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भुप्पी हत्याकांड के बाद लोगों के रोष को देखते हुए कोतवाल विक्रम राठौर का पिथौरागढ़ तबादला

प्रॉपर्टी डीलर भुप्पी पांडे हत्याकांड का मामला गर्माया हुआ है। जनाक्रोश को देखते हुए डीआइजी ने कोतवाल विक्रम राठौर को पुलिस लाइन से पिथौरागढ़ जनपद ट्रांसफर कर दिया।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 23 Dec 2019 08:54 AM (IST)
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भुप्पी हत्याकांड के बाद लोगों के रोष को देखते हुए कोतवाल विक्रम राठौर का पिथौरागढ़ तबादला
हल्द्वानी, जेएनएन : प्रॉपर्टी डीलर भुप्पी पांडे हत्याकांड का मामला आरोपित गुप्ता बंधुओं की गिरफ्तारी के बाद भी गर्माया हुआ है। हल्द्वानी के तत्कालीन कोतवाल विक्रम राठौर के निलंबन की मांग को लेकर रविवार को राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के लोग धरने पर बैठ गए। इधर, जनाक्रोश को देखते हुए डीआइजी ने राठौर को पुलिस लाइन से पिथौरागढ़ जनपद ट्रांसफर कर दिया है। मर्डर मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर लोगों में उपजा आक्रोश फिलहाल शांत नहीं हुआ है। एक तरफ बुद्धपार्क में धरना देकर बैठे प्रदर्शनकारियों ने राठौर के निलंबन की मांग की है। दूसरी ओर राठौर का तबादला पुलिस लाइन से पिथौरागढ़ कर दिया गया है। डीआईजी जगत राम जोशी का कहना है कि निलंबन का फैसला एसएसपी स्तर का है।

दिनदहाड़े दोनों भाइयों ने कर दी थी हत्‍या

कॉलटैक्स रोड शीशमहल निवासी भूपेंद्र चंद्र पांडेय उर्फ भुप्पी (50) पुत्र स्व. मोहन चंद्र पांडेय की घर के पास हार्डवेयर की दुकान है। वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम भी करते थे। शिवसेना से जुड़े गौरव गुप्ता व सौरभ गुप्ता से उनका पैसों के लेनदेन को लेकर पुराना विवाद था। भुप्पी ने दोनों भाइयों के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज कराया था। बीते रविवार को साढ़े 11 बजे भुप्पी अपने दोस्त दिनेश सागर के साथ बाजार जा रहे थे। तभी सिंधी चौराहे पर अपनी दुकान के बाहर खड़े गौरव-सौरभ से उनका विवाद हो गया। नौबत हाथापाई की आई तो दोनों भाइयों ने लाइसेंसी रिवॉल्वर निकाल भुप्पी पांडे पर ताबड़तोड़ गोलियां दागनी शुरू कर दीं। सिर व अन्य जगहों पर गोली लगने से भुप्पी की मौके पर ही मौत हो गई थी। ट्रैफिक ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों ने सौरभ को पकड़ लिया, जबकि गौरव फरार हो गया था।

सौरभ विद्यार्थी सेना का कुमाऊं मंडल अध्यक्ष, गौरव सिर्फ नेता

हत्यारोपित सौरभ गुप्ता की फेसबुक आईडी पर शिवसेना की छात्रविंग विद्यार्थी सेना के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष पदनाम लिखा है। वहीं गौरव गुप्ता की फेसबुक आईडी पर सिर्फ शिवसेना नेता लिखा हुआ है। यह दोनों लोग पिछले दिनों महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार गठन के शपथग्र्रहण समारोह में भी गए थे। इधर, शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष रूपेंद्र नागर ने जारी प्रेसनोट में कहा है कि गौरव गुप्ता और सौरभ गुप्ता का शिवसेना से कोई लेना देना नहीं है। इन दोनों को सितंबर में ही पार्टी से निकाला जा चुका है।

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