नैनीताल घूमने आ रहे हैं तो पढ़ लें ये खबर, वरना सुकून की चाहत बन सकती है मुसीबतों का कारण
छुट्टियां और मैदानों में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों ने पहाड़ों का रुख किया है। पर्यटकों का सैलाब उमड़ने के कारण ट्रैफिक व्यवस्था भी लड़खड़ाई है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 10 Jun 2019 11:16 AM (IST)
नैनीताल, जेएनएन : छुट्टियां और मैदानों में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों ने पहाड़ों का रुख किया है। कोई उत्तराखंड तो किसी ने हिमाचल की वादियों में घूमने का मन बना रखा है। उत्तराखंड में नैनीताल, भीमताल जैसे पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की इन दिनों अच्छी खासी तादाद देखी जा सकती है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर होटल तक फुल चल रहे हैं। शनिवार और रविवार को इन पर्यटन स्थलों पर भीड़ में और इजाफा देखा जा सकता है। लखनऊ, दिल्ली और हरियाणा के पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ती है। ऐसे में पर्यटकों को ट्रैफिक जाम और पार्किंग जैसी समस्याओं से दो चार होना पड़ा रहा है। अगर आप भी कुमाऊं के पर्यटन स्थालों का भ्रमण करने का मन बना रहे हैं तो इस खबर को पढ़ लीजिए और इसके बाद प्लानिंग कीजिए।
काठगोदाम से नैनीताल तक लग रहा जाम ही जाम
पर्यटन सीजन में पर्यटकों का सैलाब उमड़ पड़ा है। कोई अपने निजी वाहन से पहुंच रहा है तो कोई ट्रेन और बसों से। ऐसे में नैनीताल और भीमताल के रास्तों पर ट्रैफिक की समस्या आम हो गई है। काठगोदाम से लेकर नैनीताल तक वाहनों का रेला लगा है। दो पहिया वाहनों को कोठगोदाम में ही रोक दिया जा रहा है। ऐसे में स्थानीय लोगों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पर्यटन सीजन में पर्यटकों का सैलाब उमड़ पड़ा है। कोई अपने निजी वाहन से पहुंच रहा है तो कोई ट्रेन और बसों से। ऐसे में नैनीताल और भीमताल के रास्तों पर ट्रैफिक की समस्या आम हो गई है। काठगोदाम से लेकर नैनीताल तक वाहनों का रेला लगा है। दो पहिया वाहनों को कोठगोदाम में ही रोक दिया जा रहा है। ऐसे में स्थानीय लोगों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पार्किंग की सर्वाधिक समस्या
लोकल टैक्सियों के साथ ही बाहर के निजी वाहनों के भी बड़ी संख्या में पहुंचने के कारण पार्किंग की समस्या सबसे जटिल हो गई। नैनीताल में नैनीताल में कुल सिर्फ 32 होटालें में पार्किंग सुविधा होने के कारण पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नैनीताल में पार्किंग का एक मात्र स्थल फ्लैट्स मैदान भी वाहनों से पटा पड़ा है। होटल ऑनलाइन बुक किए हैं तब भी हो सकती है दिक्कत
पर्यटकों की भीड़ उमड़ने के कारण होटल संचालकों ने भी कमरों के किराए में बढ़ोतरी कर दी है। इतना ही नहीं जिन पर्यटकों ने ऑनलाइन बुकिंग करा रखा है, अधिक कमाई के चक्कर में उनकी बुकिंग भी रद्द कर दे रहे हैं। नैनीताल में ऐसे कुछ मामले सामने आ चुके हैं। यदि इन समस्याओं से आप भी दो चार हो रहे हैं तो स्थानीय पुलिस से शिकायत जरूर करें।
