lockdown: बाहर का खाना ऑर्डर करने से डर रहे लोग, रेस्टोरेंट में भी महज कन्फेक्शनरी आइटम मांग रहे
लॉकडाउन की वजह से थम चुकी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए रेस्टोरेंट व मिठाई की दुकानों को टेक अवे और होम डिलीवरी के लिए शुरू कर दिया है। फिलहाल इन्हें ग्राहकों का इंतजार है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 23 May 2020 04:30 PM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन: लॉकडाउन की वजह से थम चुकी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए रेस्टोरेंट व मिठाई की दुकानों को शुरू कर दिया गया हैै। हालांकि अभी केवल टेक अवे और होम डिलीवरी की सुविधा मिल रही है। शहर की अधिकांश मिठाई की दुकानें खुल चुकी हैं। करीब 50 फीसद रेस्टोरेंट के शटर उठे जरूर हैं, मगर कोरोना से सहमे लोग बाहर के खाने से परहेज कर रहे हैं। होम डिलीवरी का बाजार तो 20 फीसद ही शुरू हो पाया है।
लॉकडाउन की वजह से रेस्टोरेंट कारोबार का बुरा असर पड़ा है। प्रशासनिक सख्तियों की वजह से लोगों का घरों का निकलना बंद है। जरूरी काम होने पर ही लोग बाजार में निकल रहे हैं। ऐसे में रेस्टोरेंट कारोबार बुरी तरह प्रभावित है। कारोबारी बाजार का मूड भांपने में लगे हैं। बाजार के हालात को देखकर कामगारों को वापस बुलाया जाएगा, क्योंकि लॉकडाउन की वजह से कारीगर गांव लौट गए हैं। दूसरी ओर मिठाई की दुकानों पर भी पैक नमकीन व कन्फेक्शनरी आइटम ही अधिक पंसद किए जा रहे हैं। मिठाई खरीदने की तरह भी लोगों का रुझान कम है।
आंकड़ों में बाजार
- 140 से अधिक रेस्टोरेंट संचालित हैं हल्द्वानी शहर में
- 250 से अधिक मिठाई की दुकानें हैं नैनीताल जिले में
- 80 फीसद तक कम हुआ ऑनलाइन डिलीवरी का बाजार
बदला ट्रेंड : ग्रोसरी की होम डिलीवरी शुरूहोम डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी ने कोरोना के चलते अपने को बदल दिया है। कंपनी रेस्टोरेंट से फूड, मिठाई आदि डिलीवरी करने वाली स्विगी अब ग्रोसरी का सामान घरों तक पहुंचा रही है। रोजमर्रा की जरूरत का सामान आटा, दाल, चावल, टूथपेस्ट, सब्जी, फल व दवाएं आदि घरों तक पहुंचा रही है। हालांकि इसके बाद भी बाजार सामान्य दिनों से 20 फीसद ही कारोबार हो रहा है।
कोरोना की वजह से काम पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। सामान्य दिनों की तुलना में करीब 20 फीसद काम हो रहा है। दस में से दो ग्राहक ही बेकरी प्रोडक्ट ऑर्डर कर रहे हैं। -आदित्य साह, सिटी मैनेजर स्विगी अभी स्टाफ लौटा नहीं है। होम डिलीवरी शुरू नहीं हो पाई है। किचन भी शुरू नहीं किया है। अधिकांश लोग कन्फेक्शनरी उत्पाद खरीदने आ रहे हैं। काम गति पकडऩे में अभी समय लगेगा। -गोपाल गुप्ता, स्टैंडर्ड स्वीट्स
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