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पति ने दोस्‍त के साथ मिलकर गला घोंटने के बाद जला दिया था पत्‍नी को nainital news

31 जनवरी काे नैनीताल जिले के हल्‍द्वानी-रामनगर हाईवे पर बेलपोखरा में मिली महिला के जले शव की पहचान हो गई है। महिला की हत्‍या पति ने अवैध संबंध के शक में की थी।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 13 Feb 2020 08:55 AM (IST)
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पति ने दोस्‍त के साथ मिलकर गला घोंटने के बाद जला दिया था पत्‍नी को nainital news
हल्द्वानी, जेएनएन : 31 जनवरी काे नैनीताल जिले के हल्‍द्वानी-रामनगर हाईवे पर बेलपोखरा में मिली महिला के जले शव की पहचान हो गई है। महिला की हत्‍या किसी और ने नहीं बल्कि उसके पति ने अवैध संबंधों के शक में की थी। आरोपित पति को उसके दोस्‍त के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसका खुलासा एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी।

31 जनवरी की सुबह बैलपोखरा में खेत में एक महिला का जला शव बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम में महिला की गला दबाकर हत्या के बाद शव जलाने की पुष्टि हुई। एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने महिला की पहचान कराने व हत्या के पीछे शामिल लोगों की धरपकड़ के लिए कालाढूंगी थाना पुलिस के साथ ही एसओजी को भी लगाया। एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने बैलपड़ाव क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की 30 जनवरी की रात से 31 जनवरी सुबह तक की फुटेज खंगाली। एक संदिग्ध कार का पता लगने पर पुलिस ने इसके मालिक चकलुवा निवासी रमनजीत सिंह से पूछताछ की। रमनजीत ने बताया कि 30 जनवरी को चूनाखान में रहने वाला किसान जीजा कुलदीप कार मांगकर ले गया था।

इस पर पुलिस ने कुलदीप को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने जुर्म कुबूल लिया। पुलिस के मुताबिक 30 की रात दिल्ली के बदरपुर बार्डर में रहने वाला रविंद्र पाल सिंह आहूजा उर्फ राजू (मूल निवासी एकता कॉलोनी, गली नंबर दो, अबोहर फिरोजपुर, पंजाब) अपनी पत्नी अनीता को बहाना बनाकर रामनगर तक बस से लाया। रामनगर में उसे कुलदीप मिला। वहां एक जगह नशीली गोलियां मिलाकर रविंद्र ने अनीता को चाय पिलाई। कार में अर्ध बेहोश होने पर रविंद्र व कुलदीप उसे बैलपोखरा लेकर आए और सुनसान खेत में रस्सी से गला दबाकर मारने के बाद मोबिल ऑयल डालकर शव जला दिया। मामले में पुलिस ने रविंद्र पाल सिंह आहूजा को भी पकड़ लिया। बुधवार को दोपहर बाद दोनों को न्यायालय में पेश किया गया।

110 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच, तब मिला कार का नंबर

पुलिस को हत्याकांड के खुलासे के लिए 110 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी पड़ी। चूनाखान के एक कैमरे की फुटेज में 31 जनवरी की तड़के करीब तीन बजे एक कार चूनाखान की ओर जाती और 20 मिनट बाद लौटती दिखी। सीसीटीवी फुटेज में कार नयागांव या रामनगर की ओर जाती नहीं दिखी। इस पर पुलिस को कार के गांव के ही किसी व्यक्ति की होने का शक हुआ। एक्सपर्ट से पूछताछ में होंडा अमेज कार होने का पता चला। इस पर पुलिस ने क्षेत्र में रहने वाले लोगों की कारों की जानकारी एकत्र की। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज खंगालने का सिलसिला जारी रहा। एक फुटेज में कार का नंबर व होंडा अमेज का पता चल गया।

कश्मीर के युवक से था अवैध संबंध का शक

रविंद्र पाल सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसकी पत्नी अनीता के कश्मीर में रहने वाले किसी व्यक्ति से अवैध संबंध थे। दोनों की सोशल मीडिया पर हुई चैटिंग वह कई बार अनीता के फोन पर पढ़ चुका था।

अनीता को मुंबई भेजने का झांसा देकर रामनगर लाया

एसएसपी ने बताया कि अनीता टीवी शो में जूनियर आर्टिस्ट भेजने का काम करती थी। रविंद्र ने अनीता से कहा कि वह रामनगर में रहने वाले कुलदीप नाम के एक व्यक्ति को जानता है। कुलदीप की एक्टिंग सिखाने वाली मुंबई की एक महिला से पहचान है। मुंबई में एक्टिंग सिखाने का झांसा देकर रविंद्र 30 जनवरी को अनीता को रामनगर ले आया।

