नेता प्रतिपक्ष ने कहा, कर्फ्यू ग्रस्त इलाके बनभूलपुरा में जरूरी सामानों की आपूर्ति न हो प्रभावित
बनभूलपुरा में जरूरत की सामान जैसे दूध राशन और दवा की आपूर्ति को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश ने प्रभारी कमिश्नर व डीजी लॉ एंड आर्डर से फ़ोन पर बात की।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 17 Apr 2020 08:53 AM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : हल्द्वानी: कफ्र्यू जोन घोषित होने के बाद बनभूलपुरा के लोग घरों में कैद हो चुके हैं। ऐसे में उन्हें तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संकट में आ चुके लोगों की मदद को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने गुरुवार को कुमाऊं कमिश्नर डॉ. नीरज खैरवाल व डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार से फोन पर वार्ता की। कहा कि कफ्र्यू इलाके में दूध, राशन, दवा आदि आवश्यक वस्तुओं का संकट खड़ा न हो, इसकी बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा ने कहा कि 27 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू हो जाएगा। इस दौरान लोगों को इच्छानुसार खाद्य सामग्री उपलब्ध होनी चाहिए। लिहाजा, बेहतर प्लानिंग के साथ काम करने की जरूरत है। इंदिरा के मुताबिक कमिश्नर खैरवाल ने इन मुद्दों पर जल्द निर्णय लेकर लोगों को राहत दिलाने का आश्वासन दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ऊधमसिंह नगर में भोजन बांटने में जुटे लोगों को प्रशासन द्वारा अनुमति दी गई है। नैनीताल जनपद में इस संबंध में आदेश किए जा रहे हैं। महामारी के इस दौर में गरीब व असहाय की मदद में जुटे लोगों की सराहना करते हुए इंदिरा ने कहा कि वह आगे भी इस काम को जारी रखें। क्योंकि ऐसे लोगों की वजह से परेशान शख्स राहत महसूस कर रहा है। नेता प्रतिपक्ष के मुताबिक डीजी अशोक कुमार ने डीआइजी जगतराम जोशी को बनभूलपुरा के लोगों को राहत देने का जिम्मा दिया है। लोगों से अपील करते हुए इंदिरा ने कहा कि प्रशासन द्वारा दी गई छूट का अनुशासन के साथ पालन करें।
कोरोना संक्रमण के लिहाज से आठ अप्रैल को बनभूलपुरा इलाका डीएम के निर्देश पर सील कर दिया गया था। उसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीम संदिग्धों की जांच में जुटी थी। रविवार दोपहर लाइन नंबर आठ स्थित एक मस्जिद में टीम मौलाना व अन्य लोगों की जांच करने गई थी, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा। जिसके बाद थाने के जवान मस्जिद पहुँचे। इस बीच कुछ अराजक तत्वों ने अफवाह फैलाकर भीड़ जमा कर दी। देखते-देखते सैकडों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए। लॉकडाउन व सील एरिया होने के बावजूद ऐसी स्थिति देख पुलिस-प्रसाशन के होश भी उड़ गए। आनन-फानन में पीएसी और अन्य थाने-चौकियों के फोर्स ने लाइन नंबर आठ आकर मोर्चा संभाला। जिसके बाद अफसर लोगों को समझाने में जुट गए। करीब दो घंटे बाद ड्रामा शांत हुआ और लोग घरों में वापस लौट गए।
हल्द्वानी की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सोमवार दोपहर सीएम ने इलाके को कर्फ्यू जोन घोषित कर दिया था। मंगलवार शाम से यहाँ पैरामिलिट्री की दो कम्पनी भी तैनात कर दी गई। बुधवार सुबह डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने इलाके का निरीक्षण करने के साथ अफसरों संग बैठक भी ली। वहीं, अब मामले में पुलिस ने 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन और संक्रमण एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। आरोपितों को चिन्हित करने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल फ़ोटो-वीडियो और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जाएगी।
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