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Kainchi Dham : चारधाम की तरह बनेगा कैंचीधाम, मनमोह लेगा बाबा नीम करोरी आश्रम का अलौकिक स्वरूप

Kainchi Dham खूबसूरत पहाड़ी के बीच स्थित है यह धार्मिक स्थल बाबा नीम करोरी आश्रम। राज्य सरकार इसे चार धाम की तर्ज पर विकसित करेगी। जिलाधिकारी नैनीताल ने परियोजना तैयार कर शासन को भेज दिया है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।

By Prashant MishraEdited By: Updated: Sat, 11 Sep 2021 09:11 PM (IST)
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कैंची धाम में भव्य ध्यान केंद्र बनाया जाएगा। यह दो मंजिला होगा।
हल्द्वानी से गणेश जोशी। Baba Neem Karori Ashram : बाबा नीम करोरी का कैंची धाम। दिव्य और अलौकिक। पूरी दुनिया में विख्यात। खूबसूरत पहाड़ी के बीच स्थित यह धार्मिक स्थल अब और दिव्य व भव्य नजर आएगा। राज्य सरकार इसे चार धाम की तर्ज पर विकसित करेगी। जिलाधिकारी नैनीताल ने परियोजना तैयार कर शासन को भेज दिया है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने खुद इसकी निगरानी की बात कही है।

60 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार

सुंदरीकरण के लिए 60 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई है। निर्माण की जिम्मेदारी कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) को दी गई है।

भव्य होगा ध्यान केंद्र

श्रद्धालुओं के लिए कैंची धाम में भव्य ध्यान केंद्र बनाया जाएगा। यह दो मंजिला होगा। इसमें सत्संग हॉल बनेगा। इसकी क्षमता 130 व्यक्तियों की होगी। आयुर्वेदिक उपचार हॉल का भी निर्माण होगा। योगा हॉल के साथ ओपन डेस्क भी बनाई जाएगी। आधुनिक शौचालय और लिफ्ट की भी व्यवस्था की जाएगी।

600 वाहनों की पार्किंग

देश-विदेश से भक्त बाबा के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचते हैं। ऐसे में जाम के साथ ही वाहनों की पार्किंग समस्या बढ़ जाती है। इसके समाधान के लिए आठ मंजिला पार्किंग कांप्लेक्स बनाया जाएगा। इसमें 600 से अधिक वाहन खड़े हो सकेंगे।

शिप्रा के घाट बनेंगे दर्शनीय

कैंची धाम जीवनदायिनी शिप्रा नदी के तट पर है। परियोजना के तहत इसके घाटों का भी सुंदरीकरण किया जाएगा। पौधों के साथ ही लेजर लाइटिंग व बैठने की व्यवस्था भी की जाएगी।

ये सुविधाएं भी होंगी खास

धाम के पास 1.3 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनेगा। इसके अलावा ओपन एयर थिएटर, फूड कोर्ट भी होंगे। 

बाइपास की भी सौगात

कैंची से पाडली तक बाइपास बनेगा। सेनिटोरियम से भवाली गांव की ओर से आने वाली सड़क को इससे जोड़ा जाएगा।  

10 सितंबर, 1973 की रात छोड़ा पार्थिव शरीर

बाबा नीब करौरी ने 10 सितंबर, 1973 की रात 1.15 बजे वृंदावन के रामकृष्ण अस्पताल में शरीर त्याग दिया था। हालांकि कैंची धाम की स्थापना 15 जून, 1964 को हो चुकी थी। इसके बाद उनके भक्तों ने वर्ष 1974 में बाबा का मंदिर भी बनाया। 15 जून को प्रतिवर्ष मंदिर का स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस दिन भक्तों का तांता लगता है।  

दुनिया की ये विभूतियां कर चुकी हैं दर्शन

बाबा के भक्तों में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स, अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स भी शामिल हैं। 

डीएम धिराज गार्बियाल ने बताया कि कैंची धाम दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसे भव्य और सुंदर बनाने का प्रयास है। इसके लिए पूरा प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। सीएम ने इसकी घोषणा भी कर दी है। बजट मिलते ही काम शुरू करवा दिया जाएगा।

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