लोकल टैक्सियों के साथ ही बाहर के निजी वाहनों के भी बड़ी संख्या में पहुंचने के कारण पार्किंग की समस्या सबसे जटिल हो गई। नैनीताल में नैनीताल में कुल सिर्फ 32 होटालें में पार्किंग सुविधा होने के कारण पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नैनीताल में पार्किंग का एक मात्र स्थल फ्लैट्स मैदान भी वाहनों से पटा पड़ा है। होटल ऑनलाइन बुक किए हैं तब भी हो सकती है दिक्कत
पर्यटकों की भीड़ उमड़ने के कारण होटल संचालकों ने भी कमरों के किराए में बढ़ोतरी कर दी है। इतना ही नहीं जिन पर्यटकों ने ऑनलाइन बुकिंग करा रखा है, अधिक कमाई के चक्कर में उनकी बुकिंग भी रद्द कर दे रहे हैं। नैनीताल में ऐसे कुछ मामले सामने आ चुके हैं। यदि इन समस्याओं से आप भी दो चार हो रहे हैं तो स्थानीय पुलिस से शिकायत जरूर करें।
कोठगोदाम स्टेशन पर प्रीपेड बूथ पर बुक करें टैक्सी
काठगोदाम स्टेशन पर पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रशासन ने इस बार फिर से प्री पेड बूथ की व्यवस्था की है। जहां आप आसानी से अपने पर्यटन स्थन पर जाने के लिए निर्धारित शुल्क जमा कर टैक्सी बुक कर सकते हैं। ट्रेन और बसें फुल
पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण ट्रेन और बसें फुल चल रही हैं ऐसे में यदि आपने ने सिर्फ आने का रिजर्वेशन कराया है तो लौटने मुसीबत हो सकती है। इससे बचने के लिए सिर्फ एक विकल्प है कि आने के समय ही लौटने की व्यवस्था कर लें। नहीं तो काफी मुशिकलें झेलनी पड़ सकती हैं।शनिवार को भी पर्यटकों ने झेली मुसीबत
शनिवार को भी पर्यटकों को जाम के झाम से जूझना पड़ा। सुबह से ही वाहनों का रैला नैनीताल को निकला तो पुलिस ने भवाली, हल्द्वानी रोड व कालाढूंगी रोड के निर्धारित स्थल पर रोक दिया। रूसी बाइपा, कालाढूंगी रोड में चारखेत से लिंगाधार तक, भूमियांधार, ज्योलीकोट में एक से दो किमी तक लंबा जाम लग रहा। पार्किंग वाले होटल के पर्यटकों के वाहन को बेरोकटोक जाने दिया जबकि बुकिंग वाले पर्यटक को होटल में उतारने के बाद लौटने की शर्त पर भेजा गया। संबंधित चालक का डीएल तब लौटाया गया जब वह पर्यटकों को छोड़ कर आया। रोडवेज व टैक्सी वाहनों में पर्यटकों को नैनीताल लाया गया। आलम यह रहा कि शाम तक तमाम पर्यटक ऐसे भी थे, जिन्हें होटल मिले मगर मनमाने दाम पर। शहर में होटल एसोसिएशन में पंजीकृत करीब डेढ़ सौ, करीब 50 गेस्ट हाउस तथा डेढ़ सौ अन्य होटलों में कमरे पैक रहे। डीएसए मैदान, मेट्रोपोल, सूखाताल में केएमवीएन समेत अन्य पार्किंग में फुल रहे जबकि इसके अलावा नैनी झील के कैचमेंट में भी सैकड़ों वाहन पार्क थे। चार हजार पर्यटकों ने जू का भ्रमण किया
एक अनुमान के अनुसार करीब चार हजार वाहनों में 15 हजार से अधिक पर्यटक नैनीताल पहुंचे। चिडिय़ाघर में एक दिन में रिकार्ड चार हजार पर्यटकों ने वन्य जीवों का दीदार किया तो एक हजार से अधिक पर्यटकों ने रोप-वे की सैर की। केव कार्डन, हिमालय दर्शन, स्नोव्यू, हनुमानगढ़ी, टिफिनटॉप, सरिताताल, किलबरी, पंगोठ आदि प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में दिन भर मेले जैसा माहौल रहा। एसडीएम विनोद कुमार, सीओ विजय थापा, कोतवाल अशोक कुमार, एसओ राहुल राठी समेत भारी पुलिस, पीएसी व ट्रेफिक जवान यातायात नियंत्रण में जुटे रहे। यह भी पढ़ें : कॉर्बेट आइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष में मारे जा रहे बाघ, हाथी और गुलदार, जानिए कारणयह भी पढ़ें : नैनीताल में अंधाधुंध निर्माण बन रहा जैव विविधता के लिए बना खतरा, जानिएलोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।