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Haldwani: स्किल कोर्सों की चिंता खत्म, अब आनलाइन होगी पढ़ाई, स्नातक स्तर पर समान कौशल पाठ्यक्रम के विकल्प

हल्द्वानी प्रदेश के राज्य विश्ववविद्यालयों में इस सत्र से स्नातक स्तर पर एक समान कौशल पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। विद्यार्थियों को अपनी पसंद के अनुसार कोर्स चयन की छूट मिलेगी। स्किल कोर्सों की कक्षाएं राज्यभर के विवि परिसर और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: riya.pandeyUpdated: Sat, 10 Jun 2023 03:31 PM (IST)
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प्रदेश के राज्य विश्ववविद्यालयों में इस सत्र से स्नातक स्तर पर एक समान कौशल पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे।

हल्द्वानी, (सुमित जोशी) : प्रदेश के राज्य विश्ववविद्यालयों में इस सत्र से स्नातक स्तर पर एक समान कौशल पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। विद्यार्थियों को अपनी पसंद के अनुसार कोर्स चयन की छूट मिलेगी। स्किल कोर्सों की कक्षाएं कालेज परिसर में नहीं लगेंगी बल्कि राज्यभर के विवि परिसर और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग ने इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके लिए कुमाऊं विवि, एसएसजे विवि, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि और उत्तराखंड मुक्त विवि की ओर से तैयार स्किल कोर्सों को सूचीबद्ध किया गया है।

महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर मिलेंगे समान कौशल पाठ्यक्रमों के विकल्प

महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर प्रवेश आवेदन के दौरान विद्यार्थी चारों में से किसी भी विवि का स्किल कोर्स चुन सकता है। ऐसे में स्किल कोर्स के लिए उसका पंजीकरण संबंधित विवि में होगा। कौशल पाठ्यक्रम की पढ़ाई, प्रशिक्षण और परीक्षा भी संबंधित विवि के स्तर से ही कराई जाएगी। साथ ही विवि वर्चुअल माध्यम में अध्ययन सामग्री भी छात्रों को प्रदान करेगा। इससे छात्र-छात्राओं को स्किल से जुड़े पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने में परेशानी नहीं होगी। हालांकि, कौशल विषयों की पढ़ाई के लिए 500 रुपये शुल्क फीस के साथ अतिरिक्त भुगतान करना होगा।

दोपहर तीन से चार बजे तक कक्षा

कालेज समय के बाद रोजाना दोपहर तीन से शाम चार बजे के बीच 40 मिनट तक स्किल कोर्सों की पढ़ाई होगी। इसमें स्किल कोर्स प्रदाता विवि के प्राध्यापक आनलाइन जुड़कर विद्यार्थियों को पढ़ाई कराएंगे। कक्षा का लिंक विद्यार्थी को किस माध्यम से प्राप्त होगा, इस पर फैसला लिया जाना अभी शेष है।

कक्षा पढ़ने के साथ आनलाइन उपस्थिति भी लगेगी

एनईपी में स्किल कोर्सों के लिए क्रेडिट तय किए गए हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को आनलाइन कक्षा में जुड़ने से पहले रोजाना एक वर्चुअल फार्म भरना होगा। उसी के बाद वह क्लास से जुड़ पाएगा। विद्यार्थियों की ओर से लगाई गई यह उपस्थिति उसके समर्थ पोर्टल अकाउंट पर दिखेगी।

पिछले सत्र यह थी व्यवस्था

उत्तराखंड मुक्त विवि को छोड़ प्रदेश के तीन राज्य विश्वविद्यालयों में पिछले सत्र से स्नातक स्तर पर नई शिक्षा नीति लागू कर दी गई थी। तीनों विवि की ओर से अलग-अलग स्किल कोर्स तय किए गए थे। साथ ही कालेजों ने भी अपनी सुविधा के अनुसार कला, विज्ञान और वाणिज्य में एक-एक कोर्स लगाए थे। विद्यार्थियों के लिए अध्ययन सामग्री और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी नहीं थी। ऐसे में काफी छात्र स्किल कोर्सों में फेल भी हो गए थे।

सदस्य एनईपी ड्राफ्टिंग कमेटी प्रो. पीडी पंत के अनुसार कालेजों में स्किल कोर्सों की पढ़ाई आनलाइन कराई जाएगी। सभी राज्य विश्वविद्यालयों में एक समान स्किल कोर्स संचालित होंगे। इसका ड्राफ्ट तैयार हो गया है और इसी सत्र से व्यवस्था लागू होगी।