दिनदहाड़े आबादी में ग्रामीण पर तेंदुए ने किया हमला, जीप से गुजर रहे लोगों ने बचाई जान
धारी ब्लॉक के बूढ़ीबना गांव में रविवार तड़के भरी आबादी के बीच तेंदुए ने ग्रामीण पर हमला कर घायल कर दिया। घायल को परिजनों ने सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया है।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sun, 10 Mar 2019 07:35 PM (IST)
भीमताल, जेएनएन : धारी ब्लॉक के बूढ़ीबना गांव में रविवार तड़के भरी आबादी के बीच तेंदुए ने ग्रामीण पर हमला कर घायल कर दिया। घायल को परिजनों ने सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना सुबह 6.30 बजे की है।
ग्रामीण भवान राम पुत्र नरी राम किसी काम से रामगढ़ कसियालेख मोटर मार्ग से जा रहे थे तभी भारी आबादी के बीच तेंदुए ने उनपर हमला कर दिया। इस दौरान तेंदुए से बचने के लिए उन्होंने भी संघर्ष किया, लेकिन गले पले पर पंजा लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गिर पड़े। इस दौरान तेंदुआ उन्हे खींच कर ले जाने लगा। मौके से गुजर रही एक जीप सवार लोगों ने शोर गुल कर तेंदुए को वहां से भगाया। इस दौरान स्थानीय लोग व परिजनों ने घायल राम को सुशीला तिवारी अस्पताल ले गए ।
क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता दुर्गा सिंह ने घटना की जानकारी विधायक राम सिंह कैड़ा को दी, उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से पीडि़त परिवार को तत्काल आर्थिक मदद देने के साथ गांव में तत्काल पिंजरा लगाने के निर्देश दिये। वन क्षेत्राधिकारी मुकुल शर्मा ने मामले की सम्पूर्ण जानकारी ली साथ ही वन दरोगा जय शंकर भट्ट और वन रक्षक अशोक कुमार को अस्पताल भेजकर तत्काल सहायता के रूप में दस हजार की धनराशि भवान राम को दिलवाई।
गांव में पिंजरा लगाने के दिए गए निर्देश
उप प्रभागीय वनाधिकारी दिनकर तिवारी ने बताया कि तेंदुए के हमले में ग्रामीण के घायल होने की सूचना मिली है। पीडि़त परिवार को पचास हजार रुपये मुआवजा दिलाने की कार्रवाही शुरू कर दी गई है। गांव में पिंजरा लगाने के निर्देश भी दे दिये गये हैं।
गांव में तेंदुए के डर के कारण दहशत विकासखंड धारी के गांव बूढ़ीबना में तेंदुए की उपस्थिति से दहशत का माहौल है। जहां सवेरे से ग्रामीण अपने खेतों में कार्य करने निकलते थे वहीं तड़के हुई घटना के बाद गांव में दहशत है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव के समीप ही तेंदुए की आवाज सुनाई दे रही है। ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुए काफी समय से गांव के आस पास दिखाई दे रहे हैं । वहीं रात्रि में आबादी के बीच भी उसने कई बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से शीघ्र गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है।
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