Nainital: घोड़ाखाल गोल्ज्यू मंदिर के सामने घूमता रहा तेंदुआ, CCTV में कैद हुई घटना; ग्रामीणों में खौफ
Nainital घोड़ाखाल स्थित गोल्ज्यू मंदिर में सोमवार की सुबह-सुबह करीब 4 बजे एक तेंदुआ घूमता हुआ दिखाई दिया। जिसकी वीडियो मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। गनीमत रही कि मंदिर में कोई उपस्थित नहीं था। तेंदुए के मंदिर के पास दिखने से स्थानीय लोगों में भय बना हुआ है। लोगों ने इस बात की सूचना वन विभाग को दे दी है।
संवाद सहयोगी, भवाली। उत्तराखंड में खूंखार जंगली जानवरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीण इलाकों में गुलदारों और बाघों के आने से लगातार लोगों की जान को जोखिम है। अब नैनीताल के विख्यात मंदिर के सामने तेंदुआ घूमता हुआ नजर आया। खास बात ये है कि तेंदुआ सीसीटीवी में भी कैद हो गया।
घोड़ाखाल स्थित गोल्ज्यू मंदिर में सोमवार की सुबह-सुबह करीब 4 बजे एक तेंदुआ घूमता हुआ दिखाई दिया। जिसकी वीडियो मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। गनीमत रही कि मंदिर में कोई उपस्थित नहीं था।
लोगों में भय का माहौल
तेंदुए के मंदिर के पास दिखने से स्थानीय लोगों में भय बना हुआ है। क्षेत्रीय अनिल कुमार ने बताया कि मंदिर में तेंदुए के दिखाई देने के बाद सुबह वॉक पर जाने वाले लोगों में डर बन गया है। उन्होंने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त करने की मांग की है।मुंगरसन्ति क्षेत्र में गुलदार की दहशत
अपर यमुना वन प्रभाग बड़कोट की मुंगरसन्ति रेंज में गुलदार के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मुंगरसन्ति के ग्राम बिजोरी में विक्रम सिंह की खच्चर को गुलदार ने निवाला बना लिया। एक सप्ताह पहले ग्राम संगोली में गुलदार ने 15 बकरियों को निवाला बनाया था।
बकरियों को बना चुका है शिकार
जबकि गत दिसंबर माह में मुंगरसन्ति रेंज ग्राम दारसौं में शान्ति प्रसाद थपलियाल की एक दर्जन बकरियां को गुलदार ने बाड़े के अंदर ही शिकार बनाया। रेंज अधिकारी गोविंद सिंह भंडारी ने कहा कि प्रभावित पशुपालक को वन विभाग की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। इसको लेकर कार्यवाही शुरू की गई है। इसके अलावा क्षेत्र में वन कर्मियों की गश्त भी बढ़ाई गई है।यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के इस जिले के गांवों में गुलदार का आतंक, अक्सर लग जाता है कर्फ्यू; शाम ढलते ही हो जाते हैं वीरान
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।