जस्टिस शरद शर्मा बने हाई कोर्ट के स्थायी न्यायाधीश
हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश शरद कुमार शर्मा स्थायी न्यायाधीश होंगे।
By JagranEdited By: Updated: Wed, 29 Aug 2018 09:06 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नैनीताल : हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश शरद कुमार शर्मा स्थायी न्यायाधीश बन गए हैं। वह गुरुवार को हाई कोर्ट में आयोजित शपथ ग्रहण करेंगे। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम ने जस्टिस शर्मा को स्थायी न्यायाधीश बनाने की सिफारिश केंद्र सरकार को की थी। केंद्र की सिफारिश को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी प्रदान करते हुए जस्टिस शर्मा की नियुक्ति स्थाई न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति प्रदान की। बुधवार को केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजेंद्र कश्यप की ओर से इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया गया। यह नोटिफिकेशन नैनीताल हाई कोर्ट पहुंच गया है।
पहली जनवरी-1962 को इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में जन्मे जस्टिस शर्मा ने इलाहाबाद विवि से बीकॉम व एलएलबी की डिग्री हासिल की। 1992 में अधिवक्ता के रूप में इलाहाबाद हाई कोर्ट में पंजीकरण हुआ। उनके पिता एचएन शर्मा व भाई अनिरुद्ध शर्मा भी इलाहाबाद हाई कोर्ट में अधिवक्ता हैं, जबकि सरला शर्मा गृहणी हैं। वर्ष 2000 में उत्तराखंड बनने के बाद प्रैक्टिस के लिए नैनीताल हाई कोर्ट आ गए। वह ओएनजीसी देहरादून, एरीज नैनीताल, उत्तराखंड परिवहन निगम के अधिवक्ता रहे। 19 मई 2017 को नैनीताल हाई कोर्ट के अतिरिक्त जज के रूप में शपथ ली। हाई कोर्ट के सूत्रों के अनुसार जस्टिस शर्मा गुरुवार सुबह साढ़े नौ बजे मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट में शपथ ग्रहण करेंगे। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा को शपथ दिलाने के लिए अधिकृत कर दिया है। राजभवन से आधिकारिक पत्र नैनीताल हाई कोर्ट पहुंच गया है। यहां बता दें कि हाई कोर्ट में कार्यवाहक चीफ जस्टिस समेत सात न्यायाधीश कार्यरत हैं, जबकि कुल न्यायाधीश के पदों की संख्या 11 है।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।