दिसंबर में ही बना ली थी हत्या की योजना

पुलिस के मुताबिक रविंद्र ने दिसंबर में ही अनीता की हत्या की योजना बना ली थी। उसने योजना को अंजाम देने के लिए कुलदीप से संपर्क किया। 24 जनवरी को रविंद्र ने कुलदीप के बैंक खाते में दो हजार रुपये ट्रांसफर कर रस्सी, पांच लीटर जला मोबिल ऑयल खरीदवा लिया और एक कार का इंतजाम करने के लिए भी कहा।

अनीता के मोबाइल से बहनों को मैसेज भेजता रहा रविंद्र

अनीता की हत्या करने के बाद रविंद्र सालियों को भी गुमराह करता रहा। वापस दिल्ली लौटने पर जब सालियों ने पूछा तो वह उनको अनीता के एक्टिंग की ट्रेनिंग लेने मुंबई जाने का झांसा देता रहा। यही नहीं वह देर रात अनीता के मोबाइल से सालियों को मैसेज भेजकर मुंबई में सकुशल होने और आठ माह की ट्रेनिंग के बाद ही लौटने की जानकारी देकर गुमराह करता रहा।

साली व बेटे को लेकर पहुंचा हरिद्वार

कार स्वामी रमनजीत तक पुलिस के पहुंचने का पता चला तो कुलदीप ने फोन पर रविंद्र को इसकी जानकारी दी। रविंद्र ने कुलदीप को कुछ नहीं होने का ढांढस बंधाया और फिर मोबाइल बंद कर लिया। वहीं वह अपनी सालियों व बेटे को लेकर दिल्ली से हरिद्वार चला गया। हालांकि वह अधिक दिन तक पुलिस की पकड़ से दूर नहीं रह पाया।

मरने से पहले तक जान बचाने के लिए किया संघर्ष

पुलिस के मुताबिक नींद की गोलियां पुरानी होने की वजह से अनीता पूरी तरह से बेहोश नहीं हो पाई थी। बैलपोखरा में अनीता ने जान बचाने के लिए दोनों से काफी संघर्ष भी किया, लेकिन आखिरकार वह हार गई।

सुबह घटनास्थल पर भी आए दोनों

अनीता की हत्या को अंजाम देने के बाद 31 जनवरी की सुबह भी दोनों घटनास्थल पर आए थे। तब तक लोगों के लाश देखने पर भीड़ जुटी थी। दोनों ने घटनास्थल के समीप ही एक दुकान से सिगरेट खरीदकर पी और भीड़ जुटने का कारण भी पूछा।

पांच बहनों में सबसे बढ़ी होने के साथ पालनहार थी अनीता

पुलिस के मुताबिक अनीता पांच बहनों में सबसे बड़ी थी। पांचों बहनों को मां ने ही पाला था। बड़ी होने पर अनीता पर छोटी बहनों के लालन-पालन का जिम्मा था। रविंद्र से उसकी लव मैरिज हुई थी। टीवी शो में जूनियर आर्टिस्ट भेजने का काम कर वह पूरे परिवार को पालती थी। जबकि रविंद्र पुरानी गाडिय़ों की खरीद-फरोख्त, प्रॉपर्टी डीलिंग व बैंक केस के वाहनों की रिकवरी आदि छोटे-मोटे काम करता था।

डीजी कानून एवं व्यवस्था ने दिया 10 हजार इनाम

जली महिला की मौत के रहस्य से पर्दा उठाने वाली पुलिस टीम को डीजी कानून एवं व्यवस्था अशोक कुमार ने 10 हजार रुपये का इनाम दिया है। टीम में कालाढूंगी थानाध्यक्ष दिनेश नाथ महंत, दरोगा भूपाल राम पौरी, दिनेश चंद्र जोशी, जगदीप नेगी, नरेंद्र कुमार, कांस्टेबल लखविंदर, अशोक काम्बोज, प्रकाश, हरीश बिष्ट, रविंद्र सिंह व एसओजी के जितेंद्र कुमार, अनिल व किशन शामिल हैं।

