स्मार्टनेस में सुपरस्टारों को टक्कर देते हैं उत्तराखंड के आईएएस अधिकारी दीपक रावत, जानिए कॅरियर और परिवार के बारे में
Kumaon new commissioner Deepak rawat कुमाऊं के नए कमिश्नर दीपक रावत (Deepak Rawat) इंटनेट मीडिया के स्टार हैं। यूट्यूब और फेसबुक पर लाखों में इनकी फैन फालोइंग है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल इनके दर्जनों वीडियो को लाखों-करोड़ों बार देखा जा चुका है।
नैनीताल जागरण संवाददाता : कुमाऊं के नए कमिश्नर दीपक रावत (Deepak Rawat) इंटनेट मीडिया के स्टार हैं। यूट्यूब और फेसबुक पर लाखों में इनकी फैन फालोइंग है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल इनके दर्जनों वीडियो को लाखों-करोड़ों बार देखा जा चुका है। स्मार्टनेस के मामले में दीपक बॉलीवुड के सुपरस्टारों को भी टक्कर देते हैं। सनग्लास, फॉर्मल ड्रेस और खूबसूरत हेयरस्टाइल में इंटरनेट मीडिया पर वायरल इनकी तस्वीरें धूम मचाती हैं। अनोखी कार्यशैली के कारण भी दीपक लोकप्रिय प्रशासनिक अफसरों के रूप में जाने जाते हैं। चलिए जानते हैं कुमाऊं के नए कमिश्नर दीपक रावत के कॅरियर, फैमिली बैकग्राउंड और उनकी कार्यशैली के बारे में। (popular ias of india)
फैमिली बैकग्राउंड IAS Deepak Rawat Family
भारत के फायरब्रांड आईएएस अधिकारी दीपक (IAS Deepak Rawat) रावत मूलरूप से मसूरी के निवासी हैं। दीपक रावत का जन्म 24 सितंबर 1977 को हुआ था। उनकी उम्र 44 साल है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मसूरी के सेंट जॉर्ज कॉलेज बरलोगंज से पूरी की। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से इतिहास में स्नातक किया। जहां उनकी मुलाकात अपनी पत्नी विजेता सिंह से हुई। मिलने के कुछ समय बाद ही दोनों दोनों ने शादी कर ली। उनकी पत्नी विजेता सिंह न्यायिक सेवाओं में अधिकारी हैं और दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट रह चुकी हैं। उनको एक बेटी दिरिशा और एक बेटा दिव्यांश है।
यूपीएससी में आल इंडिया रैंक थी 12वीं
दीपक ने जवाहर लाल नेहरू कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर किया। इसके बाद जेएनयू से एमफिल की। पोस्टग्रेजुएशन करने के साथ ही उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी भी शुरू कर दी थी। लगातार प्रयासों तीसरे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी क्लीयर किया। उनकी आल इंडिया रैंक 12वीं थी। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी से प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उत्तराखंड कैडर के आईएएस अधिकारी बन गए। दीपक के मुताबिक अगर वह सिविल सर्विसेज में नहीं होती तो पत्रकारिता को अपना कॅरियर चुना होता।
इन पदों को कर चुके हैं सुशोभित
दीपक रावत को 2011 में मजिस्ट्रेट बागेश्वर के रूप में नियुक्त किया गया। 2012 में कुमाऊं मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में तैनात हुए। 2014- 2017 तक दीपक रावत मजिस्ट्रेट नैनीताल रहे। 2017 में जिलाधिकारी हरिद्वार के रूप में पदभार संभाला। इसके बाद उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) और पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड (पिटकुल) के एमडी के तौर पर कार्यरत रहे। और अब उन्हें कुमाऊं का नया कमिश्नर बनाया गया है।
इंटरनेट मीडिया में जबर्दस्त फैन फालोइंग
दीपक रावत की इंटरनेट मीडिया में जबर्दस्त फैन फालोइंग है। दीपक रावत आईएएस नाम से यूट्यूब पर उनका एक चैनल है। जिसके चार मिलियन यानी 40 लाख के करीब फॉलोवर हैं। फेसबुक पर भी दीपक रावत फैन नाम से कई पेज बने हुए हैं, जिसके लाखों फालोवर हैं। उनके वीडियोज के व्यूज लाखों-करोड़ों में आते हैं और जमकर वायरल होते हैं।