तीन हत्याओं के मामले में दर्ज हुआ मुकदमा, पति का अब तक कोई पता नहीं
धारी स्थित देवनगर के जंगल में मिले मां-बेटियों के शव मामले में महिला के पिता ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
By Edited By: Updated: Fri, 25 Jan 2019 07:37 PM (IST)
भीमताल, जेएनएन : धारी स्थित देवनगर के जंगल में मिले मां-बेटियों के शव मामले में महिला के पिता ने राजस्व पुलिस को तहरीर सौंप दी है। तहरीर के आधार पर राजस्व पुलिस ने 302 का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तीन हत्याएं करके शव जंगल में कैसे आए यह तीन दिन से चुनौती बना हुआ है। हालांकि शवों की शिनाख्त हो चुकी है, लेकिन अब कातिल को पकड़ना राजस्व पुलिस और सिविल पुलिस के लिए चुनौती है।
बुधवार को चंद्रशेखर के भाई बंशीधर ने पूरी कहानी राजस्व को पुलिस को बताई थी, लेकिन तहरीर नहीं सौंपी थी। इधर, चंद्रशेखर के गायब होने से पूरे मामले का रहस्य उलझा हुआ है। तहरीर के आधार पर मृत महिला विमला देवी के पिता मोतीराम ने पति चंद्रशेखर पुत्र बिशन राम, देवर बंशीधर पुत्र बिशन राम और सास पुष्पा देवी पत्नी बिशन राम के खिलाफ राजस्व पुलिस में हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया है। सवाल यह भी है कि चंद्रशेखर जंगल में छुपा है या कहीं उसके साथ भी अनहोनी तो नहीं हो गई। अभी पूरी कहानी उलझी है ऐसे में चंद्रशेखर का सामने आना जरूरी हो गया है। गुरुवार को जब विमला के किसी ससुराली ने हत्या का रहस्य जानने के लिए तहरीर नहीं तो पिता को आगे आना पड़ा। मोतीराम रोते बिलखते राजस्व पुलिस के पास पहुंचे और अपनी बेटी विमला और दो नातिनियों उमा और रेनू के हत्यारों को पकड़ने की मांग करने लगे। मोती राम ने कहा कि चंद्रशेखर हमेशा उनके मारपीट करता था। बंशीधर और सास भी उनके लिए अच्छा व्यवहार नहीं करते थे। इसी के आधार पर उसने उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
बुधवार को चंद्रशेखर के भाई बंशीधर ने पूरी कहानी राजस्व को पुलिस को बताई थी, लेकिन तहरीर नहीं सौंपी थी। इधर, चंद्रशेखर के गायब होने से पूरे मामले का रहस्य उलझा हुआ है। तहरीर के आधार पर मृत महिला विमला देवी के पिता मोतीराम ने पति चंद्रशेखर पुत्र बिशन राम, देवर बंशीधर पुत्र बिशन राम और सास पुष्पा देवी पत्नी बिशन राम के खिलाफ राजस्व पुलिस में हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया है। सवाल यह भी है कि चंद्रशेखर जंगल में छुपा है या कहीं उसके साथ भी अनहोनी तो नहीं हो गई। अभी पूरी कहानी उलझी है ऐसे में चंद्रशेखर का सामने आना जरूरी हो गया है। गुरुवार को जब विमला के किसी ससुराली ने हत्या का रहस्य जानने के लिए तहरीर नहीं तो पिता को आगे आना पड़ा। मोतीराम रोते बिलखते राजस्व पुलिस के पास पहुंचे और अपनी बेटी विमला और दो नातिनियों उमा और रेनू के हत्यारों को पकड़ने की मांग करने लगे। मोती राम ने कहा कि चंद्रशेखर हमेशा उनके मारपीट करता था। बंशीधर और सास भी उनके लिए अच्छा व्यवहार नहीं करते थे। इसी के आधार पर उसने उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
चंद्रशेखर की मोबाइल लोकेशन जंगलियागांव में मिली
बुधवार की रात जब पुलिस ने चंद्रशेखर के मोबाइल की लोकेशन पता की तो देर रात तक जंगलियांगाव में मिली। हालांकि दिन में पुलिस ने दबिश भी दी और छानबीन भी की, लेकिन कोई पता नहीं चल सका। वहीं विमला देवी, उमा और रेनू का हल्द्वानी में तीन चिकित्सकों के दल ने पोस्टमार्टम किया। मामले में राजस्व पुलिस के अलावा सिविल पुलिस भी मामले पर नजर रखी हुई है। थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक के नेतृत्व में पुलिस ने चांफी, अलचौना, सिरवा पुल , ताडा और बूढ़ाधूरा आदि में चंद्रशेखर को पकड़ने के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया। ठंड के कारण जंगल में रात गुजारना नामुमकिन
भीमताल और आसपास के क्षेत्रों में अत्यधिक पाला गिरने और ठंड अधिक होने के कारण रात्रि में जंगल में शरण लेना नामुमकिन है। वहीं स्थानीय निवासियों के मुताबिक घने जंगल में तेंदुए और अन्य हिसंक जानवर होने के कारण संभव है कि चंद्रशेखर आबादी के बीच में ही रहकर पुलिस और राजस्व विभाग से छिप रहा हो। इधर इस अंदेशे को भी ध्यान में रखकर पुलिस ने अपने सब सूत्रों को सक्रिय कर दिया है। वहीं तहसीलदार नवाजिश खलीक ने बताया कि राजस्व विभाग के सात पटवारियों को कार्य में लगाया गया है।
बुधवार की रात जब पुलिस ने चंद्रशेखर के मोबाइल की लोकेशन पता की तो देर रात तक जंगलियांगाव में मिली। हालांकि दिन में पुलिस ने दबिश भी दी और छानबीन भी की, लेकिन कोई पता नहीं चल सका। वहीं विमला देवी, उमा और रेनू का हल्द्वानी में तीन चिकित्सकों के दल ने पोस्टमार्टम किया। मामले में राजस्व पुलिस के अलावा सिविल पुलिस भी मामले पर नजर रखी हुई है। थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक के नेतृत्व में पुलिस ने चांफी, अलचौना, सिरवा पुल , ताडा और बूढ़ाधूरा आदि में चंद्रशेखर को पकड़ने के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया। ठंड के कारण जंगल में रात गुजारना नामुमकिन
भीमताल और आसपास के क्षेत्रों में अत्यधिक पाला गिरने और ठंड अधिक होने के कारण रात्रि में जंगल में शरण लेना नामुमकिन है। वहीं स्थानीय निवासियों के मुताबिक घने जंगल में तेंदुए और अन्य हिसंक जानवर होने के कारण संभव है कि चंद्रशेखर आबादी के बीच में ही रहकर पुलिस और राजस्व विभाग से छिप रहा हो। इधर इस अंदेशे को भी ध्यान में रखकर पुलिस ने अपने सब सूत्रों को सक्रिय कर दिया है। वहीं तहसीलदार नवाजिश खलीक ने बताया कि राजस्व विभाग के सात पटवारियों को कार्य में लगाया गया है।
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