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हल्द्वानी अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम मामले में हाईकोर्ट ने कार्यदायी संस्था व खेल मंत्रालय से मांगा जवाब

Haldwani Stadium Caseखंडपीठ ने निर्माण एजेंसी उत्तराखंड पेयजल निगम से पूछा कि जब कोविड महामारी से संबंधित प्रतिबंध समाप्त हो गए तो कोविड से संबंधित सामग्री स्टेडियम में क्यों रखी गई है। स्टेडियम को दो सप्ताह में तैयार करने व कार्यदाई संस्था को रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।

By Prashant MishraEdited By: Updated: Tue, 30 Aug 2022 07:46 PM (IST)
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Haldwani Stadium Case भारत सरकार के खेल मंत्रालय को जवाब दाखिल करने को कहा है।

जागरण संवाददाता, नैनीताल: Haldwani Stadium Case हाई कोर्ट ने हल्द्वानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट स्टेडियम का कार्य तय समय में पूर्ण नहीं करने के विरुद्ध दायर जनहित याचिका पर मंगलवार को सुनवाई की। 

कोविड के बाद भी प्रतिबंध क्यों

मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ ने निर्माण एजेंसी उत्तराखंड पेयजल निगम से पूछा कि जब कोविड महामारी से संबंधित प्रतिबंध समाप्त हो गए तो कोविड से संबंधित सामग्री स्टेडियम में क्यों रखी गई है।

कोर्ट ने क्रिकेट स्टेडियम को दो सप्ताह में तैयार करने व कार्यदाई संस्था को इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही भारत सरकार के खेल मंत्रालय को जवाब दाखिल करने को कहा है।

यह है याची की दलील

हल्द्वानी निवासी अमित खोलिया ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि हल्द्वानी गौलापार में 200 करोड़ रुपये की लागत से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट स्टेडियम बनाया जा रहा है।

काम अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है। सरकार की ओर से इसे बनाने के लिए बार-बार निर्माण एजेंसियों को बदला जा रहा है। 

नेशनल गेम प्रस्तावित

अब सरकार ने इस कार्य को पूर्ण करने के लिए उत्तराखंड पेयजल निर्माण को जिम्मेदारी दी है। इस स्टेडियम में 38वें नेशनल गेम होना था। कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण केंद्र सरकार खेल के लिए अन्य जगह तलाश रही है।

पूर्व खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने भी इस पर सवाल किया है कि स्टेडियम में बहुत सी कमियां हैं, जिन्हें पूर्ण करना आवश्यक है। तभी यहां राज्य या अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों का आयोजन किया जा सकेगा। 

खेल निदेशक का यह जवाब

सुनवाई के दौरान निदेशक खेल की ओर से जवाब दाखिल कर बताया गया कि क्रिकेट स्टेडियम का लोकार्पण हो चुका है लेकिन वहां कोविड केयर सेंटर संचालित है, तो कोई ने इस पर सख्त नाराजगी जताई कि जब कोविड प्रतिबंध समाप्त हो गए तो केयर सेंटर क्यों संचालित किया जा रहा है।

स्पोर्ट स्टेडियम में खास-खास

मेन स्टेडियम : 10 हजार दर्शकों की क्षमता। इसे 25 हजार तक बढ़ाने की तैयारी। आइसीसी के मानकों के अनुरूप पांच पिच, प्रैक्टिस के लिए नेट, प्लेयर्स लाउंज, कमेंट्री बाक्स और कार्पोरेट बाक्स।

एथलेटिक्स स्टेडियम : पांच हजार दर्शकों की क्षमता, जिसमें आठ लेन रनिंग ट्रैक, जागिंग ट्रैक और साइक्लिंग ट्रैक, जैवलिन थ्रो, लांग जंप, हाई जंप और शार्टपुट थ्रो और हाकी का एस्ट्रोटर्फ भी बिछेगा, जिसमें फ्लड लाइट लगेंगी।

इंडोर स्टेडियम : दो हजार की क्षमता। इसमें स्वीमिंग पूल, बास्केटबाल कोर्ट, वालीबाल कोर्ट, टेनिस कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट, वेट लिफ्टिंग सुविधा, राक क्लाइंबिंग और कुश्ती मैदान भी।

अन्य सुविधा : गर्ल्स स्पोर्ट कालेज और 75 लड़कियों की क्षमता वाला गर्ल्स हास्टल। हेलीपैड और पार्किंग का भी निर्माण।

कब क्या हुआ

09 नवंबर 2014 : स्टेडियम की रखी गई नींव

18 दिसंबर 2016 : स्टेडियम कांप्लेक्स के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ग्राउंड का लोकार्पण

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