Move to Jagran APP

बहुरडोली प्रजाति का यह फल गुणों से है भरपूर, उत्‍पादन बढ़ाने की चल रही कवायद

तराई में किसान की आय बढ़ाने के लिए उद्यान विभाग भी गंंभीर है। इसके लिए बहुरडोली प्रजाति नामक जामुन के कलमी पौधे तैयार किए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 10 Dec 2018 07:34 PM (IST)
Hero Image
बहुरडोली प्रजाति का यह फल गुणों से है भरपूर, उत्‍पादन बढ़ाने की चल रही कवायद
काशीपुर, जेएनएन : तराई में किसान की आय बढ़ाने के लिए उद्यान विभाग भी गंंभीर है। इसके लिए बहुरडोली प्रजाति नामक जामुन के कलमी पौधे तैयार किए हैं। जिससे किसान जामुन का बागान लगाकर आय में इजाफा कर सके। इसकी खासियत सामान्य जामुन से बड़ा आकार व मिठास है। साथ ही उत्पादन भी अधिक होगा। 

तराई में धान, गेहूं व गन्ने की ज्यादा खेती होती है। फल व सब्जी की खेती कम होती है। औद्यानिक परीक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र ने फल व सब्जियों की नई प्रजातियां दूसरे स्थानों से मंगाकर विकसित करती है। जिससे किसान फल व सब्जी लगाकर अधिक से अधिक कमाई कर सकें। ऐसे तो केंद्र अमरुद, आम, लीची, कटहल सहित कई फलों की नई प्रजातियां बाहर से लोकर किसानों को वितरित किए जा चुके हैं। सेहत के लिए जामुन अच्छा फल माना जाता है। सीजन में इसकी काफी खपत होती है।

केंद्र ने बंगलुरु से जामुन की बहुरडोली प्रजाति के पौधे नर्सरी में लगाए। इसके बाद केंद्र ने ग्रॉङ्क्षफ्टग कर दिया। नर्सरी में वर्तमान में करीब आठ हजार कलमी पौधे तैयार हैं, जो सीजन में इन्हें किसानों में वितरित किया जाएगा। इस प्रजाति की खासियत सामान्य प्रजाति से आकार में बड़ा होगा और मिठास भी। सामान्य जामुन के पेड़ में करीब आठ साल में फल लगते हैं और 50 से 60 किलोग्राम जामुन होता है। जबकि बहुरडोली जामुन के पेड़ में फल चार साल में लगने लगते हैं और उत्पादन भी इससे करीब 20 फीसद ज्यादा होता है।

सामान्‍य से अधिक होगा उत्‍पादन

वाईके मिश्रा, सहायक निदेशक औद्योनिक परीक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र काशीपुर ने बताया कि वजन व मिठास में बहुरडोली प्रजाति सामान्य प्रजाति से ज्यादा होती है। उत्पादन अधिक होने से किसानों की आय में इजाफा होगा।

जामुन खाने के फायदे

  • पाचन क्रिया के लिए जामुन बहुत फायदेमंद होता है। जामुन खाने से पेट से जुड़ी कई तरह की समस्याएं दूर हो जाती हैं।
  • मधुमेह के रोगियों के लिए जामुन एक रामबाण उपाय है। जामन सुखाकर पीस लें। इस पाउडर को खाने से मधुमेह में काफी फायदा होता है।
  • मधुमेह के अलावा इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर से बचाव में कारगर होते हैं। इसके अलावा पथरी की रोकथाम में भी जामुन खाना फायदेमंद होता है। इसके बीज को बारीक पीसकर पानी या दही के साथ लेना चाहिए।
  • अगर किसी को दस्त हो रहे जामुन को सेधा नमक के साथ खाना काफ फायदेमंद होता है। खूनी दस्त होने पर भी जामुन के बीज बहुत फायदेमंद साबित होते हैं।
  • दांत और मसूड़ों से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान में जामुन विशेषतौर पर फायदेमंद होता है। इसके बीज को  पीस लीजिए। इससे मंजन करने से दांत और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।
यह भी पढ़ें : यह प्रतियोगिता किसानों को जोड़े रखेगी खेती से, जानिए क्‍या है खासियत

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।