31 दिसंबर को भी हुआ था दंपती के बीच विवाद

एसएसपी ने बताया कि रविंद्र नशे का लती है। उसका अक्सर अनीता से विवाद होता रहता था। 31 दिसंबर को भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। उस दिन अनीता ने तकिये से रविंद्र का चेहरा दबा दिया था। हालांकि कुछ देर बाद उसने तकिया हटा दिया। उस दिन से रविंद्र ने अनीता का मारने का इरादा और पक्का कर लिया।

रविंद्र का अहसान चुकाना चाहता था कुलदीप

पुलिस के मुताबिक कुलदीप व रविंद्र की मुलाकात दो साल पहले कालाढूंगी निवासी उमेश कुमार ने कराई थी। उमेश दोनों का कॉमन फ्रेंड था। कुछ समय में ही कुलदीप व रविंद्र गहरे दोस्त बन गए। कुछ समय पहले रविंद्र ने कुलदीप को 70 हजार रुपये भी मदद के तौर पर दिए थे। अनीता की हत्या में साथ देकर कुलदीप उस अहसान को चुकाना चाहता था।

शांत इलाकों मेें लाश ठिकाने लगा रहे अपराधी

शांतप्रिय इलाकों का फायदा उठाने में अपराधी पीछे नहीं हैं। किसी को यहां पर मार देने या बाहर से लाकर शव को ठिकाने लगा देना बदमाशों के लिए मुफीद साबित हो रहा है। सुनसान इलाके में महिला को जला देने की घटना से हर कोई सन्न है। हाईवे से सटे धनपुर गांव में सड़क से मात्र 50 मीटर दूर गन्ने के खेत में लाश जलाना अपहरण कर महिला को यहां लाने की ओर भी संकेत करता है। पुलिस हर एंगल से घटना की छानबीन में जुटी है। पिछले कुछ सालों में रामनगर क्षेत्र में करीब नौ शव बरामद हुए हैं। अब पुलिस के सामने फिर से नई चुनौती खड़ी हो गई है।

वर्ष 2009

बैलपड़ाव के जंगल में एक महिला व उसके बच्चे का शव सड़ी-गली हालत में झाडिय़ों मेें पड़ा मिला था। बैलपड़ाव में फेेरी लगाने वाले उसके पति ने बाहर रह रही पत्नी व बच्चे को बुलाया। इसके बाद उन्हें मारकर झाड़ी में फेेंक दिया था।

वर्ष 2010

गिरिजा रोड पर सड़क किनारे एक युवक का अर्द्धनग्र शव मिला था। आशंका थी कि उसे रात मे उसके दोस्तों ने चलती कार से फेंक दिया। शिनाख्त आज तक नहीं हो पाई।

वर्ष-2011

बैलपड़ाव में जंगल के किनारे एक युवती का अधजला शव मिला था। युवती के पे्रमी ने उसे बरेली से बैैलपड़ाव लाकर सुनसान इलाके में मार डाला था। हाथ में उसका नाम लिखा हुआ था। जांच के बाद पुलिस ने उसके पे्रमी को पकड़ लिया था।

वर्ष -2013

सीटीआर के बिजरानी रेंज में भी एक महिला को रस्सी से बांधकर पेड़ से लटकाया गया था। उसके पैर जमीन को छू रहे थे। पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब डाला गया था। शव की आज तक शिनाख्त नहीं हो पाई।

वर्ष-2014

क्यारी के जंगल में युवती का जला हुआ शव बरामद हुआ था। शव को टायर में रखकर पूरी तरह से जला दिया गया था। आज तक पहचान नहीं हो पाई।

वर्ष-2015

आमपोखरा रेंज मेें जंगल के किनारे नाले मेें एक युवक का शव मिला था। जांच के बाद उसकी पहचान गूलरभोज के रहने वाले युवक के रूप में हुई थी। बाद में पुलिस ने उसकी हत्या करने वाले उसके दोस्त को पकड़ लिया था।

वर्ष-2016

एक किशोर का शव रानीखेत रोड लोनिवि के समीप जंगल किनारे झाड़ी में पड़ा मिला था। उसे उसके ही डांस के शिक्षक ने अगवा कर लिया था। पैसे नहीं मिलने पर उसने रामनगर लाकर हत्या के बाद शव झाड़ी में फेंक दिया। दिल्ली पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया था।

वर्ष 2019

लूटाबड़ गांव में सिंचाई नहर में एक युवती का अधजला शव बरामद हुआ था। उसे उसके ही जीजा ने मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद उसे कहीं और मारकर शव को लूटाबड़ लाकर जला दिया था। आरोपित पुलिस गिरफ्त में है।

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