डीएम वंदना की ओर से रविवार की रात को आदेश जारी किया। रविवार तक बनभूलपुरा में अतिक्रमण मुक्त स्थल की 100 मीटर की परिधि तक कर्फ्यू लगाया गया था। बाकी क्षेत्र में दिन का कर्फ्यू लगा था लेकिन नए आदेश में कहा गया है कि 19 फरवरी से सुबह पांच बजे से रात 10 बजे तक कर्फ्यू से जुड़े सभी तरह के प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। बनभूलपुरा बवाल के बाद लगे कर्फ्यू में जिला प्रशासन ने बड़ी राहत दे दी है। अब पूरे बनभूलपुरा क्षेत्र में दिन का कर्फ्यू हटा दिया गया है। अतिक्रमण मुक्त किए गए स्थल के आसपास भी अब दिन में किसी तरह का प्रतिबंध नहीं रहेगा। केवल रात 10 से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू रहेगा।
डीएम वंदना की ओर से रविवार की रात को आदेश जारी किया। रविवार तक बनभूलपुरा में अतिक्रमण मुक्त स्थल की 100 मीटर की परिधि तक कर्फ्यू लगाया गया था। बाकी क्षेत्र में दिन का कर्फ्यू लगा था, लेकिन नए आदेश में कहा गया है कि 19 फरवरी से सुबह पांच बजे से रात 10 बजे तक कर्फ्यू से जुड़े सभी तरह के प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।
रात 10 से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू
अब बनभूलपुरा क्षेत्र में केवल रात 10 से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू रहेगा। वहीं, दिन भर सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, जोनल मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी, एसडीएम पारितोष वर्मा समेत पुलिस अधिकारी दिन भर क्षेत्र में भ्रमण करते रहे। लोगों से शांति की अपील करते रहे। क्षेत्र के प्रतिनिधियों से भी वार्ता की गई। प्रतिनिधियों व धर्मगुरुओं ने भी अब शांति बहाली का आश्वासन दिया। वहीं कर्फ्यू की वजह से लोग परेशान हो रहे थे। अब 12वें दिन राहत मिल जाएगी।
मुस्लिम धर्मगुरु लगातार जारी कर रहे शांति की अपील
जमीयत उलेमा देहरादून के नायब सदर अब्दुल सत्तार, जमीयत उलेमा उत्तराखंड के सदस्य मोहम्मद शाह, देहरादून के शहर अध्यक्ष मुस्तकीम, खुर्शीद आल व अब्दुल समद भी हल्द्वानी पहुंचे। उन्होंने क्षेत्र का जायजा लिया। वीडियो जारी कर उन्होंने कहा कि हमने पुलिस प्रशासन से वार्ता की और शांति बहाली की अपील की।
इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण घटना समझकर भूल जाना चाहिए। जो दूरियां हमारे अंदर पैदा हुई हैं, वह दूर हों। जिला प्रशासन ने हालात को सामान्य करने के लिए जो कदम उठाए, वह सराहनीय है। कर्फ्यू में और ढील देने के साथ ही निर्दोष को सजा न मिलने की मांग की। वहीं बनभूलपुरा की एक छात्रा ने भी जिला प्रशासन की तारीफ की और कहा कि कर्फ्यू में उनकी ओर से किए गए एक फोन से राहत सामग्री उपलब्ध हो गई थी।
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