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गौला में पानी के साथ बड़ी तादाद में आया सिल्‍ट, फिल्टरेशन प्लांटों की ट्रीटमेंट क्षमता घटी

पहाड़ों में बरसात से गौला का जलस्तर बढ़ चुका है मगर अब पानी के साथ भारी मात्रा में आ रही सिल्ट ने जलसंस्थान के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Fri, 23 Aug 2019 04:56 PM (IST)
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गौला में पानी के साथ बड़ी तादाद में आया सिल्‍ट, फिल्टरेशन प्लांटों की ट्रीटमेंट क्षमता घटी

हल्द्वानी, जेएनएन : पहाड़ों में बरसात से गौला का जलस्तर बढ़ चुका है, मगर अब पानी के साथ भारी मात्रा में आ रही सिल्ट ने जलसंस्थान के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी हैं। मलबा आने से जलसंस्थान को रोजाना कम से कम चार बार शीशमहल स्थित फिल्टर प्लांट की सफाई करनी पड़ रही है। साथ ही पानी की फिल्टरेशन क्षमता भी 20 फीसद घट गई है। 

शहर में गौला नदी से ही पानी की जलापूर्ति होती है। लोगों को स्वच्छ पानी पिलाने के लिए शीशमहल में चार फिल्टर प्लांट बने हैं। इन प्लांटों से रोजाना 30 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा शीतलाहाट स्थित प्लांट से चार एमएलडी पानी की आपूर्ति होती है। जलसंस्थान के अफसरों के मुताबिक, इस समय बरसात से गौला के पानी के साथ भारी मात्रा में सिल्ट आ रही है। पानी साफ करने में प्लांटों को काफी समय लग रहा है। सर्दियों व गर्मियों में दिनभर में जहां दो बार प्लांटों की सफाई की जाती है, वहीं आजकल चार बार कम से कम सफाई करनी पड़ रही है। हर बार सफाई में 20 से 30 मिनट का समय लगता है। वहीं सिल्ट से 20 फीसद तक पानी की फिल्टरेशन क्षमता भी कम हो गई है।  

इसके अलावा सफाई के दौरान सप्लाई बंद करने से लाइनों में एयरलॉक लग रहा है, जिससे आपूर्ति सुचारू करने के बाद भी घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। मल्ला गोरखपुर, बद्रीपुरा व आनंदबाग में पानी के संकट की वजह एयरलॉक निकली है। इसके अलावा गौला के पानी से जुड़ी लाइनों के अंतिम छोर में रहने वाले लोगों को भी आंशिक तौर पर जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है। जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार ने बताया कि रोजाना कम से कम चार बार बैक वाशिंग व कंप्रेशर से प्लांटों की सफाई की जा रही है। 

देवनगर, छड़ायल नयाबाद में जलसंकट बरकरार 

देवनगर व छड़ायल नयाबाद स्थित नलकूपों की मोटर मरम्मत अब भी पूरी नहीं हो पाई है। देवनगर नलकूप की मोटर फुंकने से देवनगर व दमुवाढूंगा क्षेत्र में जलसंकट गहराया है, जबकि पूरा छड़ायल नयाबाद इलाका नलकूप फुंकने से प्रभावित है। जलसंस्थान अफसरों के मुताबिक देवनगर नलकूप की मोटर मरम्मत का काम दो दिन में पूरा कर जलापूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। छड़ायल नयाबाद नलकूप की मोटर मरम्मत सिंचाई विभाग करा रहा है। 

लाइन लीकेज से सुभाषनगर में दूषित पानी की आपूर्ति

पेयजल लाइन में लीकेज से सुभाषनगर में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है, जिससे लोग संक्रामक रोगों से ग्रस्त हो रहे हैं। गोरापड़ाव निवासी नरेश सिरोही ने बताया कि लाइन लीकेज की शिकायत कई बार जलसंस्थान से की गई, लेकिन मरम्मत शुरू नहीं हुई है। दूषित पानी पीने से उसकी पत्नी पूजा सिरोही, बेटे गौरव सिरोही व ससुर विपिन चंद्र जोशी संक्रामक रोगों से ग्रस्त हैं। लंबे समय से बुखार नहीं उतरने पर चिकित्सक डेंगू की चपेट में आने की संभावना भी जता रहे हैं।