सीमा विस्तार का असर : नए शहर में पुराने लोग अब पीएंगे 45 लाख लीटर अधिक पानी
नगर निगम के विस्तार के बाद 36 गांव शहर में शामिल हो गए हैं। अब इन गावों के लोगों को भी शहर के मानकों के हिसाब से जलापूर्ति होगी।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 06 Dec 2018 12:25 PM (IST)
संदीप मेवाड़ी, हल्द्वानी : नगर निगम के विस्तार के बाद 36 गांव शहर में शामिल हो गए हैं। अब इन गावों के लोगों को भी शहर के मानकों के हिसाब से जलापूर्ति होगी। प्रति व्यक्ति 65 लीटर पानी अधिक मिलने से अब जल संस्थान को प्रतिदिन 45 लाख लीटर पानी की अधिक जरूरत होगी। वर्तमान संसाधनों से नए मानकों के आधार पर पानी उपलब्ध कराना विभाग के लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि अधिकारी नए नलकूप लगाकर शहरी मानकों के आधार पर पानी की जरूरत पूरी करने की तैयारी में जुटे हैं।
जल संस्थान को करनी पड़ेगी मशक्कत नगर निगम की आबादी अब पांच लाख पहुंच चुकी है। 36 गावों के नगर में विलय से वार्डों की संख्या 25 से बढ़कर 60 हुई है। जलसंस्थान के रिकॉर्ड के मुताबिक नए मानकों के हिसाब से नगर क्षेत्र में 77.5 एमएलडी पानी की जरूरत पड़ेगी। जबकि गौला व नलकूपों से कुल 80 एमएलडी पानी मिलता है। इसमें से आठ से दस फीसद पानी बर्बाद चला जाता है। बर्बादी के चलते जल संस्थान सिर्फ 73 एमएडली पानी की की आपूर्ति कर पा रहा है। इस हिसाब से 4.5 एमएलडी यानि 45 लाख लीटर पानी की जरूरत जलसंस्थान को और पड़ेगी।
प्रति व्यक्ति 65 लीटर अधिक मिलेगा पानी जलसंस्थान के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 70 लीटर प्रति व्यक्ति व शहरी क्षेत्र के लिए 135 लीटर प्रति व्यक्ति पानी दिए जाने का मानक है। इस हिसाब से शहर में शामिल नए गांवों के प्रत्येक व्यक्ति को अब 65 लीटर प्रतिदिन पानी अधिक मिलेगा। हालांकि ये पानी कहां से आएगा, यह जलसंस्थान के लिए बड़ा सवाल है।
34 हजार उपभोक्ता नगर निगम में शामिल नगर निगम के विस्तार से पहले तक 23 हजार कनेक्शन शहर में थे। जबकि विस्तार के बाद इन कनेक्शनों की संख्या 57200 तक पहुंच चुकी है। ऐसे में नगर निगम में शामिल 34 हजार नए उपभोक्ताओं को शहरी क्षेत्र के लिए तय मानकों का फायदा मिलेगा। वहीं, पुराने गांवों के 224 स्टैंड पोस्टों से भी शहर के मानकों के हिसाब से पानी दिया जाएगा।
बढ़े पानी के साथ मिलेगा बढ़ा बिल जल संस्थान शहरी क्षेत्र में नगर निगम के भवन एसेसमेंट के हिसाब से पानी का बिल वसूलता है। शहरी क्षेत्र में 143 रुपये से लेकर 300 रुपये तक पेयजल का बिल वसूला जाता है। इस हिसाब से औसतन 230 रुपये प्रति कनेक्शन का बिल आता है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 206 रुपये औसतन प्रति कनेक्शन बिल लिया जाता है। नगर निगम में शामिल गांवों में पेयजल सप्लाई बढऩे के साथ ही पेयजल बिलों का भवन व परिसर के एसेसमेंट के हिसाब से बिल वसूला जाएगा। जिससे उपभोक्ताओं को पूर्व की अपेक्षा अधिक बिल चुकाना होगा।
सीमा विस्तार की वजह से बढ़ गई जरूरत विशाल कुमार, ईई, जलसंस्थान, हल्द्वानी ने बताया कि नगर निगम का विस्तार की वजह से शहरी मानक पूरा करने के लिए अतिरिक्त पानी की जरूरत होगी। इसके लिए नए नलकूपों के प्रस्ताव बनाए जाएंगे। वहीं लीकेज की मरम्मत कर पानी की बर्बादी रोकने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
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