अल्मोड़ा जेल से बनाई गई थी ब्रिटिश हुकूमत को उखाड़ फेंकने की रणनीति, नेहरू, पंत जैसे नेता रहे कैद
independence day 2022 भारत छाेड़ोे आंदोलन के बाद ब्रिटिश हुकूमत ने गिरफ्तार स्वतंत्रता सेनानियों को कैद कर अल्मोड़ा जेल में रखा। इस जेल में पंडित जवाहर लाल नेहरू जवाहर लाल खान अब्दुल गफ्फार खान जीबी पंत जैसे नेता रहे बंद रहे।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 11 Aug 2022 04:23 PM (IST)
चंद्रशेखर द्विवेदी, अल्मोड़ा : independence day 2022 : महात्मा गांधी के भारत छोड़ाे आंदोलन (Bharat Chodo Andolan) और करो या मरो ने नारे ने देश के लोगों में जोश भर दिया था। जिससे ब्रिटिश हुकूमत घबरा गई और आंदोलन के चेहरे बड़े नेताओं की गिरफ्तारी शुरू हो गई। गिरफ्तार के बाद अल्मोड़ा जेल (Almora Jail) में स्वतंत्रता सेनानियों को रखा गया।
अल्मोड़ा जेल में 499 क्रांतिकारियों को कैद किया
भारत छोड़ो आंदाेलन के दौरान अल्मोड़ा जेल में 499 क्रांतिकारियों को बंद कर दिया गया था। आज भी उनकी यादें अल्मोड़ा जेल के नेहरु वार्ड में संजोई गई है। तब अल्मोड़ा जेल से ब्रटिश हुकूुमत को उखाड़ फैंकने की रणनीति भी बनाई गई थी।1872 में हुआ अल्मोड़ा जेल का निर्माण
अल्मोड़ा जेल का निर्माण 1872 में किया गया था। शुरुआत में यहां पर टैक्स ना देने वाले, छोटे-मोटे अपराध करने वालों को रखा जाता था। जैसे- जैसे आजादी का आंदोलन आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे यहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी बंद किए जाने लगा।
स्वतंत्रता सेनानियों से भर गई थी अल्मोड़ा जेल
भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान हुई अगस्त क्रांति के बाद तो अल्मोड़ा जेल क्रांतिकारियों का केंद्र बिंदु ही बन गया था। एक समय ऐसा था कि जब यहां जगह कम पड़ गई। आंदोनल के बड़े नेताओं को यहां बंद किया गया।
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