देशभर के गांवों के लिए कुसौली गांव बना नजीर, नागरिक बोध यहां के ग्रामीणों से सीखें
स्वच्छ भारत अभियान वैसे तो देश भर में चल रहा है। लंबे समय से हर ग्राम पंचायत में इस अभियान को क्रियान्वित भी किया जा रहा है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 03 Feb 2019 07:43 PM (IST)
पिथौरागढ़, ओपी अवस्थी : स्वच्छ भारत अभियान वैसे तो देश भर में चल रहा है। लंबे समय से हर ग्राम पंचायत में इस अभियान को क्रियान्वित भी किया जा रहा है। उत्तराखंड के नेपाल व चीन सीमा से लगे पिथौरागढ़ जिले की ग्राम पंचायत कुसौली इस अभियान की सफलता की इबारत लिख रही है। जिला मुख्यालय से सटे विकास खंड विण के कुसौली ग्राम में अभियान का ऐसा असर हुआ है कि यहां कोई भी व्यक्ति रास्ते या सड़क पर कूड़ा तो दूर कागज तक नहीं फेंकता। तमाम पुरस्कार हासिल कर चुकी ग्राम पंचायत ने चार साल में विकास के लिए आने वाले बजट का इस तरह बेहतर उपयोग किया है कि यह पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बन रही है।
जिला मुख्यालय के निकट सैन्य क्षेत्र से लगी ग्राम पंचायत कुसौली का परिदृश्य चार साल के बाद अब बदल गया है। इस गांव में प्रवेश करने पर अलग ही नजारा दिखता है। गांव में सफाई की ऐसी व्यवस्था है कि कोई भी व्यक्ति जमीन पर रद्दी, कागज या पॉलीथिन आदि फेंकता ही नहीं है। 223 परिवारों वाली इस ग्राम सभा के प्रत्येक परिवार के घर के आगे दो डस्टबिन लगे हैं। गांव के भीतर आठ स्थानों पर सार्वजनिक कूड़ेदान हैं। इसी तरह पूरे गांव में अस्सी जैविक खाद के गड्ढे और 25 सोकपिट लगाए गए हैं।
गांव की शान है साफ व स्वच्छ कामाख्या मंदिर
प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर इसी ग्राम पंचायत के अंतर्गत पहाड़ी पर स्थित है। जहां प्रतिदिन सैकड़ों लोग सीढिय़ां चढ़ कर पहुंचते हैं। विशेष पर्वों पर भीड़ काफी बढ़ जाती है। जिसके चलते सीढि़यों हमेशा गंदी रहती थी और कूड़ा बिखरा रहता था। ग्राम प्रधान ने इस मार्ग पर आठ हैंगिंग कूड़ेदान लगा दिए। जिसका असर मंदिर जाने वालों पर पड़ा और कूड़ा हैंगिंग कूड़ेदानों पर डालने की परिपाटी बन चुकी है। वहीं गांव के मंगल दल के युवक नियमित इनकी सफाई करते हैं।
गांव को मिल चुके कई पुरस्कार
2012 में कुसौली ग्राम पंचायत को निर्मल ग्राम सभा पुरस्कार मिल चुका है। दीनदयाल राष्ट्रीय पंचायत अवार्ड ग्राम सभा प्राप्त कर चुकी है। वहीं कुसौली ग्राम पंचायत 2015 में खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित हो चुकी है। इस पर ग्राम को शौचमुक्त ग्राम पंचायत का पुरस्कार भी मिला। 2018 में राज्य स्वच्छता गौरव पुरस्कार मिल चुका है। अक्टूबर 2018 में उत्कृष्ट पंचायत के पुरस्कार से ग्राम प्रधान रघुवीर सिंह सम्मानित हो चुके हैं।
गांव में जुड़ी अन्य सुविधाएं
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- गांव के प्रत्येक घर को मिलता है स्वच्छ पीने का पानी
- गांव के सभी मार्गों पर लगे हैं टाइल्स
- गांव में भूमिगत नालियों का निर्माण
- गांव में कूड़ा व गोबर का उचित प्रबंधन
- गांव के प्राथमिक विद्यालय में राज्य वित्त्त मद से कम्प्यूटर, टाइल्स व झूला निर्माण
- गांव में सोलर ऊर्जा से सोलर पंपिंग पेयजल योजना