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तेंदुए ने सुरक्षा गार्ड पर किया हमला, गले में मोफलर होने और प्रतिरोध के कारण बच गई जान

लंबे समय से आतंक का पर्याय बने तेंदुए ने बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआइटी) तैनात सुरक्षाकर्मी को घायल कर दिया।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Wed, 27 Nov 2019 12:22 PM (IST)
तेंदुए ने सुरक्षा गार्ड पर किया हमला, गले में मोफलर होने और प्रतिरोध के कारण बच गई जान
द्वाराहाट, जेएनएन : लंबे समय से आतंक का पर्याय बने तेंदुए ने बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआइटी) पर तैनात सुरक्षाकर्मी को घायल कर दिया। सुरक्षा कर्मी ने भी हौसला दिखाते हुए पूरी शक्ति से तेंदुए पर हमला कर अपनी जान बचाई। तेंदुए के हमले से उसका बायां हाथ जख्मी हुआ है। शावकों के साथ तेंदुए के आतंक की शिकायत पूर्व में कई बार ग्रामीणों ने की थी। मगर विभाग द्वारा कोई सुध नहीं ली गई। जिस कारण लोगों में रोष व्याप्त है।

छतीना निवासी खीमानंद उपाध्याय पुत्र स्व. माधवानंद बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआइटी) में बतौर सुरक्षा कर्मी तैनात है। मंगलवार की सुबह वह  ड्यूटी के लिए जा रहा था। गौचर स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक के पास रास्ते में बैठे तेंदुए ने उसपर हमला बोल दिया। हमले से खेत में गिर चुके खीमानंद पर तेंदुए ने फिर छलांग लगाई। बहादुर सुरक्षाकर्मी ने अपने पैरों से उस पर प्रहार कर शोर मचाया। जिस कारण पास में रहने वाले बालम सिंह तथा कैलाश बिष्ट मौके पर पहुंचे। उन्हें देख तेंदुए अपने शावक के साथ भाग गया। इसके बाद घायल खीमानंद को सीएचसी ले जाया गया। आवश्यक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया।

गले में बंधा मफलर बना ढाल

गुलदार के हमले से घायल खीमानंद ने बताया कि आक्रामक तेंदुए ने नीचे गिराकर सीधे उसके गले पर वार किया। मफलर बंधा होने के कारण वह बच गया। अलबत्ता बांये हाथ में घाव कर दिया। शोर मचाने पर गौचर के लोगों के पहुंचने से उसकी जान बच गई।

वन विभाग पिंजरा लगाने में जुटा

सामाजिक कार्यकर्ता मोहन उपाध्याय की सूचना पर घायल का हाल जानने बाद में वन विभाग की टीम भी पहुंची। वन क्षेत्राधिकारी नवीन टम्टा ने बताया कि चिकित्सकीय परीक्षण के अनुरूप घायल को मुआवजा प्रदान करने की कार्यवाही की जा रही है। सलना क्षेत्र में तेंदुए की पहले से मौजूदगी तथा मंगलवार की घटना के बाद क्षेत्र में पिंजरा भी लगाया जा रहा है।

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