विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम के कपाट 30 जून तक रहेंगे बंद, पुरोहितों व पंचायत प्रतिनिधियों ने लिया निर्णय
ज्योतिर्लिंगों में शुमार विश्वप्रसिद्ध जागेश्वर धाम के कपाट 30 जून तक श्रद्धालुओं के लिए बंद ही रहेंगे।
दरअसल, जागेश्वर मंदिर समूह के पुजारियों, क्षेत्रवासियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने राज्यपाल, सीएम, मुख्य सचिव के साथ ही डीएम को ज्ञापन भेज फिलहाल कपाट बंद रखे जाने का आग्रह किया था। डीएम नितिन सिंह भदौरिया के निेर्देश पर मंगलवार को एसडीएम मोनिका की अध्यक्षता में बैठक हुई। स्थानीय लोगों ने एक सुर से 30 जून तक श्री ज्योतिर्लिंग जागेश्र्वर धाम के कपाट दर्शन व पूजापाठ को न खोले जाने पर जोर दिया।
प्रस्ताव में ये लिए गए निर्णय
- 30 जून तक मंदिर में दर्शन पूर्ण रूप से वरि्जत। संक्त्रमण की सि्थति व आंकड़ों पर चचर के बाद जुलाई में होगा निर्णय
- ऑनलाइन पूजा के लिए जागेश्र्वर मंदिर प्रबंधन समिति की अधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल नंबर के जरिये एक दो दिन पूर्व पंजीकरण किए जाएंगे।
- रोस्टर के जरिये पूर्ण विधि विधान से कराएंगे पूजा।
- यदि श्रद्धालु पुजारियों के माध्यम से पूजा कराना चाह रहे तो पंजीकरण जरूरी
- यज्ञोपवीत संस्कार आदि के लिए स्थानीय स्तर पर वाहन चालक, पुजारी व तीन परिवारी सदस्य समेत कुल पांच लोग लेंगे हिस्सा। समिति से दो तीन दिन पूर्व अनुमति व पंजीकरण करा न्यूनतम दकि्षणा का भुगतान करना होगा।
- पुजारी उपलब्ध न होने पर प्रबंधन समिति करेगी व्यवस्था
ये रहे मौजूद
प्रबंधक भगवान भट्ट, ज्येष्ठ उपप्रमुख योगेश भट्ट, पुजारी प्रतिनिधि भगवान भट्ट, गिरीश भट्ट, प्रधान जागेश्वर राम प्रसाद, नारद भट्ट मंतोला के साथ ही नारद भट्ट के साथ ही काना, कुंजा गूंठ, कोटुली गंधक आदि गांवों के प्रधान
ऑनलाइन किए जा रहे धार्मिक अनुष्ठान
पं. हेमंत भट्ट, प्रधान पुरोहित जागेश्वर मंदिर समूह ने बताया कि जागेश्वर धाम मंदिर समूह में दैनिक पूजन नियमित रूप से पंडितों के द्वारा किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए अभी श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में दर्शन वर्जित रखा जाना ही उचित होगा। दर्शन, पूजन व अन्य धार्मिक अनुष्ठान ऑनलाइन ही किए जाने चाहिए।
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