जीपीपी कॉलेज में नियुक्तियों की हो सीबीआइ जांच: हार्इ कोर्ट
हार्इकोर्ट ने जीपीपी आर्य कन्या इंटर कॉलेज में हुर्इ नियुक्तियों में धांधली संबंधित मामले में सुनवार्इ की। कोर्ट ने आदेश दिया कि इसकी सीबीआइ जांच की जाए।
नैनीताल, [जेएनएन]: हाई कोर्ट ने रामनगर में गोमती-पूरन प्रसाद (जीपीपी) आर्य कन्या इंटर कॉलेज में नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सीबीआइ जांच के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने जांच एजेंसी को चार माह में जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए हैं। तत्कालीन मुख्य शिक्षा अधिकारी रघुनाथ लाल आर्य को भी नोटिस जारी किया गया है।
रामनगर निवासी अंजू अग्रवाल ने याचिका दायर कर कहा था कि 23 मई 2014 को जीपीपी आर्य कन्या इंटर कॉलेज में शिक्षक व लिपिक वर्गीय नौ पदों के लिए विज्ञप्ति जारी हुई। पांच सितंबर को चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी गई। याचिकाकर्ता के अनुसार उसके द्वारा सहायक लिपिक पद के लिए आवेदन किया था। विज्ञप्ति की शर्त के अनुसार सहायक लिपिक पद के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से कंप्यूटर टाइपिंग का प्रमाण पत्र होना जरूरी था। मगर चयन कमेटी द्वारा जिस नेहा शर्मा का चयन किया गया, उसके पास कंप्यूटर प्रमाण पत्र नहीं था। इसी नियुक्ति को याचिका के माध्यम से चुनौती दी गई।
बुधवार को न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की एकलपीठ के समक्ष मुख्य शिक्षा अधिकारी कमलेश कुमार गुप्ता, कॉलेज प्रबंधक शरद जिंदल, प्रधानाचार्य हरिप्रिया सती, खंड शिक्षा अधिकारी कोटाबाग भास्करनानंद पांडे पेश हुए। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता सुरेश भट्ट ने कहा कि स्कूल प्रबंधक, तत्कालीन मुख्य शिक्षा अधिकारी व प्रधानाचार्य की मिलीभगत से नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली की गई। कोर्ट ने मामले को सुनने के बाद सीबीआई जांच के आदेश पारित किए।
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