपीएफ में सिपाही पद पर नियुक्ति को लेकर रविवार को हल्द्वानी में लिखित परीक्षा आयोजित थी। टुकड़ी बिचला नानकमत्ता जिला यूएसनगर निवासी बलविंदर सिंह (21) भी पेपर देने आया था। सुबह नौ बजे पहली शिफ्ट में उसका पेपर था। बलविंदर के मुताबिक साढ़े आठ बजे करीब वह क्वींस स्कूल के गेट पर पहुंचा। वहां मौजूद स्टॉफ से फोटो को लेकर उसकी बहस हो गई। दरअसल, पूर्व में उसने पगड़ी बांधी फोटो आवेदन फार्म में चस्पा की थी, जबकि रविवार सुबह वह बगैर पगड़ी के आया था। बलविंदर ने बताया कि स्टॉफ ने उसे पगड़ी वाली फोटो लेकर आने को कहा। जिसके बाद वह एक स्टूडियो में जाकर दोबारा फोटो खींचकर ले आया। आरोप है कि उसके बावजूद एंट्री नहीं दी गई।
विवाद बढऩे पर उसके साथ दोबारा हाथापाई शुरू कर दी गई। गेट के बाहर खड़े बलविंदर को आधा दर्जन लोग खींचकर अंदर ले गए और जमीन पर गिराकर उसे मारा गया। इस बीच वहां खड़े कुछ अन्य परीक्षार्थी उसे छोडऩे को कहते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। किसी तरह उनके चंगुल से पीछा छुड़ाकर वह कोतवाली पहुंच गया। यहां उसने एसएसआइ विजय सिंह मेहता को घटना से अवगत कराया, जिसके बाद स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोग भी पहुंच गए। जहां उन्होंने पुलिस से कहा कि युवक ने स्टॉफ के साथ पहले अभद्रता की थी, जिस पर एसएसआइ मेहता ने फटकार लगाते हुए कहा कि मामले की शिकायत पुलिस से करते। पीटने का अधिकारी स्टॉफ को नहीं है। वहीं सूचना पर आरपीएफ इंस्पेक्टर रंदीप कुमार भी कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों में आपसी रजामंदी से समझौता हो गया था। इंस्पेक्टर रंदीप ने बताया कि उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद युवक को तीसरी पाली (चार से साढ़े पांच) में पेपर दिलवाया गया।
प्रबंधक ने बताया हो गया समझौता
आरपी सिंह, प्रबंधक क्वींस स्कूल ने बताया कि मैं विद्यालय में नहीं था। परीक्षा देने आए अभ्यर्थी के गेटकीपर से अभद्रता करने पर मारपीट होने की जानकारी मिली है। बहरहाल, दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
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आरपी सिंह, प्रबंधक क्वींस स्कूल ने बताया कि मैं विद्यालय में नहीं था। परीक्षा देने आए अभ्यर्थी के गेटकीपर से अभद्रता करने पर मारपीट होने की जानकारी मिली है। बहरहाल, दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
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