रेखा आर्य ने लंबा पोस्ट लिखकर हरदा को घेरा, हरदा ने लिखा उज्याड़ू बल्द, बकरियां मुझसे पूछ रहे सवाल
उत्तराखंड सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने लंबा चौड़ा पोस्ट लिखकर हरदा को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने अपने पोस्ट में हरदा के चुनाव लड़ने से लेकर खुद सत्ता में होने पर महिलाओं के लिए कुछ करने तक के आरोप लगाए हैं।
नैनीताल, जागरण संवाददाता : बधाई और शुभकामनाएं देने तक इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहने वाले उत्तराखंड के बड़े-बड़े नेता अब इसकी ताकत को पहचान रहे हैं। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत तो काफी पहले से इस पिच पर बैटिंग कर रहे हैं और अक्सर भाजपा सरकार को घेरते रहे हैं, वहीं अब भाजपा ससकार के मंत्रीगण भी मैदान में आ गए हैं। उत्तराखंड सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने लंबा चौड़ा पोस्ट लिखकर हरदा को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने अपने पोस्ट में हरदा के चुनाव लड़ने से लेकर खुद सत्ता में होने पर महिलाओं के लिए कुछ करने तक के आरोप लगाए हैं। शराब के टेंडर में धांधली को लेकर भी सवाल उठाए हैं, जिसका हरदा ने सीधे तो नहीं परोक्ष तौर पर रोचक जवाब दिया है। दोनों के पोस्ट पर समर्थन और विपक्ष में यूजर जमकर कमेंट कर रहे हैं। खबर के लास्ट में हरदा का जवाब शब्दश : पोस्ट किया गया है, इसके पहले रेखा आर्य के आरोप पढ़ लीजिए।
2017 का चुनाव ही आपका आखिरी चुनाव था दाज्यू
रेखा आर्य ने अपने पोस्ट में हरदा पर कटाक्ष करते हुए सेवानिवृत्त दाज्यू फिर बोले हैशटैग से अपनी बात शुरू की है। उन्होंने लिखा कि क्योंकि उम्र के इस पड़ाव पर आप खुद को 2022 का स्वयंभू मुख्यमंत्री घोषित कर दिए हो और आपकी ही यह मानने को तैयार नहीं है। उन्होंने आगे लिखा है कि संसदीय जीवन में आपके आगे मेरा अनुभव कम है फिर भी मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि मुख्यमंत्री के लिए स्वयं का चेहरा घोषित करवाने के लिए शायद ही आज तक किसी राजनेता ने इतना संघर्ष किया हो और इतनी तड़पन मुख्यमंत्री पद पाने को हुई हो, इसलिए दाज्यू अब उम्र भी बहुत हो गई है ऊपर वाले ने आपको कई पद दे भी दिए अब लालसा समाप्त कर आराम करें। और एक बात आपने कही है कि 2022 का चुनाव आपका आखिरी चुनाव होगा, जबकि 2017 का चुनाव ही आपका आखिरी चुनाव था, जब जनता ने आपको पूर्ण रूप से आराम करने के लिए सेवानिवृत्त कर दिया था।
दाज्यू आपने प्रदेश की महिलाओं के सपने बर्बाद किए
रेखा आर्य ने पोषण आहार वितरण को लेकर हरदा के सवाल उठाने पर लंबा चौड़ा पेास्ट लिखकर उन्हें घेरा है। रेख ने लिखा कि दाज्यू बुरा मत मानना लेकिन इस प्रदेश की हजारों नहीं बल्कि लाखों महिलाओं के सपने तो आपने बर्बाद किए मुख्यमंत्री बनकर । जहां तक टीआरएच का सवाल है यह केंद्र पोषित योजना है, इसमें केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में पोषण आहार को लैब से टेस्टिंग करवाकर वितरण किया जाना अनिवार्य कर दिया है। उन्होंने लिखा आप बिना सोचे समझे फिर बोल गए, अब दाज्यू जितना भी बोल लो मुख्यमंत्री बनना आपके लिए मुंगेरी लाल के सपने ही हैं और इसके लिए दोष हमारा नहीं बल्कि सच स्वीकारो तो आपकी ही पार्टी आपको मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहती है।
भारत में पहली आपने मंडी को दे दिया शराब का काम
रेखा आर्य ने लिखा कि दाज्यू आपका कार्यकाल राज्य सेवा के बजाय टेन्डर दिलाने में ही व्यतीत हुआ। आपने सभी नियमों को ताक पर रखकर प्रदेश की शराब एक व्यक्ति को दे दी। इतना ही नहीं आपने एक और नया कीर्तिमान अपने नाम किया जिसमें संपूर्ण भारत में पहला केस होगा जहां शराब का काम मंडी को दे दिया था। और बाद में आप की सरकार समेत इस पॉलिसी का क्या हश्र हुआ वह जमाने ने देखा। दाजू टेंडर के लिए चहेती कंपनी आपसे ज्यादा इस प्रदेश में कौन लाया, आपके तो यह टेंडर प्रेम ने आपका नाम भी बदल दिया था "डेनिस_वाले_हरदा" ऐसा नाम सुनकर हजारों नहीं लाखों महिलाओं के सपने को हमने नहीं, आप ने बर्बाद किया।
मैं नहीं चाहती हूं कि आपका बुढापा खराब हो
रेखा ने कहा कि दाज्यू सारा राज्य जानता है कि आप सिर्फ फेसबुक पर नौटंकी कर सकते हो। सच्चाई यह है कि आप कुर्सी मिलते ही तानाशाही अपनाकर राज्य को लुटाते हो इसलिए ये मातृ शक्ति की बातें और राज्य चिंता की बातें आपके मुख से बिल्कुल शोभा नहीं देतीं, क्योंकि जब राज्य आंदोलन चल रहा था तब आप उसी सरकार के सहयोगी थे, जिन्होंने यहां की माताओं-बहनों को किस तरह मौत का शिकार बनाया था वो पूरी दुनिया ने देखा । इसलिए दाज्यू जितना बोलोगे उतना इतिहास खुलेगा जिन कारनामों को आप इस उम्र में भूल गए हो उसे आप बार बार याद दिलाने को मजबूर न करें तो अच्छा ही होगा। क्योंकि बुढ़ापे में व्यक्ति का बचपन लौट आता है और आपका बुढापा खराब करना हम बिल्कुल नहीं चाहते, मुझे आपके स्वास्थ्य की बहुत चिंता है।
जनता के हितों पर चोट होगा तो श्मशान से आ जाऊंगा : हरदा
कुछ उज्याड़ू बल्द और उज्याड़ बकरियां, मुझसे पूछ रहे हैं कि मेरा कौन सा चुनाव आखिरी है? अरे जब-जब उत्तराखंडियत पर आक्रमण होगा, किसान और दलित के हितों पर चोट पहुंचेगी, महिलाओं का निवाला छीना जाएगा, नौजवानों से रोजगार छीना जाएगा, हरीश रावत श्मशान से भी आकर के खड़ा हो जाएगा। इस समय इन सब वर्गों के हिस्सों पर निरंतर चोट हो रही है और यह चोट मुझसे कह रही है कि हरीश रावत एक राउंड और तुमको 50 साल के हरीश रावत के तरीके से खेल खेला होवे।