Haldwani Nagar Nigam : कूड़ा उठा न वेतन मिला, जानें कहां उलझी सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति
Haldwani Nagar Nigam आठ जनवरी को मेयर डा. जोगेंद्र रौतेला व नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने आचार संहिता लागू होने से दो घंटे पहले कूड़ा वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 27 कूड़ा वाहनों में चालक-परिचालक रखे गए। पर आचार संहिता के चलते काम रुका है।
गणेश पांडे, हल्द्वानी : नगर निगम के नव सम्मिलित वार्डों में घर-घर से कूड़ा उठान के लिए रखे गए कर्मचारियों की नियुक्ति आचार संहिता की वजह से उलझ गई है। कर्मचारियों के दस्तावेजों का सत्यापन तक नहीं हो पाया है। कार्मिकों की नियुक्ति किस माध्यम से होगी और बजट किस मद से जाएगा, यह भी तय नहीं है। आठ जनवरी को आचार संहिता लागू होने के दिन काम पर रखे कर्मचारियों को अब तक जनवरी का मानदेय नहीं मिल पाया है। 10 मार्च को चुनावी नतीजे आने तक आचार संहिता प्रभावी रहेगी। ऐसे में अगले दो सप्ताह भी वेतन मिलने को लेकर संशय बरकरार है।
हल्द्वानी ब्लाक के 36 गांवों को 2018 में हुए परिसीमन के बाद नगर निगम में शामिल कर लिया गया था। नवंबर में चुनाव हुए। दो दिसंबर को निगम के नए बोर्ड ने शपथ ली। उम्मीद थी कि नव सम्मिलित 27 वार्डों को पर्यावरण मित्र मिलेंगे। घर-घर से कूड़ा उठान होगा। तीन वर्ष के लंबे इंतजार के बाद आठ जनवरी को मेयर डा. जोगेंद्र रौतेला व नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने आचार संहिता लागू होने से दो घंटे पहले कूड़ा वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 27 कूड़ा वाहनों में चालक-परिचालक रखे गए। वार्डों की सफाई के लिए भी कर्मचारी काम पर रखे गए हैं। निगम प्रशासन 250 कार्मिकों को काम पर रखने की बात कह रहा है। हालांकि दस्तावेजों में अभी तक कार्मिकों का सही-सही ब्योरा तक नहीं है। कर्मचारियों के बैंक खाते नहीं खुल हैं। चार दिन बाद निगम प्रशासन पर कार्मिकों के दो माह के वेतन की देनदारी हो जाएगी।
उपनल से भर्ती की चल रही थी तैयारी
कर्मचारियों की नियुक्ति की तैयारी के समय चालक-परिचालक को आउटसोर्स एजेंसी उपनल के माध्यम से भर्ती करने की बात कही गई। नियुक्ति होने तक भी कार्मिकों में यही चर्चा रही। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है कि उपनल से नियुक्ति प्रक्रिया अत्यधिक लंबी थी। आचार संहिता प्रभावी होने से तब वह पूरी नहीं हो पाई।
अभी कम मानदेय से करना होगा संतोष
आमतौर पर चालक-परिचालक का वेतन मोहल्ला स्वच्छता समिति के तहत कार्यरत कार्मिकों के मानदेय से अधिक होता है। बताया जा रहा है कि विधिवत नियुक्ति न होने से अभी सभी को मोहल्ला स्वच्छता समिति से कार्यरत दिखाकर पिछले बकाये का भुगतान किया जाएगा। स्वच्छता समिति कार्मिक के 8250 रुपये प्रति माह मानदेय निर्धारित है।
यह है मोहल्ला स्वच्छता समिति
वार्डों की सफाई व उसकी निगरानी के लिए क्षेत्र के लोगों की मोहल्ला स्वच्छता समिति गठित होती है। इसमें अध्यक्ष, सचिव आदि पदाधिकारी होते हैं। मोहल्ले की सफाई के लिए समिति सर्वसम्मति से एक कर्मचारी नियुक्त करती है। इसके मानदेय का भुगतान नगर निगम करता है।
नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है कि कार्मिकों की नियुक्ति के लिए जरूरी दस्तावेजी कार्यवाही गतिमान है। फिलहाल निगम बोर्ड फंड से मानदेय का भुगतान किया जाएगा। आचार संहिता हटने के बाद नियुक्तियों पर नए सिरे से विचार किया जाएगा।