National Girl Child Day : नैनीताल की लतिका ने ताइक्वांडो में हासिल की अनूठी उपलब्धियां, अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में जीते चार स्वर्ण पदक
National Girl Child Day नैनीताल की बेटी ने प्रशिक्षण की प्रारंभिक सुविधाएं नहीं मिलने के बाद बावजूद अंतरराष्ट्रीय फलक पर देश का मान बढ़ाया है। शहर और परिवार से दूर रहकर भी उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा ।
मल्लीताल निवासी असम राइफल्स से हाल ही में रिटायर्ड महेंद्र सिंह भंडारी व नीमा भंडारी की दो संतानों में छोटी और 1994 में जन्मी लतिका को 10 साल की उम्र से ही ताइक्वांडों मे रुचि थी। 2008 में वह प्रशिक्षण के लिए भोपाल चली गईं। इसके एक साल बाद ही 2009 में वह 29वें नेशनल जूनियन ताइक्वांडो के 53 किग्रा वर्ग में शामिल हुई, जिसमें उसने पहली बार स्वर्ण पदक झटका और फिर आगे ही बढ़ती गईं। अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में ललिता अब तक चार स्वर्ण, तीन रजत, एक कांस्य पदक जीत चुकी है। फिलहाल वह मध्य प्रदेश भोपाल की ओर से खेलने के साथ ही कोच के रूप में खिलाड़ी तैयार कर रही है।
अपनों का सम्मान नहीं मिलने की टीस
लतिका ताइक्वांडो में अपनी उपलब्धियों से बेहद खुश हैं, मगर मन में टीस भी है कि आज तक उत्तराखंड सरकार की ओर से न तो उसे खेलने का आफर मिला, न किसी तरह का प्रोत्साहन। बोलीं, सम्मान या सुविधाएं न भी मिली हों, मगर सरकार उसके बारे में पूछताछ तो कर लेती।
यहां जीते मेडल
2010 में बेंगलुरू में हुई सीनियर ताइक्वांडो प्रतियोगिता, 2011 में राजस्थान में आयोजित नेशनल जूनियर, 2012 में दिल्ली में आयोजित नेशनल सीनियर ताइक्वांडो, 2013 में भोपाल में आयोजित नेशनल जूनियर-सीनियर ताइक्वांडो, 2014 में मणिपुर में 32वें नेशनल सीनियर ताइक्वांडो में स्वर्ण पदक जीता। 2011 में रांची में आयोजित नेशनल गेम्स, 2015 में जालंधर में नेशनल सीनियर ताइक्वांडो, त्रिवेंद्रम में आयोजित राष्ट्र्रीय खेल, जबलपुर में सीनियर ताइक्वांडो चैंपियनशिप जबलपुर, जम्मू कश्मीर में 35वीं नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप आदि राष्टï्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता।य
अंतरराष्ट्रीय पदक
काठमांडू में दिसंबर 2019 में आयोजित साउथ एशियन गेम्स में 53 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक
2018 में यूएई में राष्ट्र्र मंडल इंटरनेशनल ताइक्वांडो में स्वर्ण
फरवरी 2016 में 12वें साउथएशियन गेम्स शिलांग में स्वर्ण पदक जीता।
2010 के 11वें साउथ एशियन गेम्स ढाका में रजत