काठगोदाम स्टेशन पर पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रशासन ने इस बार फिर से प्री पेड बूथ की व्यवस्था की है। जहां आप आसानी से अपने पर्यटन स्थन पर जाने के लिए निर्धारित शुल्क जमा कर टैक्सी बुक कर सकते हैं। ट्रेन और बसें फुल
पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण ट्रेन और बसें फुल चल रही हैं ऐसे में यदि आपने ने सिर्फ आने का रिजर्वेशन कराया है तो लौटने मुसीबत हो सकती है। इससे बचने के लिए सिर्फ एक विकल्प है कि आने के समय ही लौटने की व्यवस्था कर लें। नहीं तो काफी मुशिकलें झेलनी पड़ सकती हैं।शनिवार को भी पर्यटकों ने झेली मुसीबत
शनिवार को भी पर्यटकों को जाम के झाम से जूझना पड़ा। सुबह से ही वाहनों का रैला नैनीताल को निकला तो पुलिस ने भवाली, हल्द्वानी रोड व कालाढूंगी रोड के निर्धारित स्थल पर रोक दिया। रूसी बाइपा, कालाढूंगी रोड में चारखेत से लिंगाधार तक, भूमियांधार, ज्योलीकोट में एक से दो किमी तक लंबा जाम लग रहा। पार्किंग वाले होटल के पर्यटकों के वाहन को बेरोकटोक जाने दिया जबकि बुकिंग वाले पर्यटक को होटल में उतारने के बाद लौटने की शर्त पर भेजा गया। संबंधित चालक का डीएल तब लौटाया गया जब वह पर्यटकों को छोड़ कर आया। रोडवेज व टैक्सी वाहनों में पर्यटकों को नैनीताल लाया गया। आलम यह रहा कि शाम तक तमाम पर्यटक ऐसे भी थे, जिन्हें होटल मिले मगर मनमाने दाम पर। शहर में होटल एसोसिएशन में पंजीकृत करीब डेढ़ सौ, करीब 50 गेस्ट हाउस तथा डेढ़ सौ अन्य होटलों में कमरे पैक रहे। डीएसए मैदान, मेट्रोपोल, सूखाताल में केएमवीएन समेत अन्य पार्किंग में फुल रहे जबकि इसके अलावा नैनी झील के कैचमेंट में भी सैकड़ों वाहन पार्क थे। चार हजार पर्यटकों ने जू का भ्रमण किया
एक अनुमान के अनुसार करीब चार हजार वाहनों में 15 हजार से अधिक पर्यटक नैनीताल पहुंचे। चिडिय़ाघर में एक दिन में रिकार्ड चार हजार पर्यटकों ने वन्य जीवों का दीदार किया तो एक हजार से अधिक पर्यटकों ने रोप-वे की सैर की। केव कार्डन, हिमालय दर्शन, स्नोव्यू, हनुमानगढ़ी, टिफिनटॉप, सरिताताल, किलबरी, पंगोठ आदि प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में दिन भर मेले जैसा माहौल रहा। एसडीएम विनोद कुमार, सीओ विजय थापा, कोतवाल अशोक कुमार, एसओ राहुल राठी समेत भारी पुलिस, पीएसी व ट्रेफिक जवान यातायात नियंत्रण में जुटे रहे। यह भी पढ़ें : कॉर्बेट आइगर रिजर्व में आपसी संघर्ष में मारे जा रहे बाघ, हाथी और गुलदार, जानिए कारणयह भी पढ़ें : नैनीताल में अंधाधुंध निर्माण बन रहा जैव विविधता के लिए बना खतरा, जानिएलोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप