Jammu Kashmir Election: उत्तराखंड में कारोबार कर रहे कश्मीरी युवा बदलाव के साथ, कहा- हालात बदले, अनुच्छेद-370 अब अतीत
Jammu Kashmir Election 2024 कश्मीर में आतंक का दौर खत्म हो चुका है और अब वहां अमन-शांति का माहौल है। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद राज्य में पहली बार हो रहे विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान हो रहा है। कश्मीरी युवा भी बदलाव के पक्ष में हैं और चाहते हैं कि नई सरकार रोजगार स्वास्थ्य और विकास पर ध्यान दे।
घर वापसी का भी रास्ता खुलेगा
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माल रोड में पिछले एक दशक से दुकान चला रहे मूल रूप से कुपवाड़ा निवासी दाउद मलिक बोले, क्षेत्र में समस्याएं बहुत हैं, कश्मीर में अमन-शांति कायम हुई है। आतंक का दौर धीरे-धीरे पूरी तरह खत्म हो रहा है। उम्मीद है कि चुनाव बाद कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा भी मिल जाएगा। कश्मीर का यूथ हालातों में बदलाव चाहता है। हालात सुधरेंगे तो वह भी मातृभूमि लौट जाएंगे, नैनीताल जैसा अमन पसंद व सांप्रदायिक सौहार्द वाला शहर दुनियां में शायद ही मिलेगा।
कुपवाड़ा के ही जावेद हुसैन खान के अनुसार पिछले एक दशक में कश्मीर में पहले की अपेक्षा शांति है। सरकार के प्रयासों से पर्यटन रफ्तार पकड़ रहा है। जिससे स्थानीय लोगों की कमाई के बंद रास्ते खुले हैं। युवा बदलाव के लिए प्रयासरत हैं। नई सरकार को बेरोजगारी व अन्य समस्याओं का समाधान तलाशना होगा।
अनंतनाग निवासी जाकिर मलिक लोक सभा चुनाव में मतदान के लिए घर गए थे। पहले चरण के मतदान में मताधिकार कर यहां लौट आए हैं। बोले कश्मीर में आतंकवाद से बहुत नुकसान हुआ है। अब हालात सुधर रहे हैं, जम्हुरियत की मजबूती से अमन व शांति लौटी है।
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