भारतीयों को बर्बाद कर रहे हैं नेपाल के कैसिनो, देश की सुरक्षा भी पड़ रही खतरे में
नेपाल के कैसिनो जहां भारतीयों को बर्बाद कर रहे हैं वहीं सुरक्षा में सेंध भी लगा रहे हैं। नेपाल में कैसिनो में प्रवेश कि लिए पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड मांगा जाता है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 03 Jan 2020 02:23 PM (IST)
नैनीताल, जेएनएन। नेपाल के कैसिनो जहां भारतीयों को बर्बाद कर रहे हैं, वहीं सुरक्षा में सेंध भी लगा रहे हैं। पड़ोसी देश के दोनों कैसिनो में प्रवेश कि लिए पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड मांगा जाता है। जो सुरक्षा की दृष्टि से बेहद खतरनाक है। इससे न सिर्फ व्यक्तिगत सुरक्षा प्रभावित होती है बल्कि देश की सुरक्षा की दृष्टि से भी यह खबतरनाक है। क्योंकि आधार कार्ड से देश के नागरिकों का समस्त डाटा जुड़ा हुआ है। ऐसे में इसके दुरुपयोग की आशंका बनी रहती है।
कैसिनो में जुआ हारने के बाद कई लोग कर चुके हैं खुदकुशी टनकपुर-बनबसा सीमा से लगे नेपाल के महेंद्रनगर में कई सालों से जुआ खिलाने के लिए कैसिनो खुला हुआ है। इस कैसिनो में जाने वाले अधिकतर लोगों में भारतीय शामिल हैं। यह कैसिनो सुबह दस से रात्रि दस बजे तक संचालित होता है। जिसमें अब तक सैकड़ों भारतीय अपनी जमा पूंजी लूटा चुके हैं। यह नहीं कई लोगों ने तो इससे परेशान होकर खुदकशी तक कर ली है, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। इसी बर्बादी के क्रम में लोगों को कंगाल करने के लिए नेपाल के गढ्ढा चौकी से छह किलोमीटर सूखासाल क्षेत्र में एक और कैसिनो खुल गया है। यह कैसिनो 12 घंटे नहीं बल्कि 24 घंटे संचालित हो रहा है।
भारतीयों को बर्बाद कर रहे नेपाल के कैसिनो
कैसिनो में लगी मशीनें भारतीय लोगों को लाखों रुपये का लालच देकर उनसे लूट कर उन्हें बर्बाद कर रही हैं। यहीं नहीं इसके लिए कैसिनो संचालक की ओर से भारतीयों को मुफ्त में शराब भी बांटी जा रही है। अभी तक इन कैसिनों से चंपावत, उधमसिंह नगर, पिथौरागढ़, नैनीताल, देहरादून आदि जिलों के अलावा उत्तर प्रदेश व दिल्ली के अनेक स्थानों से यहां आए कई लोग करोड़ों रुपये गवां चुके हैं।
भारतीय प्रशासन भी कर रहा अनदेखीअकसर इन अड्डों में जुआ खेलने के लिए ज्यादातर शौकीन बनबसा से लगे सीमा क्षेत्र से ही वहां पहुंचते हैं। इन लोगों की सुविधा के लिए कैसिनो के संचालकों द्वारा अपने वाहनों से उन्हें छोडऩे के लिए भारतीय सीमा तक वाहन आते-जाते हैं। इस पर भारतीय प्रशासन ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है। वहीं सीमा क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा भी इस ओर अनदेखी की जाती रही है।
मानक से अधिक रुपयों की हो रही आवाजाहीभारत सरकार द्वारा इंडो नेपाल बॉर्डर से 25000 रुपये से अधिक की धनराशि नेपाल में नहीं ले जा सकते हैं। जबकि कैसिनो में जाने वाले भारतीय लाखों रुपये लेकर नेपाल जा रहे हैं, मगर उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं।आसानी से कैसिनो में मिल रहा ब्याजनेपाल के कैसिनो में जा रहे भारतीय लोगों को ब्याज पर भी पैसा आसानी से मिल रहा है। जब कोई कैसिनो में अपनी धनराशि हार चुका होता है तो उन्हें हर समय कैसिनो के इिर्द गिर्द रहने वाले भारतीय लोग 10 से 20 प्रतिशत ब्याज की दर से पैसा देने को तत्पर रहते हैं। ब्याज देने के धंधे में जुटे लोग हर रोज मोटी कमाई कर रहे हैं।
डांस से किया जाता है आकर्षित करने की कोशिशनए खुले कैसिनो में भारतीय जुआरियों को लुभाने के लिए डांस का सहारा लिया जा रहा है। कैसिनो में ही डांस बालाएं अपने प्रदर्शन से आकर्षित करती हैं। बताया जाता है कि अब पुराने कैसिनो में भी इसकी तैयारियां जोरशोर से की जा रही हैं।
सीमा पर आसानी से खुल जाता है पुलनेपाल में कैसिनो आने-जाने वाले जुए के शौकीन सीमा क्षेत्र के गेटों पर भी विभाग की मिलीभगत से देर रात्रि तक भी गेट खुलवा लेते हैं। जबकि गेट खुलने का समय सुबह छह से आठ, दस से 12, 2 से 4, शाम 6 से 7 बजे तक है। इस धंधे में बाइक भी लगी हुई है। जो बनबसा से महेंद्रनगर तक छोडऩे के लिए 150 से 200 रुपये प्रति सवारी लेते है।आधार कार्ड के संबंध में उच्चाधिकारियों से की जाएगी बात : एसपी
चम्पावत जिले पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने कैसिनो संचालकों द्वारा कैसिनो में प्रवेश पर भारतीय नागरिकों के पहचान के तौर पर आधार कार्ड लिए जाने को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया। उन्होंने कहा कि कैसिनो संचालकों द्वारा भारतीय नागरिकों से पहचान के लिए आधार कार्ड को लिए जाने के मामले को देश की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है, क्योंकि आधार कार्ड से देश के नागरिकों का समस्त डाटा जुड़ा हुआ है। इस मामले में वह अपने स्तर से उच्चाधिकारीयों को अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा कि अपराध को रोकना पुलिस की प्राथमिकता है जिस पर पुलिस फोकस करेगी। इसके अलावा उन्होंने सीमा के समीप स्थित शारदा बैराज पुलिस चौकी, इमीग्रेशन चैक पोस्ट और सीमा क्षेत्र का निरीक्षण स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया और पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
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