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नैनीताल में फिर दरकी पहाड़ी, भूस्खलन ने हाईवे पर रोकी वाहनों की रफ्तार

Nainital Landslide News क्वारब क्षेत्र में भूस्खलन से हाईवे पर भारी बोल्डर और पत्थर गिरने से आवाजाही ठप हो गई। पुलिस ने रूट डायवर्ट कर दिया है। शनिवार दोपहर तकरीबन एक बजे से बोल्डर और पत्थर गिरने से लोडर मशीन चालकों को भी मलबा हटाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। देर शाम तक मलबा हटाने का कार्य जारी रहा।

By manish sah Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 17 Nov 2024 11:24 AM (IST)
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नैनीताल में फिर दरकी पहाड़ी, भूस्खलन ने हाईवे पर रोकी वाहनों की रफ्तार
संवाद सूत्र, गरमपानी। अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद की सीमा पर क्वारब क्षेत्र में दरक रही पहाड़ी से भारी भूस्खलन के कारण आवाजाही ठप हो गई। मलबा व बोल्डर हाईवे तक पहुंचने से दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने रूट डायवर्ट कर दिया।

शनिवार दोपहर तकरीबन एक बजे से बोल्डर और पत्थर गिरने से लोडर मशीन चालकों को भी मलबा हटाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। देर शाम तक मलबा हटाने का कार्य जारी रहा। यात्री वाहन जहां-तहां फंसे रहे। एहतियात के तौर पर पुलिस ने रूट डायवर्ट कर वाहनों को खैरना से वाया रानीखेत होते हुए गंतव्य को भेजा।

ऐसे में वाहन चालकों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ी। शाम सात बजे तक मलबा नहीं हटाया जा सका। रविवार को मलबा हटाने का कार्य दोबारा शुरू होगा।

पहाड़ के जल स्रोतों में बाहरी बिल्डरों का कब्जा

धारी ब्लाक के सतबुंगा खपराड़ में बाहरी बिल्डरों ने जल स्रोतों में कब्जा कर अवैध रूप से वाटर टैंक बना दिए हैं। इस पानी को बिल्डर अपने होटल, रिसार्ट व घरों में पहुंचा रहे हैं। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है।

शनिवार को ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीएम प्रमोद कुमार ने जल संस्थान के अवर अभियंता, सरपंच तथा लोगों के साथ छापेमारी कर एक अवैध वाटर टैंक पकड़ा है। इसके बाद उसे तोड़ने के साथ ही अन्य जगहों पर भी जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए।

धारी के सतबुंगा, खपराड़ में बाहरी बिल्डरों ने जमीन खरीदकर होटल, रिसोर्ट व घर बनाए हैं। इनमें पानी की सप्लाई के लिए झाड़ियों में अवैध रूप से वाटर टैंक बनाकर जल स्रोतों में कब्जा किया है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की किल्लत हो गई है।

सतबुंगा के ग्राम प्रधान जीवन सिंह गौड़ ने बताया कि खगराढ़ स्थित होटल व बिल्डिंग निर्माण व अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के लिए बिल्डरों ने पेयजल स्रोत पर कब्जा कर गांव का पानी रोक दिया है। इससे क्षेत्र के करीब पांच हजार की आवादी के लिए पेयजल का संकट हो गया है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। बताया कि बीते दिनों बिल्डरों ने रामगढ़-मुक्तेश्वर मोटर मार्ग से 2 किलो मीटर नीचे एक उच्च क्षमता का जलाशय बनाया।

ग्रामीणों के विरोध के चलते उसे तोड़ना पड़ा। इसके अलावा 50 मीटर ऊपर 20 फिट चौड़ा एवं 50 फीट गहरा लगभग 2 लाख लीटर पानी क्षमता वाला गहरा भूमिगत टैंक बनाया है। जिसमें सतबुंगा के जल स्रोतों का पानी भरा जाता है। इसी वह से जल स्रोतों से जुड़े जल संस्थान की पंपिंग योजनाओं में पानी नहीं पहुंच रहा है। जिसके कारण गांव सतबूंगा, लोद व गल्ला सहित आसपास के गांव में पेयजल किल्लत को समस्या हो रही।

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