Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

ढाई माह बाद कोचिंग खुलने से जेईई मेंस व नीट की बेहतर हो सकेगी तैयारी

करीब ढाई माह बाद कोचिंग संस्थान फिर से खुल गए हैं। हालांकि अभी 50 प्रतिशत सीटिंग क्षमता के साथ कक्षाएं संचालित करने की अनुमति है। बहरहाल कोचिंग शुरू होने से 12 हजार से अधिक युवाओं ने राहत महसूस की है।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 30 Jun 2021 08:32 AM (IST)
Hero Image
ढाई माह बाद कोचिंग खुलने से जेईई मेंस व नीट की बेहतर हो सकेगी तैयारी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : करीब ढाई माह बाद कोचिंग संस्थान फिर से खुल गए हैं। हालांकि अभी 50 प्रतिशत सीटिंग क्षमता के साथ कक्षाएं संचालित करने की अनुमति है। बहरहाल, कोचिंग शुरू होने से 12 हजार से अधिक युवाओं ने राहत महसूस की है। विशेषकर जेईई मेंस व नीट की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स वर्चुअली के बजाय सजीव कक्षा से जुड़ सकेंगे।

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले कोचिंग विशेषज्ञों के मुताबिक इंजीनियरिंग में दाखिले से जुड़ी संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन व मेडिकल में दाखिले से जुड़ी राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के कार्यक्रमों में पहले ही देरी हो चुकी है। कोरोना के मामले तेजी से कम हो रहे हैं। सरकार ने कोचिंग संस्थान खोल दिए हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जुलाई आखिरी या अगस्त पहले सप्ताह में जेईई मेन की परीक्षा हो सकती है। छात्रों को कम समय में तैयारी करनी होगी। कुमाऊंभर के युवा हल्द्वानी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं।

स्टूडेंट्स के पास दोनों विकल्प

कोचिंग क्लास अभी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू हो रहे हैं। कोचिंग एक्सपर्ट प्रगट सिंह बरार ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों विकल्प खुले हैं। संस्थान दोनों तरीकों से कोचिंग दे रहे हैं।

कोचिंग छोड़कर घर लौट गए थे युवा

इस साल के शुरुआत में रानीखेत में आर्मी की भर्ती संपन्न हुई थी। फिजिकल व मेडिकल में फिट रहे अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा देनी है। अप्रैल में परीक्षा होनी थी लेकिन कोरोना के चलते परीक्षा का टाल दिया गया। हल्द्वानी में कोचिंग लेने वाले सैकड़ों युवा गांव लौट गए थे। यह वह फिर से लौटने लगे हैं।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें