जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। Haldwani Crime: पुलिस ने बनभूलपुरा से लापता नाबालिग छात्राओं को पांच दिन बाद उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर से सकुशल बरामद कर लिया है। दूसरे समुदाय का नाबालिग अपने मामा के कहने पर छात्राओं को भगाकर ले गया था। मामा के अलावा आरोपित की बहन व जीजा ने भी छात्राओं को भगाने में मदद की।
छात्राओं को दिल्ली के बाद मुंबई भेजने की तैयारी चल रही थी, मगर पुलिस ने मंसूरपुर मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से दोनों छात्राओं व आरोपित नाबालिग को हिरासत में ले लिया। तीनों को हल्द्वानी लाकर पूछताछ जारी है। इधर, नाबालिगों को भागने में सहयोग रहने वाले नाबालिग के मामा, दीदी-जीजा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दोनों नाबालिग छात्राओं को छुपाकर रखा
डीजीपी ने पुलिस टीमों को 20 हजार, डीआइजी ने पांच व एसएसपी ने ढाई हजार रुपये इनाम दिया है।
सोमवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि 20 जून को बनभूलपुरा से नौवीं व 11वीं में पढ़ने वाली दो छात्राएं लापता हो गई थीं।
क्षेत्र के एक दूसरे समुदाय के नाबालिग पर छात्राओं को भगाने का आरोप था। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्राथमिकी की और नाबालिग छात्राओं की तलाश के लिए एसओजी व सर्विलांस समेत चार टीमों का गठन किया। सीसीटीवी फुटेज में नाबालिग रोडवेज स्टेशन से टेंपो में सवार होकर मंगलपड़ाव की ओर जाते दिखे थे।
नाबालिग की पहचान
बनभूलपुरा निवासी दूसरे समुदाय के 16 वर्षीय नाबालिग के रूप में हुई। लोकेशन व सीडीआर से नाबालिग की लोकेशन सहसवान जिला बदायूं निकली। बदायूं में नाबालिग दोनों छात्राओं को अपनी बहन नूरीन उर्फ निशा व जीजा उजैर उर्फ आसिफ के घर ले गया था।
निशा व उसके पति आसिफ ने दोनों नाबालिग छात्राओं को छुपाकर रखा। छात्राओं को हल्द्वानी से भगाने में आरोपित के मामा बनभूलपुरा निवासी मो. अब्दुल शमी उर्फ भोला ने पूरा सहयोग किया। उसी ने दोनों को भगाकर ले जाने की बात कही। सोमवार को बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी व एसओजी प्रभारी संजीत राठौर व मंगलपड़ाव चौकी इंचार्ज दिनेश जोशी ने नाबालिगों को मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया।
इन्हें आरोपित बनाकर किया गिरफ्तार
ग्राम बिहारी, थाना सिखेडा, मुजफ्फरनगर निवासी आमिल, मृदाटोला, थाना सहसवान, बदायूं निवासी निशा व उसका पति उजैर उर्फ आसिर, लाइन नंबर 17 बनभूलपुरा निवासी अब्दुल समी उर्फ भोला व नाबालिग।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी, एसओजी प्रभारी संजीत राठौर, मंगलपड़ाव चौकी इंचार्ज दिनेश जोशी, भीमताल थानाध्यक्ष जगदीप नेगी, लालकुआं कोतवाली के एसओ गौरव जोशी, मल्ला काठगोदाम चौकी इंचार्ज फिरोज आलम, खेड़ा चौकी इंचार्ज मनोज कुमार, बनभूलपुरा के एसआइ विरेंद्र चंद्र, अनिल कुमार, हेड कांस्टेबल इसरार नवी, ललित श्रीवास्तव, कांस्टेबल राजेश बिष्ट, अरुण राठौर, नवीन राणा, कारज सिंह, महबूब आलम, मुनेंद्र, शिवम।
बागेश्वर में विशेष समुदाय के युवक को भीड़ ने धूना
बागेश्वर : नुमाइशखेत के एक घर में दो युवतियां तथा एक युवक की सूचना मिलने पर पुलिस अलर्ट हो गई। हिंदू संगठनों ने घर के आगे जमकर हंगामा किया। मामले को लव-जेहाद करार दिया। पुलिस के पहुंचने पर युवतियां घर पर नहीं मिलीं। इसी दौरान आक्रोशित भीड़ ने दूसरे समुदाय के आरोपित युवक को पीट दिया।
पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।बाजार में बीते 15 सालों से कपड़े की दुकान चलाने वाला 30 वर्षीय साबिद मूल रूप से हल्द्वानी का रहने वाला है। मंगलवार को अपराह्न वह किराये के घर पर पहुंचा। उसके साथ दो युवतियां भी बताईं जा रही थीं। हिंदू संगठनों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। पुलिस को सूचना दी और हंगामा शुरू हो गया।
पुलिस दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंची। लेकिन वहां युवतियां नहीं मिलीं। तब तक भीड़ ने साबिद की जमकर पिटाई कर दी थी। पुलिस ने बीचबचाव किया तथा साबिद को अपने साथ कोतवाली ले आई। उसका मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है। घटना को हिंदू संगठन लव जेहाद बता रहे हैं।
वहीं युवतियों को लेकर भी शहर में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। इधर, पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी ने कहा कि मामला लव जेहाद का नहीं है। साबिद को हिरासत में लिया गया है। जांच आदि के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।